गोपेन्द्र नाथ भट्ट
18वीं लोकसभा के गठन के बाद गुरुवार को नए संसद भवन में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने पहली बार लोकसभा में संसद की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू परंपरा के अनुसार एक जुलूस के साथ संसद की लोकसभा के विशाल हाल मे आई । संसद भवन के गजद्वार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा तथा राज्यसभा के पीठासीन अधिकारी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आदि ने राष्ट्रपति मुर्मु की अगुवानी की। आज के जुलूस में फर्क सिर्फ इतना था कि जुलूस के आगे सेंगोल लिए एक दरबान चल रहा था । प्रतिपक्ष ने इसे राजशाही का प्रतीक बताते हुए इसका विरोध किया ।
इस मौके पर और भी कई रोचक नजारे भी देखने मिले। प्रतिपक्ष के नेता बने कांग्रेस नेताराहुल गांधी आज भी बुधवार की तरह ही सफेद पजामा और कुर्ता में दिखे । वे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ अग्रिम पंक्ति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष केंद्रीय मंत्री जे पी नड्डा की कतार में बैठे थे जब कि सोनिया गांधी उसी पंक्ति में अलग से बैठी हुई थी। इसी प्रकार समाजवादी नेता अखिलेश यादव और उनकी पत्नी भी अलग अलग चेयर्स पर बैठे हुए थे । राहुल गांधी के लोकसभा अध्यक्ष को बधाई देने के लिए दिए गए भाषण की आज भी संसार के गलियारों में चर्चा होती रही।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अभिभाषण में संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए नई सरकार का रोडमैप पेश किया।साथ ही अगले महीने कार्य नई सरकार का पहला बजट पेश किए जाने का संकेत दिया।
उन्होंने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव संपन्न हुआ. जनता ने लगातार तीसरी बार सरकार पर भरोसा जताया है। पूरी दुनिया इस चुनाव की चर्चा कर रही है.भारत तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है. आर्थिक विकास की गति तेज की जाएगी. इस बार के बजट में ऐतिहासिक कदम देखने को मिलेंगे. राष्ट्रपति ने देश की अर्थव्यवस्था से लेकर जलवायु परिवर्तन और रोजगार से लेकर पेपरलीक तक के मुद्दे को अपने भाषण में उठाया। उन्होंने कहा कि पेपरलीक पर हमारी सरकार निष्पक्ष जांच के लिए प्रतिबद्ध है और हमारी सरकार नया कानून लाई है।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को संसद के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि आगामी केंद्रीय बजट एक भविष्यदर्शी दस्तावेज होगा। बजट में सभी सुधारों को तेजी से आगे बढ़ाए जाने का प्रावधान किया जाएगा। अपने संबोधन में नए सांसदों को बधाई देते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि जनता के प्रतिनिधि भारत के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के माध्यम के रूप में कार्य करेंगे।
राष्ट्रपति ने कहा कि आगामी सत्र में नई सरकार अपने कार्यकाल का पहला बजट पेश करेगी। यह बजट सरकार की दूरगामी पॉलिसी और भविष्य की दूरदर्शिता का प्रभावशाली डॉक्यूमेंट होगा। सरकार की तरफ से इस बजट में बड़े आर्थिक और सामाजिक फैसले देखने को मिलेंगे और कई ऐतिहासिक कदम भी देखने को मिलेंगे। राष्ट्रपति ने कहा कि आज भारत कई क्षेत्रों में अच्छाप्रदर्शन कर रहा है। अगर डिजिटल भुगतान के मामले में भारत दुनिया में अच्छा प्रदर्शन करता है, तो हमें गर्व होना चाहिए।भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर राष्ट्रपति ने कहा कि सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन’ के दम पर भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन चुका है। 10 वर्षों में भारत 11वें स्थान से उठकर 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। और यह तब संभव हुआ है जब कोविड-19 महामारी और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में संघर्ष जारी है, जिसका असर दुनिया की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है।
वहीं आज एक नई बहस और देखने को मिली. दरअसल, सेंगोल को लेकर सपा सांसद आरके चौधरी ने कहा कि सेंगोल की जगह संसद में संविधान रखा जाना चाहिए. इस पर जीतनराम मांझी से लेकर अनुप्रिया पटेल तक एनडीए के कई सहयोगियों ने मोदी सरकार के फैसले का साथ दिया , हालांकि अखिलेश यादव कि हमारे सांसद इसलिए कह रहे होंगे कि जब पहली बार इसे स्थापित किया गया तो तब पीएम ने इसे प्रणाम किया था. लेकिन इस बार शपथ लेते हुए पीएम मोदी भूल गए इसलिए ये याद दिलाने के लिए हमारे सांसद ने पत्र लिखा है. इस पर जीतन राम मांझी बोले- मोदी ने जो किया सही किया. वहीं जयंत चौधरी ने कहा कि वे इस तरह का रोज कुछ बोलना चाहते हैं कि ताकि चर्चा में आ सकें.
संसद में विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है. वहीं आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने का फैसला किया. दरअसल, शराब नीति मामले में अरविंद केजरीवाल सीबीआई की कस्टडी में हैं. इसे लेकर आप सत्ता पक्ष को सख्त मैसेज देना चाहती है. मुर्मू के अभिभाषण के बाद सत्तारूढ़ दल संसद के दोनों सदनों में धन्यवाद प्रस्ताव पेश करेगा, जिस पर सदस्य चर्चा करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी 2 या 3 जुलाई को धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दे सकते हैं।
गुरुवार को राज्यसभा का 264वां सत्र भी शुरू हुआ। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल के सदस्योंक परिचय कराया। 18वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हुआ था । कांग्रेस द्वारा संविधान बचाएं जाने का नारा और सदस्यों की शपथ के दौरान भी संविधानकी कॉपी हाथ में रखने की रणनीति के जवाब में लोकसभा अध्यक्ष के माध्यम से आपातकाल की निंदा का प्रस्ताव और भाजपा का प्रदर्शन कर जवाब दिया जा रहा है। गुरुवार को राष्ट्रपति मुर्मू के अभिभाषण में भी इसका उल्लेख देखने को मिला।
देखना है आने वाले दिनों में कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के दल भाजपा की इस रणनीति का जवाब किस प्रकार से देंगे,हालाकि सिंगोल को लेकर उन्होंने इसकी शुरुआत कर दी है।