मानसिंह मीना
राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी विभिन्न योजनाओं में पात्र लोगों को शामिल करने के लिए जयपुर जिला प्रशासन ने अनूठी पहल करते हुए ऑपरेशन संबल अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत ऐसे लोगों की पहचान कर उन्हें योजनाओं से जोड़ा जा रहा है जो पात्र हैं और किसी कारण से योजना से नहीं जुड़ पाए हैं। 16 मार्च 2022 से शुरू हुए ऑपरेशन संबल में अब तक करीब 21 हजार 420 लोगों को लाभान्वित किया जा चुका है। अभियान के माध्यम से अब तक 18 हजार 678 लोगों को पेंशन मिलनी आरंभ हो गई है और 2 हजार 742 बच्चों को पालनहार योजना में जोड़ा जा चुका है।
ऑपरेशन संबल में तीन चरणों में कार्य किया जा रहा है। पहले चरण में जिले की सभी ग्राम पंचायतों पर सर्वे कर ऐसे लोगों की पहचान की गई है जो कि किसी योजना की पात्रता रखते हैं लेकिन उन्हें लाभ नहीं मिल रहा है। अब तक ऐसे करीब 30 हजार लोगों की पहचान की जा चुकी है। दूसरे चरण में अधिकारियों द्वारा पात्रता वाली योजना में आवेदन करने के लिए मदद दी जाती है। साथ ही, इससे संबंधित आवश्यक दस्तावेज बानने में भी अधिकारियों द्वारा सहायता की जाती है। तीसरे चरण में संबंधित विभाग द्वारा आवेदन स्वीकृति के लिए मॉनिटरिंग की जाती है।
ऑपरेशन संबल अभियान का नवाचार करने वाले जयपुर जिला कलक्टर श्री राजन विशाल ने बताया कि जिले में अब तक करीब 30 हजार ऐसे लोगों चिन्हित किए गए हैं जो पात्र होने के बावजूद योजना का लाभ नहीं ले रहे हैं। चिन्हित सभी लोगों को लाभ मिले इसके लिए लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है और 20 मई तक इन सभी लोगों के आवेदन करा दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि 31 मई तक जिले के सभी लाभार्थियों को लाभ मिलना आंरभ हो जाए।
‘अभियान में 8 योजनाओं का मिल रहा है लाभ’
ऑपरेशन संबल अभियान के तहत इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन, मुख्यमंत्री वृद्धजन सम्मान पेंशन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन, मुख्यमंत्री एकल नारी पेंशन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय निःशक्त पेंशन, मुख्यमंत्री विशेष योग्यजन सम्मान पेंशन, राजस्थान सामाजिक सुरक्षा, लघु एवं सीमान्त वृद्धजन कृषक सम्मान पेंशन के साथ ही पालनहार योजना के पात्र लोगों को जोड़ा जा रहा है।
‘श्रीमती बदाम देवी को भी मिला संबल’
ग्राम पंचायत भमोरिया, सांगानेर की रहने वाली श्रीमती बदाम देवी के लिए भी ऑपरेशन संबल सहारा बना। 2018 में पति की मृत्यु के बाद आजिविका चलाना मुश्किल हो गया। उन्हें 2019 से विधवा पेंशन का लाभ तो मिलने लगा। लेकिन, राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वपूर्ण योजना पालनहार के लिए पात्र होने के बावजूद जानकारी के अभाव में इस योजना में आवेदन नहीं किया। ऑपरेशन संबल के दौरान श्रीमती बादाम देवी का अधिकारियों ने सहयोग कर पालनहार योजना के लिए आवेदन करवाया। इसके बाद राज्य सरकार द्वारा श्रीमती बदाम देवी की विधवा पेंशन के साथ ही उनके दोनों बच्चों की एक हजार रूपये मासिक सहायता राशि भी स्वीकृत कर दी गई है।