अजय कुमार
बसपा सुप्रीमों मायावती ने ने कहा है कि महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और उत्पीड़न पर दोहरा मातदंड नहीं अपनाना चाहिए। एक्स पर एक पोस्ट में बहनजी ने कहा कि स्वाति मालीवाल के साथ अभद्रता के मामले में दोषी पर अब तक कार्रवाई नहीं होना गलत है। ऐसे में राज्यसभा के सभापति और महिला आयोग को भी इस घटना का संज्ञान लेना चाहिए। बीजेपी के बाद जिस तरह से बसपा सुप्रीमों इस मुद्दे को उठा रही हैं उससे लगता है कि आम आदमी पार्टी (आप) सांसद स्वाति मालीवाल से बदसलूकी मामले में सियासत अभी और तेजी पकड़ेगी। इस मुद्दे पर बीजेपी पहले से आम आदमी पार्टी पर हमलावर है, तो अब बसपा सुप्रीमो मायावती भी इस मैदान में उतर आई हैं।
बसपा प्रमुख मायावती ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा,‘श्महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान व उत्पीड़न के साथ ही किसी भी नेता द्वारा अन्य कोई भी गलत कार्य करने पर सख्त कार्रवाई के मामले में चाहे कोई भी पार्टी या इंडी व अन्य गठबन्धन हो तो इन्हें दोहरा मापदंड नहीं अपनाना चाहिए अर्थात् इन्हें बीएसपी के शीर्ष नेतृत्व से ज़रूर सबक लेना चाहिए। अतः आप पार्टी की महिला राज्यसभा सांसद के साथ सीएम आवास में अभद्रता के गंभीर मामले पर देश की नजर तथा दोषी के विरुद्ध अब तक कार्रवाई नहीं होना अनुचित। ऐसे में राज्यसभा के सभापति व महिला आयोग को भी इस घटना का समुचित संज्ञान लेने की जरूरत।’
बता दें, मायावती ने ये पोस्ट दिल्ली के के सीएम अरविंद केजरीवाल और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की लखनऊ में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद लिखी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वाति मालीवाल मामले में पत्रकारों के सवाल पर केजरीवाल ने चुप्पी साध ली थी तो वहीं अखिलेश ने कहा था कि इससे और भी कुछ जरूरी मुद्दे हैं। केजरीवाल की चुप्पी और अखिलेश की इस प्रतििक्रयिा को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल उठ रहे हैं।