
- भारत की जू. टीम बेल्जियम व जर्मनी के खिलाफ दो-दो मैच खेलेगी
- एक मैच भारतीय जू. टीम नीदरलैंड के क्लब के खिलाफ खेलेगी
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : ड्रैग फ्लिकर फुलबैक रोहित की अगुआई में भारत की जूनियर पुरुष हॉकी टीम 20 से 29 मई, 2024 तक यूरोप के दौरे पर जाएगी। अनुभवी फुलबैक शारदानंद तिवारी टीम इस दौरे पर भारत की जूनियर पुरुष हॉकी टीम के कप्तान होंगे।भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम अपने यूरोप दौरे पर बेल्जियम और जर्मनी की टीमों के साथ नीदरलैंड के क्लब ब्रेडे हॉकी वेरेनजिंग पुश के खिलाफ कुल पांच मैच खेलेगी। हॉकी इंडिया ने भारत की जूनियर टीम के नौजवान खिलाड़ियों को यूरोपीय टीमों के खिलाफ खेलने का अनुभव दिलाने के लिए इस यूरोप दौरे पर टीम को भेजने का फैसला किया है। भारत की यूरोप दौरे पर जानी 20 सदस्यीय जूनियर टीम में कप्तान फुलबैक रोहित, उपकप्तान शारदा नंद तिवारी, योगेम्बर रावत, मध्यपंक्ति के खिलाड़ी अंकित पाल,स्ट्राइकर सौरभ आनंद कुशवाहा, गुरजोत सिंह और गुरसेवक कमोबेश सभी खिलाड़ी नए हैं।
भारत की जूनियर पुरुष हॉकी टीम अपना पहला मैच 20 मई को बेल्जियम के खिलाफ एंटवर्प में और फिर उसके खिलाफ ब्रेडा, नीदरलेंड में 22 मई को एक और मैच खेलेगी। 23 मई को भारतीय जूनियर टीम नीदरलैंड कश ब्रेडे हॉकी वेरेनजिंग पुश के खिलाफ खेलेगी और 28 मई को जर्मनी के खिलाफ खेलेगी और अगले दिन ब्रेडा में जर्मनी के खिलाफ एक और अपने यूरोप दौरे का अंतिम मैच खेलेगी।
भारत की यूरोप दौरे के लिए चुनी गई जूनियर टीम इस प्रकार है:
गोलरक्षक : प्रिंस दीप सिंह, बिक्रमजीत सिंह।
रक्षापंक्ति : शारदानंद तिवारी (उपकप्तान), योगेम्बर रावत, अनमोल एक्का, रोहित (कप्तान), मनोज यादव, तालेम प्रियो बारता
मध्यपंक्ति :अंकित पाल,, रोशन कुजूर, बिपिन बिलावरा रवि, मुकेश टोपो, मनमीत सिंह, वचन एचए।
अग्रिम पंक्ति : सौरभ आनंद कुशवाहा, अर्शदीप सिंह, गुरजोत सिंह, मोहम्मद कुनैन दाद, दिलराज सिंह, गुरसेवक सिंह।
भारत की जूनियर पुरुष हॉकी टीम के कप्तान रोहित ने कहा, ‘हमने शिविर में कड़ी मेहनत कर एक दूसरे के खेल को काफी बढ़िया ढंग से समझा है। विदेशी टीमों के खिलाफ खेलने से हमें अपना खेल बेहतर करने और एक दूसरे के खेल को और बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी।
भारत की जूनियर पुरुष हॉकी टीम के उपकप्तान शारदा नंद तिवारी ने अपने कप्तान रोहित की राय से सहमति से जताते हुए कहा, ‘ हमारी जूनियर टीम का यह यूरोप दौरा एक अच्छा अनुभव साबित होगा और इससे हमें यह समझने का मौका मिलेगा कि हम खुद बतौर खिलाड़ी और टीम कहां खड़े हैं। इससे हमें अपनी ताकत को आंकने के साथ यह भी जानने का मौका मिलेगा कि हमें कहां क्या बेहतर करने की जरूरत है।’