तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कॉलेज ऑॅफ नर्सिंग की ओर से नॉन कम्युनिकेबल रोगों की रोकथाम और प्रबंधन के लिए नवीन तकनीकियों के अनुप्रयोग और सामुदायिक स्वास्थ्य नर्सों की भूमिका पर पांच दिनी फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम
रविवार दिल्ली नेटवर्क
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कॉलेज ऑॅफ नर्सिंग की ओर से नॉन कम्युनिकेबल रोगों की रोकथाम और प्रबंधन के लिए नवीन तकनीकियों के अनुप्रयोग और सामुदायिक स्वास्थ्य नर्सों की भूमिका पर पांच दिनी फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम-एफडीपी हुई। एफडीपी का उद्देश्य नॉन कम्युनिकेबल रोगों की रोकथाम और प्रबंधन क्षेत्र में नवीनतम तकनीकियों के बारे में फैकल्टीज़ को जागरूक करना रहा। नर्सिंग टीचर्स की गैर संचारी रोगों के प्रति जागरूकता में सुधार के लिए एफडीपी के दौरान विभिन्न कार्यशलाएं, व्याख्यान और चर्चाएं हुईं, जिनमें विषयों विशेषज्ञों ने अपने-अपने अनुभव साझा किए। एफडीपी में नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्या एवम् प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर डॉ. पूनम शर्मा की उल्लेखनीय मौजूदगी रही।
एफडीपी में टीएमयू हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग के डॉ. अजय कुमार ने मधुमेह और इसकी जटिलताओं का निवारण एंड प्रबंधन, पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. मज़हर मक़सूद ने ओवरव्यू ऑफ सीओपीडी, पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के डॉ. प्रदीप निराला ने अस्थमा का अवलोकन, कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के डॉ. आयुष श्रीवास्तव ने कार्डिओ वैस्कुलर, रोग निवारण, प्रबंधन एंड नर्स की भूमिका पर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। एफडीपी में नर्सिंग कॉलेज की उप प्राचार्या और एफडीपी की सह-संयोजिका प्रो. जसलीन एम. ने हाइपरटेंशनः प्रिवेंशन, मैनेजमेंट एंड रोल ऑफ़ नर्स पर विस्तार से चर्चा की। नर्सिंग कॉलेज के डॉ. रामकुमार गर्ग ने नॉन कम्युनिकेबल रोगों की एपिडेमियोलॉजी और सस्टनेबल डवपलमेंटल गोल्स एंड एनसीडीस एवम् एनएएएलडीः निवरण, प्रबंधन और नर्स की भमिका पर एक रिपोर्ट पेश की और अपने विचार साझा किए।
नर्सिंग कॉलेज के श्री जितेन्द्र सिंह ने स्ट्रोकः निवारण और प्रबंधन, डॉ. सपना सिंह ने नॉन कम्युनिकेबल रोगों के सामाजिक आर्थिक प्रभाव और उनके निवारण और प्रबंधन के लिए अभिनव तकनीकों पर प्रकाश डाला। डॉ. सपना सिंह ने एनपी-एनसीडी कार्यक्रम और एनसीडी में योग की भूमिका, श्री नफीस अहमद ने प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल में हृदय रोग के जोखिम का पूर्वानुमान और इसके प्राथमिक स्वास्थ्य जनगणना में नर्स की भूमिका, मिस प्रियंका मसीह ने सामान्य कैंसरों का निवारण और प्रबंधन पर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। इसके अलावा एफडीपी में श्री जितेंद्र सिंह और श्री रामनिवास ने आपातकालीन देखभाल के क्षेत्र में ज्ञान को बढ़ान के लिए सिम्युलेशन लैब में सीपीआर का डेमोन्स्ट्रेशन भी दिया। एफडीपी में स्तनस्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे-बीएसई, गर्भाशय स्वास्थ्य की जांच-सीएसई और ओवेरिएन स्वास्थ्य-ओवीई के बारे में भी विस्तार से मंथन हआ।