- दिया कुमारी ने दिन में ही जला दिया दीया …
- चलना मेरा काम है, चलना मेरा काम है……
गोपेन्द्र नाथ भट्ट
राजस्थान में बीस वर्षों के बाद किसी वित्त मंत्री उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने अपने स्वतंत्र विभाग की हैसियत में गुरुवार को राज्य विधान सभा में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा सरकार का पहला बजट रख राजस्थान की उम्मीदों को रोशन करने का काम किया हैं । प्रदेश में वर्ष 2003 में अशोक गहलोत के कार्यकाल में तत्कालीन वित्त मंत्री प्रद्युम्न सिंह ने एक स्वतंत्र वित्त मंत्री के रूप में विधान सभा के पटल पर आखिरी बजट रखा था, उसके बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों के शासन काल में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत ही बारी-बारी से विधानसभा में बजट पेश करते रहें।
राजस्थान विधान सभा में गुरुवार को एक अलग ही प्रकार की छटा देखने को मिली। गुलाबी रंग की राजस्थानी प्रिंट की राजसी साड़ी में दिया कुमारी बजट प्रस्तुत करने जब विधान सभा पहुंची तो ट्रेजरी बेंच सत्ताधारी पक्ष के विधायकों ने मेजें थपथपा कर भारी उत्साह से उनका स्वागत किया और दिया कुमारी जब अंतरिम बजट (लेखानुदान) प्रस्तुत कर रही थी तो प्रतिपक्ष की ओर से हंगामा भी हुआ लेकिन मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने एक बार फिर से अपनी राजनीतिक कुशलता को प्रदर्शित करते हुए और कहा कि एक सम्मानीय महिला बजट पेश कर रही है इसलिए हम सभी को भी उनका समुचित सम्मान करना चाहिए कह कर स्थिति को संभाला ।
दिया कुमारी ने बजट भाषण में कविता की पंक्तियों से वाहवाही लूटी-
गति प्रबल पैरों में भरी फिर क्यों रहूं दर दर खड़ा जब आज मेरे सामने है रास्ता इतना पड़ा
जब तक न मंजिल पा सकूँ तब तक नहीं विराम है चलना मेरा काम है, चलना मेरा काम है……
केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण द्वारा संसद में लोकसभा के पटल पर प्रस्तुत अंतरिम बजट की तरह राजस्थान विधानसभा में वित्त और उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने भी आगामी मई जून में लोकसभा चुनाव पूर्ण होने तक चार महीने के खर्चों की भरपाई के लिए अपना अंतरिम बजट (लेखानुदान) पेश किया है। कहने को तों यह एक अंतरिम बजट हैं लेकिन आने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए इसे भजन लाल सरकार ने लोक लुभावन बनाने का हर संभव प्रयास किया है। दिया कुमारी ने अंतरिम बजट में भाजपा द्वारा विधानसभा चुनाव के दौरान घोषित संकल्प घोषणा पत्र की घोषणाओं की झलक भी दिखाई दी। हालांकि जुलाई अगस्त में आने वाले पूर्ण बजट में और भी कई घोषणाएं शामिल की जा सकती हैं लेकिन इस बार छह बड़ी घोषणाएं शामिल की गई है जिसमें कुछ वर्ग के छात्र-छात्राओं को केजी से पीजी तक नि:शुल्क शिक्षा, बुजुर्गों को भी महिलाओं की भांति रोडवेज बसों में 50 प्रतिशत किराए की छूट, राजस्थान में भी लाडली और लखपति दीदी योजना शुरू करने तथा लाडो प्रोत्साहन योजना के तहत गरीब परिवारों में बालिकाओं का जन्म होने पर एक लाख रुपये का सेविंग बॉन्ड देने, प्रदेश में 70 हजार पदों पर भर्ती, ईआरसीपी की पूर्व में अनुमानित योजना की 37250 करोड़ की राशि बढ़ाकर 45 हजार करोड़ करने तथा गहलोत सरकार की चिरंजीवी योजना का नाम बदल कर मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना लागू करने आदि कई लोक लुभावन घोषणाएं की गई हैं । ईआरसीपी के अंतर्गत अब पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों के स्थान पर प्रदेश के 21 जिलों को लाभ मिलेगा। इसके अलावा अगले साल से अल्प आय वर्ग,लघु,सीमांत,बटाईदार किसानों,खेतिहर श्रमिकों आदि के लिए नई योजनाऐं,कई राज्यों के सैटेलाइट सिटी की अवधारणा की तर्ज पर जयपुर के पास हाईटेक सिटी बनाने तथा इस टाउनशिप में आईटी, फिनटेक, फाइनेंशियल मैनेजमेंट,न्यू एज सब्जेक्ट और एआई/ एमआई संस्थान आदि की स्थापना के लिए स्पेशल इंसेंटिव देने तथा जयपुर वासियों को वर्ल्ड क्लास सिटी की सारी सुविधाएं उपलब्ध कराने,जयपुर मेट्रो का विस्तार करने तथा टोंक रोड के सीतापुरा,अंबावाड़ी होते हुए विद्याधर नगर करने के लिए नई डीपीआर तैयार करने आदि घोषणाएं भी की गई है।
दिया कुमारी ने मध्य प्रदेश की तरह मीसा आदि बंदियों के लिए राजस्थान लोकतंत्र सेनानी सम्मान निधि अधिनियम लाने की घोषणा भी की है। इससे ऐसे सेनानियों की पेंशन,चिकित्सा सहायता आदि कानूनी दर्जा मिल सकेगा। इसी तरह ऑनलाइन प्रक्रिया के लिए राजस्थान अनुग्रह सेवा प्रदायगी अधिनियम की घोषणा की गई है। इसके अलावा आरजीएचएस के तहत कॉनफेड के जरिये पेंशनरों को दवाइयों की डोर स्टेप डिलीवरी तथा आईपीडी के साथ डे केयर पैकेज जोड़ने, ईडब्ल्यूएस के 1-8 कक्षा के विद्यार्थियों को प्रति विद्यार्थी एक हजार रुपये की सहायता, कक्षा 9 से 12 वीं की छात्राओं को भी 1 हजार रु की सहायता से करीब 70 लाख विधार्थियों को लाभान्वित करने आदि घोषणाएं भी अहम हैं। इस तरह बजट भाषण में भजन लाल सरकार ने युवाओं को नई भर्तियों से नवाज़ा गया है। साथ ही हर जिले में रोजगार मेले और स्किल डवलपमेंट प्रोग्राम की घोषणा के साथ ही लोक सेवा आयोग और कर्मचारी चयन बोर्ड का वार्षिक भर्ती कैलेंडर जारी करने की घोषणा भी की गई है। प्रदेश में पर्यटकों की सुविधा के लिए करीब 20 हजार युवाओं को गाइड हॉस्पिटेलिटी की ट्रेनिंग मिलेगी। साथ ही प्रदेश के किसानों के अल्प आय वर्ग, सीमांत किसानों के बच्चों को केजी से पीजी तक मुफ्त शिक्षा का तोहफा भी दिया गया है। बजट में प्रदेश के किसानों के लिए भी कई योजनाएं की घोषणा की गई है। साथ ही क्षेत्रीय संतुलन बनाने के लिए पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा उपेक्षित इलाकों के लिए अलग से विशेष बजट का प्रावधान रखा गया है।
वित्त मंत्री दीया कुमारी ने लेखानुदान पेश करते हुए कहा कि किसानों के प्रति हमारी सरकार संवेदनशील है। मुख्यमंत्री ने 30 जनवरी को सदन में घोषणा के अनुसार पीएम किसान सम्मान निधि योजना में किसानो को अब 6 की जगह 8 हजार रुपए मिलेंगे। इस योजना में 1 हजार 400 करोड़ रुपए का प्रावधान प्रस्तावित है। गेहूं के समर्थन मूल्य के अतिरिक्त प्रति क्विंटल 125 रुपए का बोनस देने की योजना पर 250 करोड़ रुपए व्यय होंगे। किसानों के लिए भजनलाल सरकार ड्रोन से खेती की तकनीक को बढ़ावा देगी। प्रदेश में मिलेट्स के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार किसानों को बीज उपलब्ध करवाएगी। साथ ही किसान क्रेडिट कार्ड की तर्ज पर गोपाल क्रेडिट कार्ड ओर मुफ्त बीज किट भी उपलब्ध कराए जाएंगे। श्रीअन्नपूर्णा रसोई के माध्यम से गरीबों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। विद्यालय और महाविद्यालय के 1000 करोड़ रुपए लिए दिए गए हैं। राजस्थान में सड़कों के निर्माण के लिए स्टेट रोड फंड में 1500 करोड़ रुपए का अतिरिक्त प्रावधान किया गया है। उदय योजना में 62, 400 करोड़ रुपए का ऋण भार टेकओवर किया था। पिछली सरकार के कुप्रबंधन के चलते अब बिजली कंपनियों पर 1 लाख 39 हजार करोड़ रुपए का ऋण भार हो गया है। बिजली कंपनियों के लिए एक बिजनेस प्लान बनाया जाएगा तथा प्रदेश में बिजली के हालात सुधारने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी। इस सब के लिए 10 साल का “ब्लू-प्रिंट” तैयार होगा।
