अजय कुमार
लखनऊ : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अब दिल्ली की राजनीति करेंगे। मैनुपरी से सांसद चुने जाने के बाद यहीं कि करहल विधान सभा सीट से वह इस्तीफा दे देंगे। आज अखिलेश ने मीडिया से रूबरू होते हुए यह बात कही। वहीं जब उनसे उनकी जगह कौन नेता प्रतिपक्ष होगा तो उन्होंने कहा यह जल्द तय कर लिया जायेगा। वैसे उतर प्रदेश में विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव समेत 8 और विधानसभा सदस्य अपनी विधायकी से इस्तीफा देंगे। इसके साथ ही उच्च सदन (विधान परिषद) के सदस्य और योगी के पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद भी यहां से इस्तीफा देंगे। जितिन प्रसाद लोकसभा चुनाव जीतने के बाद मोदी सरकार 3.0 में राज्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं। विधानसभा सचिवालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव विधानसभा अध्यक्ष से पिछले हफ्ते वार्ता कर अपने इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं।
वहीं, अम्बेडकर नगर लोकसभा सीट से चुनाव जीते सपा नेता लालजी वर्मा भी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को अपना त्यागपत्र सौंप चुके हैं। इन इस्तीफों के बाद विधानसभा और विधान परिषद सचिवालय इन सीटों को रिक्त घोषित करते हुए चुनाव आयोग से इन सीटों पर उप चुनाव कराने को पत्र लिखेगा। 6 महीने के अंदर निर्वाचन आयोग उन सीटों पर उप चुनाव करवा देगा। विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने वालों में अखिलेश यादव समेत तीन और विधायक सपा के होंगे जबकि, तीन विधायक भाजपा के होंगे।इसके साथ ही राष्ट्रीय लोकदल और निषाद पार्टी के लोकसभा चुनाव जीते एक-एक विधायक अपना इस्तीफा देंगे। निषाद पार्टी के विधायक विनोद कुमार बिंद को भाजपा ने भदोही सीट से लोकसभा प्रत्याशी बनाया था, जहां उन्होंने शानदार जीत हासिल की।
सांसद चुने जाने के बाद जो विधायक इस्तीफा देंगे उसमें मैनपुरी की करहल सीट से सपा विधायक अखिलेश यादव,फैजाबाद की मिल्कीपुर सीट से सपा विधायक अवधेश प्रसाद,मुरादाबाद की कुंदरकी सीट से सपा विधायक जियाउर रहमान बर्क,अलीगढ़ की खैर सीट से भाजपा अध्यक्ष अनूप वाल्मीकि प्रधान, गाजियाबाद विधानसभा सीट से भाजपा विधायक अतुल गर्ग, फूलपुर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक प्रवीण पटेल, मीरापुर विधानसभा सीट से रालोद विधायक चंदन चैहान,मीरजापुर की मझवा सीट से निषाद पार्टी के विधायक विनोद कुमार बिंद शामिल हैं।