सैय्यद मोजिज इमाम
इंफाल : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ रविवार को मणिपुर से शुरू हो गई। रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने थौबल के खोंगजोम में राहुल गांधी को राष्ट्रीय ध्वज सौंपकर ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ की शुरुआत की। इससे पहले राहुल गांधी 1891 में हुए एंग्लो-मणिपुर युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए खोंगजोम युद्ध स्मारक गए।
जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ देश में लोकतंत्र और संविधान को बचाने एवं भावी पीढ़ियों के भविष्य के निर्माण के लिए है। ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ युवाओं को रोजगार दिलाने, जनता को महंगाई से राहत दिलाने, अमीर और गरीब के बीच खाई पाटने, किसानों को फसल का सही दाम दिलाने, महिला पहलवानों को न्याय दिलाने, सभी नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय दिलाने के लिए निकाली जा रही है।
मणिपुर हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए खरगे ने कहा कि मणिपुर में मोदी जी वोट लेने आते हैं, लेकिन मणिपुर के लोग संकट में फंसे हैं तो वह इधर नहीं दिखते। मोदी जी, समंदर की सैर कर सकते हैं लेकिन मणिपुर नहीं आ सकते। राहुल गांधी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ मणिपुर से शुरू कर रहे हैं, ये बहुत बड़ी बात है। मणिपुर का युवा बेरोजगार है, खिलाड़ी प्रशिक्षण नहीं कर पा रहे हैं। बच्चों की पढ़ाई बंद है। लेकिन मोदी सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा। कांग्रेस अहिंसा और शांति चाहती है। देश के पूर्वोत्तर इलाकों को उनके स्टेटहुड से लेकर बड़ी-बड़ी योजनाएं कांग्रेस सरकार ने दी, लेकिन मोदी सरकार आने के बाद केवल पब्लिसिटी चालू है।
वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि हम भारत में बड़े अन्याय के दौर से गुजर रहे हैं। यह सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अन्याय है। आज आर्थिक एकाधिकार कायम हो रहा है। कुछ लोगों को देश की सारी संपत्ति सौंपी जा रही हैं। छोटे और मध्यम व्यवसाय को बर्बाद किया जा रहा है। बड़े पैमाने पर बेरोजगारी और महंगाई है। देश की शासन व्यवस्था में दलितों, वंचितों, पिछड़ों और आदिवासियों की कोई भूमिका नहीं है, क्योंकि बड़ी संख्या में लोगों को शासन व्यवस्था से बाहर रखा गया है।
राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की थी। यात्रा में उन्होंने नफरत मिटाने और भारत जोड़ने की बात की। लाखों लोगों से बातचीत की। मैं चाहता था कि कन्याकुमारी से कश्मीर की तरह ही पूरब से पश्चिम की भी यात्रा हो। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में किसानों, मजदूरों, छोटे दुकानदारों, महिलाओं और युवाओं की बात सुनी जाती थी। यही लक्ष्य ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का भी है, जिसमें हम आपके मन की बात सुनना चाहते हैं, आपका दर्द समझना चाहते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि मैं आपको अपने ‘मन की बात’ नहीं बताऊंगा, ‘मैं आपके मन की बात सुनूंगा। जनता की बात सुनकर कांग्रेस पार्टी देश की जनता के सामने एक नया नजरिया पेश करेगी। यह दृष्टिकोण हिंसा, घृणा या एकाधिकार का नहीं होगा, बल्कि सद्भाव, समानता और भाईचारे का दृष्टिकोण होगा।
मणिपुर की पिछली यात्रा का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने पिछले साल मणिपुर का दौरा किया था और मणिपुर को पूरी तरह से विभाजित पाया था। मणिपुर आरएसएस और भाजपा की नफरत की राजनीति का प्रतीक बन गया है। मणिपुर में इतना कुछ हुआ, लेकिन आज तक हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री मणिपुर की जनता से गले लगने, आंसू पोंछने नहीं आए। यह शर्म की बात है।
इससे पूर्व राहुल गांधी का थौबल के खोंगजोम पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। यात्रा के नारे ‘न्याय का हक मिलने तक’ और ‘सहो मत, डरो मत’ से वातावरण गूंज उठा। यात्रा के शुभारंभ पर थौबल के खोंगजोम में जनसभा का भी आयोजन किया गया