दीया कुमारी ने कहा कि सौर ऊर्जा के लिए राजस्थान में पीएमयू का गठन कर घरों की छतों पर 5 लाख से अधिक रूफ सोलर यूनिट्स लगाना जाना प्रस्तावित है, इससे प्रतिमाह इन घरों को 300 यूनिट तक निशुल्क बिजली मिल सकेगी। राज्य के बड़े शहरों के लिए 500 इलेक्ट्रिक बसें भी शुरू की जाएंगी। दीया कुमारी ने कहा कि अब राजस्थान में डबल इंजन की सरकार है। इसलिए राज्य के विकास में किसी भी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी एवं आधार भूत सुविधाओं के साथ ही शिक्षा और स्वास्थ्य पर भी जोर दिया जाएगा। हमारी सरकार ने समस्त गरीब परिवारों की महिलाओं को 450 रुपए में एलपीजी देकर 73 लाख परिवारों को राहत दी है।
दिया कुमारी ने अपने बजट भाषण में बताया कि राज्य में चिरंजीवी योजना का नाम बदला कर अब मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना होगा। इस योजना में शामिल सभी परिवार लाभ प्राप्त करने के पात्र होंगे। कैंसर का डे केयर ट्रीटमेंट भी योजना में शामिल होगा। पेंशनर्स को आरजीएचएस में अब ऑन डोर स्टेप मेडिसिन की सुविधा मिलेगी। राजस्थान के राजमार्गों को 25 लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस भी दी जाएगी। उन्होंने बताया की राज्य में पर्यटन विकास के लिए प्रदेश के प्रमुख मंदिरों गोविंद देव जी, मेहंदीपुर बालाजी, रणकपुर, डिग्गी कल्याण जी आदि आस्था केंद्रों का विकास किया जाएगा तथा राज्य के 20 मंदिरो और आस्था केंद्रों के विकास के लिए 300 करोड़ का प्रावधान रखा गया है। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप से जुड़े क्षेत्रों के लिए महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट बनेगा। 10 म्यूजियम एवं आर्काइव गैलरी के लिए 50 लाख रु और सशस्त्र सेवा संग्रहालय के लिए 2 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा है।
वित्त मंत्री दिया कुमारी ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के साथ ही राजस्थान इकोनॉमिक रिवाइवल टास्क फोर्स बनाने की घोषणा भी की । विधानसभा में अपना पहला अंतरिम बजट पेश करते हुए दिया कुमारी ने कहा कि हमें विरासत में बहुत बढ़ा कर्ज भार मिला है। पंजाब के बाद राजस्थान का कर्ज सर्वाधिक है तथा राजस्थान में संभावित 70, 800 रुपए प्रति व्यक्ति कर्ज है। पिछली सरकार में 2 लाख 24 हजार 392 करोड़ के ऋण में से 93 हजार 577 करोड़ रुपए का पूंजीगत व्यय किया गया। पिछली सरकार ने बिना आर्थिक प्लानिंग के कई घोषणाएं की।उन्होंने लेखानुदान में राजस्थान की अर्थव्यवस्था की तस्वीर भी पेश की ।
बजट पर प्रतिपक्ष में शामिल पार्टियों विशेष कर कांग्रेस के नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निराशा व्यक की है और इसे बिना विजन का बजट बताया है। साथ ही कहा कि इस बजट ने प्रधान मंत्री मोदी की गारंटियों की हवा निकाल दी गई हैं।
दिया कुमारी ने अपने बजट भाषण और भजन लाल सरकार के अंतरिम बजट में प्रदेश की उम्मीदों को रोशन करने का प्रयास कर दिन में उम्मीदों का दीया जलाया है। देखना ये जुलाई अगस्त में आने वाले पूर्ण बजट में दिया कुमारी प्रदेश की शेष उम्मीदों कितना अधिक रोशन करेंगी?