- भारत को जर्मनी पर जीत के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा
- कप्तान सविता बोली, बतौर टीम हमें अपनी क्षमता पर विश्वास है
- कोच शॉपमैन ने कहा, सेमीफाइनल को फाइनल की तरह लेंगे
- भारत को जर्मनी के जवाबी हमलों को रोकना होगा
- भारत की मध्य पंक्ति में सलीमा, नेहा, नवनीत व निशा की भूमिका सबसे अहम
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : संगीता कुमारी, ब्यूटी डुंगडुंग, ललरेमसियामी और दीपिका ने खुद गोल करने, गोल के मौके बनाने के साथ भारत को पेनल्टी कॉर्नर भी दिलाए और उदिता दुहान ने इन पर तीन को गोल में बदल कर भारत को न्यूजीलैंड और इटली पर जीत दिला कर पूल बी में दूसरा स्थान दिलाकर रांची में एफआईएच महिला ओलंपिक क्वॉलिफायर,रांची 2024 के सेमीफाइनल में स्थान दिलाया। अनुभवी स्ट्राइकर वंदना कटारिया के अभ्यास के दौरान गाल में चोट के चलते बाहर होने के चलते पहले मैच में अमेरिका से 0-1 से हार से आगाज के बाद भारत महिला टीम ने सही वक्त पर रंगत पाकर न्यूजीलैंड को 3-1 से और अंतिम पूल मैच में इटली पर 5-1 से जीत के साथ दर्शाया कि वह सही वक्त पर रंग में आ गई। एफआईएच रैंकिंग में छठे स्थान पर काबिज भारत की महिला के सामने अपने से एक पायदान उपर जर्मनी को बृहस्पतिवार को सेमीफाइनल में हरा कर सीधे 2024 के पेरिस ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करने की बेहद मुश्किल चुनौती है। भारत अपने पूल में बी में तीन मैचों में मात्र अमेरिका से मैच हारा और दो मैच जीते। भारत ने तीन मैचों में कुल आठ गोल किए तीन गोल खाए। वहीं जर्मनी ने तीन में से दो मैच जीते और जापान से अपना मैच एक एक गोल से ड्रॉ खेला। जर्मनी ने तीन मैचों में कुल 14 गोल किए और एकमात्र गोल जापान के खिलाफ खाया। भारत को जर्मनी पर जीत के लिए अपना सर्वश्रेष्ठï खेल दिखाना होगा। रांची ओलंपिक क्वॉलिफायर्स में शीर्ष टीमें ही ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करेंगी।
जर्मनी के खिलाफ अहम सेमीफाइनल की पूर्वसंध्या पर भारत की कप्तान गोलरक्षक सविता ने कहा, ‘हम जर्मनी के खिलाफ कई बार खेल चुके हैं हमने उसके खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है। बतौर टीम हमें अपनी क्षमता पर विश्वास है। हमारे पास जर्मनी के खिलाफ मजबूत प्रदर्शन करने वाला खेल भी है। हमारा आक्रामक खेल खासा बढिय़ा है। जर्मनी भी बढिय़ा टीम है और उसके खिलाफ हमारी रक्षापंक्ति को तो एकदम चौकस रहना ही होगा उसके खिलाफ मिले किसी भी मौके को भुनाना होगा।’
भारत की महिला हॉकी टीम की चीफ कोच यांकी शॉपमैन ने कहा, ‘जर्मनी की टीम में कई बढिय़ा खिलाड़ी है लेकिन हमारी टीम भी खासी बढिय़ा और उसने दिखाया है कि वह दबाव में बढिय़ा प्रदर्शन कर सकती है। हम ओलंपिक में स्थान पाने से बस एक मैच दूर हैं। हम जर्मनी के खिलाफ इस सेमीफाइनल को फाइनल की तरह लेंगे और अपना सब कुछ झोंक देंगे।’
भारत की महिला हॉकी टीम के लिए उत्साह की बात यह है कि उसने भुवनेश्वर में 2021-22 में जर्मनी से एफआईएच प्रो लीग में पिछले दोनों मैच एक एक से ड्रॉ खेले और जबकि उससे ओलंपिक में अपना मैच 0-2से हारने से पहले उसे टेस्ट सीरीज के मैच में 2-1 से हराया था। जापान ने जर्मनी को पूल ए में एक एक की बराबरी पर रोक कर दर्शाया कि उससे पार पाया जा सकता है। भारत सेमीफाइनल नहीं जीत पाता तो फिर उसके पास तीसरे स्थान का मैच जीत पेरिस ओलंपिक में स्थान पाने का एक और मौका जरुर होगा। अपने ही दर्शकों के समर्थन से भारतीय महिला हॉकी टीम जर्मनी के खिलाफ एक इकाई के रूप बेहतरीन प्रदर्शन कर बृहस्पतिवार को जीत के साथ फाइनल में पहुंचने की पुरजोर कोशिश करेगी।
जर्मनी की ताकत मजबूत रक्षापंक्ति के साथ जवाबी हमले हैं। भारत को जीतना है तो उसे जर्मनी के जर्मनी के जवाबी हमलों को रोकने के साथ उसकी रक्षापंक्ति को अपनी कलाकारी से छकाना होगा। भारत की मध्यपंक्ति में आक्रामक सेंटर हाफ झारखंड की सलीमा टेटे के साथ हरियाणा नवनीत कौर, नेहा गोयल और निशा वारसी की चौकड़ी की भूमिका सबसे अहम होगी। नवनीत, नेहा और निशा को जर्मनी की सोंजा जिमरमैन, चार्लोट स्टीफनहस्र्ट व जेटी फुश्चज जैसी मौकों को भुना गोल करने में माहिर खिलाडिय़ों को अपनी 25 गज की रेखा से बाहर ही रोकने के साथ चतुराई से गेंद साथी स्ट्राइकर संगीता कुमारी, ब्यूटी डुंगडुंग, ललरेमसियामी और दीपिका के लिए आगे बढ़ाने होगी। भारत की रक्षापंक्ति में मोनिका, उदिता दुहान, निकी प्रधान और इशिका चौधरी को पिछले दो मैचों की सी मजबूती जर्मनी के खिलाफ मैच में भी दिखानी होगी।
ओलंपिक महिला क्वॉलिफायर (सेमीफाइनल) : भारत वि. जर्मनी (शाम साढ़े सात बजे से)।