- दिल्ली को जीतना है तो वॉर्नर, पॉवेल, पंत को खेलनी होगी बढिय़ा पारी
- चेन्नै के स्पिनर तीक्षणा व चतुर ब्रावो से दिल्ली को चौकस रहना होगा
- कुलदीप यादव और खलील हैं दिल्ली की गेंदबाजी के तुरुप के इक्के
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : रंग में चल रहे सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर के साथ पॉवर हिटर रॉमैन पॉवेल का सही वक्त पर रंग में आना 2022 इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में दिल्ली कैपिटल्स के लिए अच्छी खबर है। मैन ऑफ दÓ मैच वॉर्नर और पॉवेल के तूफानी अद्र्धशतकों की बदौलत दिल्ली कैपिटल्स ने मौजूदा सीजन में तीसरी बार 200 रन का आंकड़ा पार कर अपने पिछले खासे करीबी मैच में सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच) को 21 रन से हरा दस मैचों में पांचवीं जीत से प्ले ऑफ में पहुंचने की उम्मीदें बरकरार रखीं। दिल्ली कैपिटल्स अब चेन्नै सुपर किंग्स (सीएसके) के खिलाफ भी रविवार को डीवाई पाटील स्टेडियम, मुंबई में भी जीत के साथ प्ले ऑफ की ओर मजबूत कदम बढ़ाने के मकसद से उतरेगी। जीत के साथ आगाज कर अगले दो मैच हारने के बाद दिल्ली कैपिटल्स के लिए अगले सात मैचों में जीत-हार, जीत-हार, जीत हार, जीत के बाद भी बस अब जीत -जीत का पहाड़ा पढऩा जरूरी है। मोटे शब्दों में दिल्ली के लिए प्ले ऑफ की उम्मीदें जिंदा जरूरी है कि वह सीएसके खिलाफ रविवार के मैच सहित अपने अगले चार में से कम से कम तीन मैच जरूर जीते। दिल्ली ने चेन्नै से पिछले पांच में से चार मैच बेहद कड़े संघर्ष के बाद जीते है और वह अपने दबदबे को और बढ़ाने की पुरजोर कोशिश करेगी।
पिछले मैच में फिटनेस की दिक्कत के चलते दिल्ली को मजबूरन ओपनर पृथ्वी शॉ और ऑलराउंडर अक्षर पटेल सहित चार बदलाव करने पड़े थे। इनमें शीर्ष क्रम में ओपनर मंदीप सिंह नाकाम रहे और ऑलराउंडर रिपल पटेल का न बल्लेबाजी का नंबर आया और न ही उन्हें गेंदबाजी करने को मिली। पृथ्वी और अक्षर फिट रहे तो फिर दिल्ली चेन्नै के खिलाफ और बुलंद हौसलों से उतरेगी। सीएसके के फिलहाल दस मैचों से मात्र तीन जीत से छह अंक हैं और वह अपने अगले चारों मैच भी जीत जाती है तो भी वह यानी प्ले ऑफ में जगह नहीं पाएगी इसकी उम्मीद बेहद कम है। दरअसल रवींद्र जडेजा के सीजन के अधबीच कप्तानी छोडऩे से महेंद्र सिंह धोनी के फिर कप्तानी संभालने से जरूर चेन्नै सुपर किंग्स ने ज्यादा संघर्ष क्षमता दिखाई है।
दिल्ली कैपिटल्स और सीएसके ने अपने अपने पिछले दो- दो में एक-एक मैच जीता और एक -एक हारा है। दोनों टीमों के लिए पिछले दो -दो मैच खासी रोमांचक रहे हैं। दिल्ली और चेन्नै सुपर किंग्स में पिछले दो मैचों जो भी टीम 200 रन के पार पहुुंची है वह अपना मैचं जीतने में सफल रही है। दिल्ली को जीत के सिलसिले को आगे बढ़ाने चेन्नै के खिलाफ भी 200 रन के भी पार पहुंचना है तो फिर उसके लिए चार अद्र्बशतक सहित रन बनाने में सबसे आगे चल रहे उसके ओपनर डेविड वॉर्नर (356 रन), दो अद्र्धशतक सहित रन बनाने में दूसरे स्थान पर चल रहे पृथ्वी शॉ (259 रन) और पिछले मैच में मौजूदा सीजन का अपना पहला अद्र्बशतक जडऩे वाले रॉमैन पॉवेल (202रन) और बराबर अच्छी पारियांं अपने पहले अद्र्बशतक को तरस रहे कप्तान ऋषभ पंत (260 रन) को बढिय़ा पारियां खेलनी होगी। साथ ही तेज आगाज करने की कोशिश के बावजूद अब तक चार मैच में कोई बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे मिचेल मार्श (74 रन), अच्छे आगाज के बाद राह भटकने वाले ललित यादव (137 रन) और अक्षर पटेल (145 रन) को बल्ले से बढिय़ा प्रदर्शन करना होगा। दिल्ली के बल्लेबाजों को चेन्नै के स्विंग और गति परिवर्तन के उस्ताद डवेन ब्रावो (14 विकेट), मुकेश चौधरी (11 विकेट), डवेन प्रिटोरियस (6 विकेट) जैसे तेज गेंदबाजों के साथ आफ स्पिनर महेश तीक्ष्णा (11विकेट), ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा (5विकेट) और मोइन अली (2 विकेट) से चौकस रहना होगा।
मौजूदा चैंपियन चेन्नै के लिए ऋतुराज गायकवाड़ (265 रन) और उनके सलामी जोड़ीदार डेवॉन कॉनवे(144 रन)ने देर से रंगत में आने के बाद तथा मध्यक्रम में शिवम दुबे (241 रन) व रॉबिन उथप्पा (229 रन) दो-दो और अंबाटी रायुडू (256 रन) व महेंद्र सिंह धोनी (144 रन) ने एक-एक अद्र्धशतक जड़ा है। चेन्नै की बड़ी चिंता यह रही है कि उसके अब तक दस मैचों में ज्यादातर में उसके बल्लेबाजों का एक इकाई के रूप में प्रदर्शन न कर पाना रहा है। विकेट लेने में मौजूदा सीजन में दूसरे नंबर पर चल रहे बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव (18 विकेट), फिट होकर पिछले मैच में कामयाब वापसी करने वाले लेफ्ट आर्म तेज गेंदबाज खलील अहमद (14 विकेट) दिल्ली की गेंदबाजी के तुरुप के इक्के हैं। खलील, कुलदीप यादव और महंगे साबित होने के बावजूद सही वक्त पर विकेट चटकाने में माहिर शार्दूल ठाकुर (8 विकेट) ने चेन्नै के ऋतुराज गायकवाड़ और कॉनवे की सलामी जोड़ी को सस्ते मे आउट कर दिया तो फिर दिल्ली जीत के सिलसिले को आगे बढ़ाने मे कामयाब हो सकती है।
मैच का समय : शाम साढ़े सात बजे से।