- ऑस्ट्रेलिया पलटवार में सक्षम, भारत को शैफाली व साधू पर भरोसा बनाए रखना होगा
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : बंगाल की रफ्तार की नई सनसनी झूलन गोस्वामी की तेज गेंदबाजी की परंपरा को आगे बढ़ाने वाली 20 बरस की टीटस साधू (4/17) के गेंद से ‘चौकेÓ से मेहमान ऑस्ट्रेलिया को मात्र 141 रन पर ढेर करने के बाद अनुभवी शैफाली वर्मा (अविजित 64 रन, 44 गेंद। तीन छक्के, व छह चौके) और स्मृति मंधाना (54 रन,64 गेंद, एक छक्का, सात चौके) के शानदार अद्र्धशतकों और पहले विकेट की 137 रन की भागीदारी की बदौलत भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने नवी मुंबई के डीवाई पाटील स्टेडियम में शुक्रवार रात तीन टी-20 अंतर्राष्टï्रीय मैचों की सीरीज के पहले मैच में 17 गेंदों के बाकी रहते नौ विकेट से जीत से शानदार आगाज किया। हरमनप्रीत कौर की अगुआई वाली भारतीय महिला टीम की निगाहें गेंद और बल्ले से एक मजबूत इकाई के रूप में प्रदर्शन को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रविवार को भी जारी रख कर दूसरा टी-20 अंतर्राष्टï्रीय मैच भी जीत तीन मैचों की सीरीज 2-0 की निर्णायक बढ़त के साथ अपने नाम करने पर लगी हैं ।
बेशक टी-20 क्रिकेट की बड़ी ताकत ऑस्ट्रेलिया के पलटवार करने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। टीम प्रबंधन यदि शैफाली वर्मा और पहले टी-20 में मैच की सर्वश्रेष्ठï खिलाड़ी रही तेज गेंदबाज टीटस साधू जैसी अपनी नैसर्गिक प्रतिभासम्पन्न क्रिकेटरों पर भरोसा जारी रखेगा तो जरूरत भारतीय टीम अपनी जीत का सिलसिला इसी तरह आगे भी जारी रख सकती है।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वन डे सीरीज में उसकी 0-3 से हार दरअसल मेजबान टीम के शुरू के दो मैचों में कड़े संघर्ष को बयां नहीं करती है। सच तो यह भारतीय महिला टीम वन डे सीरीज दरअसल अपनी बेहद लचर फील्डिंग के चलते ऑस्ट्रेलिया से हारी जबकि उसकी गेंदबाजी और बल्लेबाजी तो ठीक-ठाक ही रही थी। भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने चार तथा अमनजोत कौर ने पहले टी-20 में शुक्रवार को ऑस्ट्रलिया के खिलाफ दो कैच लपके ही टीटस साधू ने अपनी ही गेंद पर एशले गार्डनर का बेहतर कैच लपका और यही चुस्त फील्डिंग उसकी जीत का बड़ा कारण रही।
भारत को ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम के खिलाफ टी-20 मैचों की सीरीज जीत का सिलसिला जारी रखने के लिए एक शतक तीन वन डे मैचों की सीरीज की सर्वश्रेष्ठï क्रिकेटर रही फॉबी लिचफील्ड, बेथ मूनी, ऑलराउंडर टाहिला मैक्रगा, कप्तान एलिसा हीली और एलिसा पारी को दूसरे टी-20 में भी सस्ते में आउट करना होगा। पहले टी 20 में शैफाली और स्मृति मंधाना के अद्र्बशतकों और पहले विकेट की शतकीय भागीदारी की खास बात यह रही कि दोनों ने लंबे स्ट्रोक जडऩे के साथ खासतौर खासतौर पर ऑफ स्पिनर एशले गार्डनर और लेग स्पिनर जॉजिर्या वरेहम और तेज गेंदबाज टाहिला मैक्ग्रा व मैघन शट के खिलाफ तेजी से एक-एक, दो -दो रन लेकर स्कोर बोर्ड को चलाए रखा।
