जिहादियों, आईएसआईएस के आतंकियों पर एनआईए का प्रहार

इंद्र वशिष्ठ

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने साल 2023 में आतंकवादियों,आईएसआईएस, जिहादियों,नक्सलियों, मानव तस्करों और आतंकी- गैंगस्टर- तस्कर गठजोड़ के ख़िलाफ़ जबरदस्त कार्रवाई की।

एनआईए ने वर्ष 2023 में भी जिहादी आतंकवाद के ख़िलाफ़ जबरदस्त अभियान चलाया। एनआईए द्वारा जिहादी आतंकवाद के खिलाफ 18 मामले दर्ज किए गए। साल 2022 में जिहादी आतंकवाद के ख़िलाफ़ 35 मामले दर्ज किए गए थे।

625 गिरफ्तार-
एनआईए ने साल 2023 में कुल 68 मामले दर्ज किए। 625 आरोपियों को गिरफ्तार किया। जबकि साल 2022 में 490 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। वर्ष 2023 में गिरफ्तार आरोपियों में अंतर्राष्ट्रीय आतंकी संगठन आईएसआईएस के 65, जिहादी आतंकवाद के मामलों में 114 , मानव तस्करी मामलों में 45, आतंकवादी और संगठित आपराधिक गतिविधि में 28 आरोपी और वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) मामलों में 76 आरोपी शामिल हैं। गिरफ़्तार आरोपियों में में 47 भगोड़े लोग शामिल हैं, जिनमें फ़िलीपींस और संयुक्त अरब अमीरात से निर्वासित 5 लोग भी शामिल हैं।

68 मामले दर्ज-
एनआईए ने 2023 में आतंकवाद से संबंधित घटनाओं की एक विस्तृत श्रृंखला को शामिल करते हुए कुल 68 मामले दर्ज किए। इनमें जिहादी आतंकवाद के 18 मामले, जम्मू-कश्मीर से 03 मामले, वामपंथी उग्रवाद के 12 मामले, पंजाब में आतंकवादी और संगठित आपराधिक गतिविधि से जुड़े 07 मामले, पूर्वोत्तर के 05 मामले और नकली भारतीय नोट से संबंधित 02 मामले शामिल हैं। साल 2022 में कुल 73 मामले दर्ज किए गए थे। जबकि साल 2021 में कुल 61 मामले दर्ज किए गए थे।

सज़ा दर सबसे ज्यादा-
साल 2023 के दौरान कुल 513 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया गया। अदालत द्वारा विभिन्न मामलों में 74 आरोपियों को सजा सुनाई गई। एनआईए द्वारा आरोपियों को सज़ा दिलाने की दर 94.70 फीसदी हासिल की गई। जबकि 2022 में 459 आरोपियों के ख़िलाफ़ आरोप पत्र दायर किया गया और 79 मामलों में सज़ा सुनाई गई थी।

संपत्तियां कुर्क-
एनआईए ने आतंकी फंडिंग को खत्म करने और अंतरराष्ट्रीय आतंकी-आपराधिक नेटवर्क को खत्म करने की रणनीति के तहत आरोपियों और संदिग्धों की वर्ष 2022 में एनआईए ने 10.53 करोड़ रुपए की कुल 37 संपत्तियां कुर्क की थी। जबकि 2023 में यह आंकड़ा बढ़कर 240 (156 बैंक खातों सहित) हो गया, जिनकी कुल कीमत 55.90 करोड़ रुपए है।

ओटावा और लंदन में भारतीय उच्चायोगों और सैन फ्रांसिस्को, अमेरिका में भारत के महावाणिज्य दूतावास पर हुए हमलों में संदिग्धों की पहचान करने के लिए कई स्थानों पर छापे मारे गए। एनआईए 2023 में 47 आरोपियों को ट्रैक करने और गिरफ्तार करने में कामयाब रही ।

हिंसक जिहाद-
एनआईए ने हिंसक जिहाद के ख़िलाफ़ कार्रवाई के दौरान देश भर में अंतर्राष्ट्रीय आतंकी संगठन आईएसआईएस के कई मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया। दिसंबर 2023 में महाराष्ट्र और कर्नाटक में 44 स्थानों पर छापेमारी के बाद 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था, 18 दिसंबर को आईएसआईएस बेल्लारी मॉड्यूल के 8 गुर्गों को गिरफ्तार किया गया। जिससे एनआईए को देश भर में आईईडी विस्फोटों की एक श्रृंखला को अंजाम देने के लिए प्रतिबंधित वैश्विक आतंकवादी संगठनों की योजनाओं को विफल करने में मदद मिली।

आतंकवादी-गैंगस्टर गठजोड़ –
एनआईए ने आतंकवादी-गैंगस्टर गठजोड़ को खत्म करने के अभियान के तहत इस नेटवर्क के ख़िलाफ़ दो मामले दर्ज किए, 55 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया, 253 छापे मारे, 27 लोगों को गिरफ्तार किया और 2023 में 18 संपत्तियों को कुर्क किया।

वामपंथी उग्रवाद-‌
एनआई ने प्रतिबंधित सीपीआई माओवादी और पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के कैडरों और समर्थकों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई की। मई 2023 में सीपीआई (माओवादी) से अलग हुए समूह पीएलएफ सुप्रीमो दिनेश गोप को गिरफ्तार किया। लगभग दो दशकों से फरार दिनेश पर 30 लाख रुपये का इनाम घोषित था।

मानव तस्कर-
वर्ष 2023 में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बांग्लादेश और म्यांमार के नागरिकों से जुड़ी मानव तस्करी के मामले में अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी सिंडिकेट के कुल 33 प्रमुख गुर्गों को गिरफ्तार किया गया।

आतंकी घोषित-
एनआईए द्वारा दिए गए प्रस्ताव पर सरकार ने मोहम्मद अमीन खुबआयब उर्फ अबू खुबालब उर्फ पिन्ना उर्फ मुहम्मद अमीन बट, अरबाज अहमद मीर, डॉ. आसिफ मकबूल डार अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डाला, हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा और लखबीर सिंह लांडा को वर्ष 2023 में व्यक्तिगत आतंकवादियों के रूप में नामित किया गया। इसके अलावा चार आतंकी संगठन- द रेजिस्टेंस फोर्स (टीआरएफ), पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ), जम्मू और कश्मीर घनजावी फोर्स (जेकेजीएफ) और खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

(इंद्र वशिष्ठ दिल्ली में 1990 से पत्रकारिता कर रहे हैं। दैनिक भास्कर में विशेष संवाददाता और सांध्य टाइम्स (टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप) में वरिष्ठ संवाददाता रहे हैं।)