रविवार दिल्ली नेटवर्क
रियाद: सऊदी अरब में हज यात्रा के लिए बड़ी संख्या में मुस्लिम भाई जुटे हैं। इस्लाम में हज यात्रा का एक अनोखा महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि हर मुसलमान को अपने जीवन में कम से कम एक बार हज करना चाहिए। इसलिए, दुनिया भर के लाखों मुसलमान हज यात्रा के लिए मक्का जाते हैं। लेकिन इस बार हज यात्रियों को भीषण गर्मी से जूझना पड़ रहा है। हज यात्रा के दौरान लू लगने से कई लोगों की मौत हो चुकी है। इससे सऊदी अरब की हज यात्रा की तैयारियां विवादों में घिरने की आशंका जताई जा रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक, सऊदी अरब समेत मध्य पूर्व एशिया में गर्मी का प्रकोप फैल गया है। इस बीच, हज यात्रा भी गर्मी की लहर से बुरी तरह प्रभावित हुई है। लू लगने से अब तक 550 हज यात्रियों की मौत हो चुकी है। मृतकों में 323 श्रद्धालु मिस्र के नागरिक हैं। सऊदी अरब के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, तीर्थयात्रियों की मौत लू लगने से हुई, जबकि एक व्यक्ति की मौत भीड़भाड़ के कारण हुई।
सऊदी अरब के मौसम विभाग के मुताबिक, जलवायु परिवर्तन का वहां के वातावरण पर गंभीर असर पड़ रहा है। साथ ही इसका असर हज यात्रा पर भी दिखने लगा है। वहां का औसत तापमान 0.4 डिग्री बढ़ रहा है। सऊदी राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि इस बीच, मक्का में ग्रैंड मस्जिद के आसपास 51.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
इस बीच हज प्रबंधन समिति ने श्रद्धालुओं को छाते का इस्तेमाल करने की हिदायत दी है। खूब पानी पीने और दोपहर में बाहर न निकलने की भी सलाह दी जाती है। लेकिन तीर्थयात्रियों को माउंट अराफात में प्रार्थना और कई हज अनुष्ठानों के लिए दोपहर की धूप में इंतजार करना पड़ा। कई श्रद्धालुओं के घंटों तक वहां खड़े रहने के कारण कई लोगों की तबीयत बिगड़ गई। इसके कारण 550 लोगों की मौत हो गई है और 2000 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं मृतकों की संख्या भी बढ़ने की आशंका है।