भारत में जन्में मोनांक व नेत्रवलकर रहे अमेरिका की पाक पर उलटफेर भरी पहली जीत के नायक

Monank and Netravalkar, born in India, were the heroes of America's first upset victory over Pakistan

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : भारत में जन्में कप्तान विकेटकीपर बल्लेबाज मोनांक पटेल के बेहतरीन अर्द्बशतक तथा भारत के लिए अंडर 19 विश्व कप खेलने वाले बाएं हाथ के तेज गेंदबाज सौरभ नेत्रवलकर के निर्धारित 20 ओवर में मैच के ‘टाई’ रहने के बाद सुपर ओवर में सटीक गेंदबाजी की बदौलत सह मेजबान अमेरिका ने डलास में 2009 के चैंपियन पाकिस्तान के इफ्तिखार अहमद (4) को बोल्ड कर 13 रन पर रोक नौवेंं आईसीसी टी-20 क्रिकेट विश्व कप के खिलाफ पहली जीत दिला क्रिकेट के इतिहास का सबसे बड़ा उलटफेर किया। अमेरिका की पाकिस्तान पर इस ऐतिहासिक जीत में मोनांक पटेल, सौरभ नेत्रवलकर, बाएं हाथ के स्पिनर हरमीत सिंह ,तेज गेंदबाज जसजीत सिंह और हैरिस रउफ की अंतिम गेंद पर चौका जड़ मैच को ‘टाई’ कराने वाले नीतिश कुमार तथा बतौर सब्सिटयूट फील्डर सुपर ओवर में इफ्तिखार का कैच लपकने वाले मिलिंद कुमार सहित आधार आधा दर्जन भारतीयों का अहम योगदान रहा।

अमेरिका के तेज गेंदबाज सौरभ नेत्रवलकर (2/18) और बाएं हाथ के स्पिनर नौतुश केनजी (3/30) ,भारतीय मूल के तेज गेंदबाज जसजीत सिंह (1/37) व पाकिस्तान के अटक में जन्में अली खान(1/30) ने धारदार गेंदबाजी कर कप्तान बाबर आजम (44 रन, 43 गेंद, 2 छक्के, तीन चौके ) और शादाब खान (40 रन, 25 गेंद, एक तीन छक्के व एक चौका) की उपयोगी पारियों के बावजूद पाकिस्तान को पहले बल्लेबाजी की दावत दे निर्धारित 20 ओवर में सात विकेट पर 159 रन पर रोक दिया।

कप्तान आणंद (गुजरात) में जन्में मोनांक पटेल (50 रन, 38 गेंद, एक छक्का, सात चौके) और आंद्रियाज गौस(35 रन, 26 गेंद,एक छक्का व पांच चौके) की दूसरी विकेट की 68 रन की भागीदारी तथा एरोन जोंस (अविजित 36 रन,26 गेंद, दो छक्के, दो चौके) और नीतिश कुमार (अविजित 14 रन, 14 गेंद, एक चौका) की 48 रन की चौथे विकेट की असमाप्त भागीदारी की बदौलत अमेरिका ने निर्धारित 20 ओवर में तीन विकेट पर 159 रन बना मैच को टाई करा दिया और मैच ‘सुपरÓ ओवर में खिंच गया।

पाकिस्तान के लिए सुपर ओवर मोहम्मद आमिर ने फेंका और इसमें पांच ‘वाइड’ फेंकी सहित 19 रन दिए और इसमें अमेरिका के लिए एरोन जोंस ने अंतिम गेंद पर रनआउट होने से पहलें एक चौके की मदद से11 रन बनाए जबकि हरमीत सिंह ने दो रन बनाए। पाकिस्तान को जीत के लिए सुपर ओवर में 19 रन बनाने थे और अमेरिका के सौरभ नेत्रवलकर की दूसरी गेंद पर इफ्तिखार ने चौका जड़ा लेकिन अगली गेंद पर सब्सिटयूट फील्डर मिलिंद कुमार ने लॉन्ग पर उनका बेहतरीन कैच लपका और पाकिस्तान इस सुपर ओवर में 13 रन बना मैच हार गया।

‘पाकिस्तान के खिलाफ यह कामयाबी पूरे टीम प्रयास से मिली’
‘पाकिस्तान के खिलाफ पहली बार खेलते हुए उसे टी-20 विश्व कप में हराना वाकई एक शानदार प्रदर्शन है। हमने स्थितियों का बढ़िया इस्तेमाल कर पाकिस्तान को 159 रन पर रोक दिया और यह ऐसा स्कोर था जिसका पीछा कर इसे पार किया जा सकता था। मैं अपने योगदान से खुश हूं और इससे भी ज्यादा खुशी इस बात की है कि हम यह मैच जीतने में कामयाब रहे।

टास जीत कर हमने शुरू के छह ओवर में जिस तरह बढ़िया गेंदबाजी वही हमारी पाकिस्तान की जीत में निर्णायक साबित हुए। हमने इस दौरान विकेट चटकाए और 12वें ओवर तक वाकई बढ़िया गेंदबाजी की। हमें मालूम था कि पाकिस्तान के क:पतान बाबर आजम और शादाब जोखिम लेंगे। बावजूद इसके हमें यह मालूम था कि हम पाकिस्तान द्वारा बनाए स्कोर को पार कर सकते हैं और इसके लिए हमारे शीर्ष तीन बल्लेबाजों में एक अच्छी भागीदारी की जरूरत थी। मैैं और गौस 12 वें ओवर तक क्रीज पर रहे और हमने मैच पर अपनी पकड़ बनाए रखी। जहां तक विश्व कप की बात है तो इसमें आपको खेलने का मौका हर साल नहीं मिलता है। हम यह जानते थे कि पाकिस्तान के खिलाफ हमें हर एक गेंद तक पूरी प्रतिबद्बता से खेलना है। हमें पकिस्तान के खिलाफ यह कामयाबी पूरे टीम प्रयास से मिली।

-मोनांक पटेल, अमेरिका के कप्तान

‘अमेरिका इस जीत का हकदार है’
‘हम बल्लेबाजी करते हुए शुरू के छह ओवरों का लाभ नहीं उठा सके। गेंदबाजी करते हुए लगातार विकेट चटका कर हमने मैच में वापसी की। गेंदबाजी में शुरू के छह ओवर में अमेरिका का कोई विकेट नहीं चटका पाए । हमारे स्पिनरों ने भी अच्छी गेंदबाजी नहीं की। हम पारी के आखिरी में अच्छी वापसी की लेकिन निर्धारित ओवरों में मैच जीतने में नाकाम रहे। उम्मीद करते हैं कि हम भविष्य में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। हमारे लिए अमेरिका के हाथों इस हार को स्वीकारना मुश्किल है। अमेरिका इस जीत का हकदार है क्योंकि उसने बढ़िया बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण किया। अमेरिका की जीत का सबब भी यह है। जब हमने बल्लेबाजी की तब पिच में कुछ नमी थी और दोहरा उछाल भी था। बतौर पेशेवर क्रिकेटर हमें स्थितियों को बेहतर ढंग से पढ़ना चाहिए था।

-बाबर आजम, पाक के कप्तान