रविवार दिल्ली नेटवर्क
लखनऊ : योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी में 2017 से 2024 तक अपराध पर नकेल कसने और सार्वजनिक सुरक्षा को प्राथमिकता देने पर ध्यान केंद्रित किया गया। अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति पर चलते हुए यूपी पुलिस ने पिछले 6 साल में 10, 000 से ज्यादा मुठभेड़ कर 170 गैंगस्टर मार गिराए। 72,966 अपराधियों पर गैंगस्टर और 910 पर एनएसए के तहत कार्यवाई हुई, 12,517 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त की गई, लव जिहाद मामलों में 900 गिरफ्तारियां हुईं, 23,971 पारधियों पर दोष सिद्ध हुए जिनमें 19 को मृत्युदंड और 2,213 को आजीवन कारावास की सजा हुई उत्तर प्रदेश को लेकर ये आंकडें प्रस्तुत किये हैं सरोजनीनगर से भाजपा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने, विधायक ने अपने आधिकारिक ट्विटर (एक्स) पर पोस्ट किया कि सीएम योगी के नेतृत्व में यूपी में कानून व्यवस्था की स्थिति सचमुच बदल गई है।
प्रदेश की सुदृढ़ कानून व्यवस्था पर सरोजनीनगर विधायक ने आगे लिखा कि सूबे में 10.49 लाख सीसीटीवी कैमरे लगाए गए, ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत सिर्फ 7 महीने में 3.5 लाख कैमरे लगे, 1,355 मामले सुलझाए गए, यूपी में बड़े अपराधों में 40-80% की गिरावट देखने को मिली।
विधायक ने पुलिस सुधारों पर आंकड़े प्रस्तुत करते हुए लिखा कि राज्य पुलिस का बजट 16,000 करोड़ से बढ़ाकर 42,000 करोड़ रूपये किया गया, पुलिस विभाग में 1,55,830 नई भर्तियां और 1,41,866 कर्मियों का प्रमोशन हुआ
विधायक ने आगे लिखा कि जो उत्तर प्रदेश पहले माफिया-राज और उच्च अपराध दर से जूझ रहा था वहां कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार के लिए इस दृष्टिकोण की सराहना राज्य की जनता ने भी की है, सीएम योगी के नेतृत्व में प्रशासन ने प्रत्येक जिले में साइबर पुलिस स्टेशन स्थापित करके साइबर अपराध से लड़ने में एक बड़ा कदम उठाया, यूपी ऐसा करने वाला पहला भारतीय राज्य बन गया।
सीएम योगी के नेतृत्व को कानून का शासन लागू करने, अपराध पर कड़ा रुख अपनाने और पुलिस बल को आधुनिक बनाने के सशक्त प्रयासों के रूप में चिह्नित किया गया है।
कानून का शासन स्थापित करना –
पुलिस की उपस्थिति में वृद्धि: सरकार ने पुलिस बल को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए, जिसमें जनशक्ति बढ़ाना, प्रशिक्षण में सुधार और बेहतर संसाधन प्रदान करना शामिल है।