रविवार दिल्ली नेटवर्क
जयपुर : उपमुख्यमंत्री एवं आयुर्वेद, योग व प्राकृतिक चिकित्सा मंत्री डॉ. प्रेमचन्द बैरवा ने कहा कि भारत ने योग को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विजन से आज पूरा विश्व भारत की प्राचीन योग, आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति की तरफ बढ रहा है। यह भारत के अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्वगुरू के रूप में स्वीकार करने का संकेत है। उन्होने कहा कि इस बार योग दिवस की थीम ‘‘योग स्वयं एवं समाज के लिए‘‘ रखी गई है। योग के अभ्यास से शान्ति पूर्ण मन से व्यक्ति को समाज कल्याण के लिए बेहतर निर्णय लेने में मदद मिलती है। भारतीय संस्कृति से जुड़ी योग क्रिया अब विदेशो तक फैल चुकी है। उन्होंने योग को देश सांस्कृतिक एकता की प्रथा की संज्ञा दी।
उपमुख्यमंत्री शुक्रवार को स्वास्थ्य भवन में आगामी 21 जून को दसवें अर्न्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर उन्हांेने कहा कि योग शरीर को रोगमुक्त रखता है एवं मन को शान्ति प्रदान करता है। उन्होने इसे भारत की प्राचीन और स्वस्थ जीवन शैली का हिस्सा बताया। इसके साथ ही उन्होने आमजन से अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर होने वाले भव्य आयोजन के व्यापक प्रचार-प्रसार और इसके प्रति जनजागरूकता के साथ जनसहभागिता लाने की भी अपील की। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित योग संस्थाओं, शिक्षण संस्थाओं के प्रतिनिधियों से भी कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी आंमंत्रित किये
उल्लेखनीय है कि 21 जून को पूरे विश्व में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। जयपुर में भी इस अवसर पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम सवाईमानसिंह स्टेडियम में प्रातः 06.00 बजे से आयोजित किया जाएगा।
इस अवसर पर आयुष विभाग की शासन सचिव श्रीमती पूनम, संयुक्त शासन सचिव श्री कैलाश यादव सहित शहर की योग संस्थाओं, शिक्षण संस्थाओं एवं सामाजिक संगठनो के प्रतिनिधि मौजूद रहे।