हरमनप्रीत कौर की अगुआई वाली भारतीय महिला टीम ने ऑस्ट्रेलिया को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में एकमात्र टेस्ट में आठ विकेट से हराने के बाद उससे तीन वन डे अंतर्राष्टï्रीय मैचों की सीरीज 0-3 से हार की कसक उससे नवी मुंबई में पहला टी-20 अंतर्राष्टï्रीय मैच नौ विकेट से जीत कर काफी हद तक मिटा दी। ओपनर शैफाली वर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी कर अविजित अद्र्धशतक जड़ भारत को जीत दिला बता दिया कि उन्हें मेहमान ऑस्ट्रेििलया टीम के खिलाफ दूसरे व तीसरे वन डे मैच से एकादश से बाहर रखना चीफ कोच अमोल मजूमदार की रणनीतिक भूल थी। साथ ही चीफ कोच अमोल को भी यह बात समझ में आ गई होगी कि टीटस साधू को यदि उन्होने वन डे सीरीज में उतारा तो बेशक भारत का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सूपड़ा साफ नही हुआ होता। भारतीय टीम प्रबंधन को समझना होगा कि नैसर्गिक रूप से आक्रामक बल्लेबाजी करने वाली किसी भी बल्लेबाज के लिए जोखिम लेना ही होगा क्योंकि वह रंग में रही तो फिर किसी भी पिच और गेंदबाजी आक्रामण को पस्त कर वह अपने दम मैच जिता सकती है। टीटस साधू को भी टेस्ट और वन डे क्रिकेट सीरीज के लिए टीम में रखने के बावजूद एक भी मैच में भारत की एकादश में शामिल न करना कोच अमोल मजूमदार की रणनीतिक गलती थी।
‘हमारी बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग बेहतरीन रही’
‘हमारी बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग ा बेहतरीन रही। टीम में हम सभी अपनी फील्डिंग पर काफी मेहनत कर रही हैं, लेकिन कम पर नतीजे आपके हक में नहीं आते हैं। लेकन शुक्रवार को हर कोई उत्साहित था और हमारी फील्डरों ने बहुत मेहनत की। इसका श्रेय हमारे फील्डिंग कोच को जाता है। हमारे फील्डिंग कोच ने कहा कि जैमी रॉड्रिग्ज पॉइंट पर फील्डिंग करेंगे क्योंकि हमने यहीं काफी न दिए और हमारी टीम में हर किसी को मालूम था कौन कहां चड़ा है। हमने लिचफील्ड के वन डे में कई कैच टपका उन्हें बहुत मौके दिए। मैंने अपनी गेंदबाजों से बराबर सही जगह पर गेंदबाजी करने को कहा और अमनजोत ने पहले टी-20 में उन्हें आउट किया। जहां तक नवोदित तेज गेंदबाज टीटस साधू की बात है तो उन्हें आखिरी वक्त में एकादश में हमने शामिल किया और इसका श्रेय हमारे कोच को जाता है। आखिरी क्षण में हमने सोचा कि यदि हम अतिरिक्त सीमर के साथ उतरते हैं तो यह मददगार हेगा और साधू ने बेहतरीन गेंदबाजी की, हम जानते हैं कि ऑस्ट्रेलिया बढिय़ा टीम है। हमारी गेंदबाजी इकाई ने शुक्रवार को जिस बढिय़ा ढंग से गेंदबाजी हम उनसे आगे भी ऐसी ही बढिय़ा गेंदबाजी देखना चाहेंगे।
-हरमनप्रीत कौर, भारत की कप्तान
‘शुरू में बराबर विकेट खोना हमें महंगा पड़ा’
‘हम वाकई पहले टी-20 में बढिय़ा नहीं खेली। मेरा मानना है कि शुरू में बराबर विकेट खोना हमें महंगा पड़ा। अमूमन कुछ अच्छी भागीदारियां हमें मैच जिता देती हैं। हमारी बल्लेबाजी नौवे नंबर तक है। हम बराबर स्थितियों से तालमेल बैठाने की कोशिश करते हैं। जहां तक टॉस हारने की बात है तो हम भी पहले गेंदबाजी करना पसंद करते। भारतीय गेंबाजों ने शुरू से एकदम सटीक नलेंग्थ के साथ गेंदबाजी की और हमारी राह मुश्किल कर दी। हम रणनीति के लिहाज से कुछ बदलाव की जरूरत थी। किसी को तो बाद में गेंदबाजी करनी ही थी।
-एलिसा हीली, ऑस्ट्रेलिया की कप्तान