भारत का जर्मनी के खिलाफ जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप सेमीफाइनल में होगा कड़ा इम्तिहान

  • भारत की जू. टीम के पास जर्मनी की टीम से हिसाब चुकाने का मौका
  • जर्मनी की जू. टीम के खिलाफ जरा भी गलती गवारा नहीं कर सकता भारत

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : अनुभवी स्ट्राइकर उत्तम सिंह की अगुआई वाली भारतीय टीम का एफआईएच जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप (अंडर 21) के इतिहास में सबसे ज्यादा लगातार चार और कुल छह बार खिताब जीतने व पिछले संस्करण सहित दो बार की उपविजेता जर्मनी के खिलाफ क्वालालंपुर में 13 वें संस्करण के सेमीफाइनल में बृहस्पतिवार को कड़ा इम्तिहान होगा। जर्मनी की जूनियर टीम ने मौजूदा जूनियर विश्व से पहले इसके 12 में 11 संस्करणों में पदक जीते हैं। कप्तान उत्तम सिंह की अगुआई वाली 2001 और 2016 के संस्करण की चैंपियन तथा 1997 की उपविजेता भारत की जूनियर टीम के पास बृहस्पतिवार को जर्मनी की जूनियर से अपने घर भुवनेश्वर 2021 के संस्करण में सेमीफाइनल में मिली २-4 की हार का हिसाब चुकता करने का मौका है। भारत और जर्मनी की जूनियर टीमें अब तक 13 बार आमने सामने हुईं हैं और छह-छह बार जीती हैं एक बार मुकाबला ड्रॉ रहा है। भारत की जूनियर टीम इस साल जर्मनी की जूनियर टीम से भले ही अपने चारों मैच हारी है लेकिन इससे उसकी ताकत का भली भांति अहसास हो गया है। अभी हाल ही में जर्मनी की जूनियर टीम ने भारत की जूनियर टीम को सुल्तान ऑफ जोहोर कप के सेमीफाइनल 6-3 से हराया था। भारत की जूनियर टीम जर्मनी की जूनियर ताकत से वाकिफ है और उसी के मुताबिक बेहतर रणनीति बना कर बृहस्पतिवार को सेमीफाइनल में उतरना होगा। बड़े मुकाबले और बड़े मंच पर जर्मनी की जूनियर टीम को अपने खेल का स्तर उंचा उठाना आता है और ऐसे में उसके खिलाफ भारतीय जूनियर टीम आखिरी मिनट तक जरा सी भी ढील गवारा नहीं कर सकती हैे।

भारत की अग्रिम पंक्ति में खुद कप्तान उत्तम सिंह और बॉबी सिंह धामी ने जर्मनी के खिलाफ 2021 के संस्करण के सेमीफाइनल में भुवनेश्वर में एक-एक गोल दागा था। उत्तम सिंह, बॉबी सिंह धामी, सुदीप चिरिमाको, अरिजित सिंह हुंदल, विष्णुकांत सिंह और शारदा नंद तिवारी जैसे 2021 के संस्करण में खेलने वाले भारत की जूनियर टीम के आधा दर्जन खिलाड़ी 2023 के संस्करण में भारतीय टीम का हिस्सा है। भारतीय टीम मौजूदा जूनियर हॉकी विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली इकलौती टीम है।

भारत की जूनियर टीम को जर्मनी से पिछले संस्करण की हार का हिसाब चुका फाइनल में पहुंचना है तो खासतौर उसके लिए पहले मैच में दक्षिण कोरिया के खिलाफ हैट्रिक सहित कुल चार मैचों में सबसे ज्यादा चार गोल करने वाले स्ट्राइकर अरिजित सिंह हुंदल, तीन-तीन गोल करने वाले स्ट्राइकर आदित्ज अर्जुन लालगे और ड्रैग फ्लिकर और रशर रोहित, दो-दो गोल करने वाले कप्तान उत्तम सिंह, सौरभ कुशवाहा और अमनदीप सिंह को ‘स्ट्रक्चर’ पर काबिज रहते हुए जर्मनी के खिलाफ मैदानी गोल करने के सभी मौकों को भुनाते हुए मैदानी गोल करने के साथ बराबर पेनल्टी कॉर्नर भी दिलाने होंगे। खासतौर पर भारत की जूनियर टीम के रशर और ड्रैग फ्लिकर रोहित, अमनदीप लाकरा के साथ स्ट्राइकर ऑलराउंडर अरिजित सिंह हुंदल का भी ड्रैग फ्लिकर के रूप में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करने के लिए इस्तेमाल करना होगा।

