रविवार दिल्ली नेटवर्क
देहरादून : चमोली जनपद के विकासखंड जोशीमठ के सलूड़डुंग्रा गांव में हर साल अप्रैल (वैशाख) माह में आयोजित होने वाले आकर्षक सांस्कृति ‘रम्माण’ उत्सव का 25 अप्रैल को समापन हो गया है। रम्माण उत्सव में रामायण का ढोल-दमाऊ की थाप पर 18 ताल में मुखौटा नृत्य के माध्यम से मंचन किया जाता है। जिसमें स्थानीय कलाकार प्राचीन मुखौटा परंपराओं के साथ रामायण को लोक शैली में प्रस्तुत करते हैं। प्राचीन मुखौटा नृत्य ‘रम्माण’ को वर्ष-2009 में यूनेस्को ने विश्व सांस्कृतिक धरोहर में शामिल किया।