चुनाव 2024: अंत्योदय व प्रजातंत्र का सर्वश्रेष्ठ उत्सव

Election 2024: Best celebration of Antyodaya and democracy

प्रो. नीलम महाजन सिंह

भारत राजनीतिक प्रजातंत्र का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है. चुनाव; मुद्दों, व्यक्ति व नीतियों को लेकर ladey जाते हैं. लोकसभा चुनाव 2024 के प्रथम चरण में, 19 अप्रैल 2024 को 63 प्रतिशत से हुआ मतदान हुआ.

लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीट पर मतदान दर्ज किया गया। राजीव कुमार, मुख्य निर्वाचन अधिकारी, भारतीय निर्वाचन आयोग ने यह जानकारी दी। यह प्रजातंत्र के लिए महत्वपूर्ण संकेत है कि राजनैतिक दलों की कड़ी नोक झोंक के बावजूद, भारतीय जनमानस ने अपने वोट के अधिकार का प्रयोग किया है। आरोप-प्रतिरोप तो चुनावों में लगाये ही जाते हैं! मुख्य रूप से चुनाव मुद्दों से हटकर, व्यक्ति विशेष पर आधारित रहे। कॉंग्रेस, भाजपा, व अन्य दलों में आया-राम व गया-राम का सिलसिला चलता रहा। फ़िर वोटिंग मशीन की निष्पक्षता पर भी प्रश्नचिन्ह लगाए गए हैं। पश्चिम बंगाल में पहले चरण में ‘बंपर वोटिंग’ हुई। लोकतंत्र के सबसे बड़े महापर्व की शुरुआत हो गई है। चुनावी अखाड़े में लड़ाई, मुख्य रूप से एनडीए बनाम इंडिया गठबंधन की है। पहले फेज़ में नरेंद्र मोदी सरकार के 8 मंत्रियों की किस्मत दांव पर लगी है।

चुनाव आयोग की डेटशीट के अनुसार, चुनाव 7 चरणों में होंगे जिसके नतीजे 4 जून, 2024 को आयेंगे। इस दौरान पश्चिम बंगाल समेत कुछ स्थानों पर हिंसा की कुछ छुट-पुट घटनाएं सामने आईं। वहीं छत्तीसगढ़ में एक ग्रेनेड लांचर के गोले में दुर्घटनावश विस्फोट होने से, सीआरपीएफ के एक जवान की मौत हो गई। शाम छह बजे तक कतारों में लगे लोगों को वोट डालने की अनुमति दी गई। वोट डालने के लिए सभी मतदाताओं का धन्यवाद। क्योंकि वोट देने का प्रयास भी बहुत महत्वपूर्ण कर्तव्य है।

पहले चरण के चुनाव के बाद जो फीडबैक मिला है, उससे साफ है कि देश की जनता पूरी गंभीरता व दृढ़ता के साथ प्रजातांत्रिक प्रणाली में विश्वास रखती है। ‘नफ़रत या प्यार की दुकान’, के कोई भी समान प्रभावी होते नजर नहीं आए। अनुपम राजन (मध्य प्रदेश, मुख्य निर्वाचन अधिकारी) ने बताया कि मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में सबसे ज्यादा मतदान हुआ। यह कमलनाथ की कर्म भूमि है। निर्वाचन अधिकारी के अनुसार अब तक सीधी में 56%, शहडोल में 64%, जबलपुर में 59%, मंडला में 72%, बालाघाट में 72% और छिंदवाड़ा में 78% मतदान हुआ है। सभी मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण मतदान हुआ है।

मणिपुर के कुछ जिलों से कुछ घटनाओं की सूचना को छोड़कर मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा, प्रदीप झा (मणिपुर, मुख्य निर्वाचन अधिकारी) ने सूचना दी। ईवीएम को कुछ नुकसान पहुंचाने, कुछ आपराधिक धमकी देने या किसी द्वारा मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश करने की कुछ रिपोर्टें भी मिली हैं। पश्चिम बंगाल में मतदाताओं में खूब जोश दिखा। उत्तर प्रदेश में आठों लोकसभा सीटों पर पहले चरण के लिए मतदान हुआ। असम में 60.70 %, बिहार में 39.73%, छत्तीसगढ़ में 58.14 %, मध्य प्रदेश में 53.40 % मतदान हुआ है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा, “हम पहले चरण की चारों सीट जीत रहे हैं। लोग बढ़ चढ़ कर वोट डाल रहे हैं। मौजूदा सरकार से लोग गुस्से में हैं। बिहार इस बार चौंकाने वाले परिणाम देगा।” सीएसई, राजीव कुमार ने युवाओं से कहा, “आप आनंद महसूस करेंगे, ये मेरी गारंटी है”। पहले चरण के लिए मतदान केंद्रों पर मॉक पोल की कार्रवाई की गई। पहले चरण में केंद्रीय मंत्री, नितिन गडकरी ने नागपुर के टाउन हॅाल में परिवार समेत मतदान किया। मतदान प्रतिशत का उल्लेख; लक्षद्वीप में सबसे कम रिकॉर्ड – 16.33%, त्रिपुरा में सर्वाधिक रिकॉर्ड – 33.28% रहा। नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने कोहिमा के मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला। दुनिया की सबसे छोटी महिला, ज्योति आम्गे ने नागपुर में वोट डाला। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज पहले चरण का मतदान हो रहा है। ये लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव का बहुत बड़ा दिन है। मेरा सभी मतदाताओं से अनुरोध है कि संविधान से मिले इस अधिकार का उपयोग ज़रूर करें। विशेषकर मैं अपने युवाओं से आग्रह करूंगा, जो पहली बार वोट डालने जा रहे हैं, कि वे ऐसा मौका जाने न दें, वो अवश्य वोट करें”।एमएनएम प्रमुख, कमल हासन ने चेन्नई में अपना वोट डाला। नितिन गडकरी ने कहा, “हमें मतदान करना चाहिए, यह हमारा मौलिक अधिकार भी है और कर्तव्य भी है। मैं 101% आश्वस्त हूं कि मैं अच्छे अंतर से चुनाव जीतूंगां”।

अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने भी वोट डाला। उत्तराखंड में एक नवविवाहित जोड़े ने आम चुनाव के लिए पौढ़ी गढ़वाल के एक मतदान केंद्र पर मतदान किया। उधम सिंह नगर में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पोलिंग बूथ संख्या- 100 राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय, खटीमा पर मतदान किया। पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन. रंगासामी मोटरसाइकिल पर सवार होकर अपना वोट डालने के लिए पुडुचेरी के डेलार्शपेट में एक मतदान केंद्र पर पहुंचे। केंद्रीय मंत्री व बीकानेर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार अर्जुन राम मेघवाल ने मतदान किया। जोरहाट लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार गौरव गोगोई ने अपना वोट डाला। तमिलनाडु के सीएम और डीएमके प्रमुख एम.के. स्टालिन ने चेन्नई में मतदान किया। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पहले चरण में अपना वोट डाला। अभिनेता रजनीकांत ने तमिलनाडु के चेन्नई में एक मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला। शिवगंगा, तमिलनाडु, से पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता पी.चिदंबरम ने मतदान किया। लोकतंत्र में हर वोट कीमती और हर आवाज का महत्त्वपूर्ण है। इस मौके पर पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया। मोदी ने लिखा कि लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव आज से शुरू हो रहा है! “लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में 21 राज्यों और संघ शासित प्रदेशों की 102 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। इन सभी सीटों के मतदाताओं से मेरा आग्रह है कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग जरूर करें और वोटिंग का नया रिकॉर्ड बनाएं। पहली बार वोट देने जा रहे अपने युवा साथियों से मेरी यह विशेष अपील है कि वे भारी संख्या में मतदान करें। लोकतंत्र में हर वोट कीमती है और हर आवाज का महत्त्व है”: नरेंद्र मोदी ।

आरएसएस प्रमुख डा. मोहन भागवत ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि यह देखकर बहुत उत्साह है कि युवा मतदाताओं ने वोट डालकर लोकतान्त्रिक प्रणाली में हिस्सा लिया। युवाओं के बीच बहुत सारी जागरूकता गतिविधियां की हैं ताकि अगर किसी भी तरह की उदासीनता हो, तो वे निराश न हों। इस बार हमारे युवा मतदाता न केवल अकेले आने वाले हैं, बल्कि उनसे अपील कई गई है कि वे देश के राजदूत बनें, हमारे प्रभावशाली व्यक्ति बनें – जितना संभव हो उतने दोस्तों, परिवार के सदस्यों को मतदान केंद्र पर लाएँ और उस उत्सव का आनंद लें। अपनी सरकार चुनने की ज़िम्मेदारी महसूस करें। इस प्रकार अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, अंडमान निकोबार, जम्मू और कश्मीर, लक्षद्वीप, पुद्दुचेरी राज्य में चुनाव हो चुके हैं। सारांशाार्थ यह कहना उचित होगा कि, चुनाव अंत्योदय का प्रतीक हैं जिसमें जाति, धर्म, सामाजिक असमानता आदि से ऊपर उठ कर, हर जन को अपनी इच्छानुसार वोट डाल कर अपने राजनीतिक प्रतिनिधियों को चुनने का अधिकार प्राप्त है। यही भारत के संविधान का मुख्य सार है। “हम भारत के लोग …”

(वरिष्ठ पत्रकार, राजनैतिक विश्लेषक, दूरदर्शन व्यक्तित्व, सॉलिसिटर फॉर ह्यूमन राइट्स संरक्षण व परोपकारक)