भारत के खिलाफ मलयेशिया में जूनियर विश्व कप से ठीक पहले सुल्तान ऑफ जोहोर कप जूनियर हॉकी टूर्नामेंट में सेमीफाइनल में दो गोल करने वाले स्ट्राइकर निकल्स ब्रेंडट ने क्वालालंपुर में जूनियर विश्व कपन 2023 में साथी स्ट्राइकर लियाम होल्डरमैन, फ्लेरियन स्पर्लिंग ने सबसे ज्यादा तीन-तीन मैदानी गोल किए हैं जबकि ड्रैग फ्लिकर याकूब ब्रिला और पॉल ग्लेडनर जैसे ड्रेग फ्लिकर से चौकस रहना होगा। जर्मनी की जूनियर टीम के हमलों के वक्त खासतौैर पर विष्णुकांत और कप्तान उत्तम सिंह को पीछे आकर भारत की जूनियर टीम के गोलरक्षक मोहित, फुलबैक सुनील जोजो व रोहित की मदद करनी होगी।

जर्मनी की जू. टीम के खिलाफ सेमीफाइनल में सर्वश्रेष्ठ देने को प्रतिबद्ध : उत्तम सिंह
भारत की जूनियर टीम के कप्तान उत्तम सिंह ने कहा, ‘हर खिलाड़ी का सपना फाइनल जीतना होता है और हम शिद्दत से इस लक्ष्य को हासिल करने में जुटे हैं। हमारी टीम बढिय़ा रंग में है और हम जर्मनी से कई बार भिडऩे के कारण उसकी ताकत और कमजोरियों से वाकिफ हैैं। हम दुनिया के बड़े टूर्नामेंट में मात्र शिरकत ही नहीं करना चाहते हैं और इसमें जीत का लक्ष्य ही हमारी प्रेरणा है। अब हम बचे समय का उपयोग खुद को इसके लिए तैयार करने और जर्मनी की जूनियर टीम के खिलाफ सेमीफाइनल में बृहस्पतिवार को अपना सर्वश्रेष्ठ देने को प्रतिबद्ध हैं। अब हम दबाव में खेलने के अभ्यस्त हो चुके हैं। चाहे वह पाकिस्तान के खिलाफ जूनियर एशिया कप का फाइनल हो या फिर सुल्तान ऑफ जोहोर कप में कांस्य पदक के लिए मैच हम जीतने में सफल रहे। हमने दबाव में खेलने से निपटने के लिए खासी मेहनत की है और दक्षता पाई है। हमारे लिए अच्छी बात है कि हमारी मौजूदा टीम में करीब आधा दर्जन खिलाड़ी पिछले संस्करण में खेल चुके हैं और उनका अनुभव बृहस्पतिवार को जूनियर विश्व कप के सेमीफाइनल में काम आएगा।’

हमारे खिलाड़ी जानते हैं जर्मनी की जूनियर टीम अजेय नहीं : सीआर कुमार
भारत की जूनियर टीम के कोच सीआर कुमार ने कहा, ”जर्मनी की जूनियर टीम बेेशक मजबूत टीम है और हम उसके खिलाफ हाल ही में सुल्तान ऑफ जोहोर कप में खेल चुके हैं लेकिन तब हम टीम कुछ और थी और उसकी सोच भी। हमने जूनियर विश्व कप में खेलने वाली जर्मनी सहित सभी टीमों के खेल का आकलन किया है। जर्मनी के खिलाफ पिछले मैचों में खेलने से हम सेमीफाइनल के लिए उसके खिलाफ अच्छी स्थिति में हंैं। हमारे खिलाड़ी जानते है कि जर्मनी की जूनियर टीम अजेय नहीं हैं और हमें जरूरत बस अपनी योजना को जर्मनी के खिलाफ सेमीफाइनल में अमली जामा पहनाने की है।’
सेमीफाइनल का समय : भारत वि. जर्मनी(दोपहर बाद साढ़े तीन बजे से)।