विदेशों में भी हो रही है बस्तर के कोसा कपड़ों की प्रसिद्धि, बस्तर आर्ट का भी होगा विस्तार, मिलेगी विशिष्ट पहचान

Kosa clothes of Bastar are becoming famous in foreign countries also, Bastar art will also expand, will get unique identity

रविवार दिल्ली नेटवर्क

रायपुर : आदिम जाति विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम ने कहा कि बस्तर के कोसा कपड़ो की प्रसिद्धि अब भारत देश के साथ-साथ विदेशों में भी हो रही है। अपनी विशिष्ट खूबियों के लिए प्रसिद्ध बस्तर के कोसा कपड़ों का रायपुर शोरूम प्रारंभ होने से अब यहां भी आसानी से कोसा कपड़ा प्राप्त हो सकेगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश पर मंत्री श्री नेताम नवा रायपुर स्थित इंद्रावती भवन में कोसा केन्द्र के रिटेल शोरूम के शुभारंभ अवसर पर उक्त बातें कही।

मंत्री श्री नेताम ने कहा कि बस्तर रैली कोसा अपनी विशिष्ट खूबियों के लिए भारत ही नहीं बल्कि विश्व स्तर पर भी अनूठी पहचान बनाए हुए हैं। इसकी मांग लगातार बढ़ रही है। बस्तर की विशिष्ट जैव भौगोलिक विविधता का इसमें विशेष योगदान है। उन्होंने कोसा कपड़ा निर्माण कार्यों में लगे कृषकों, स्वयं सेवी संस्थाओं एवं शासकीय एजेंसियों विशेषकर छत्तीसगढ़ राज्य अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम के योगदान की सराहना की।

आदिम जाति विकास के सचिव श्री नरेन्द्र दुग्गा ने कहा कि, कोसा केन्द्र को बढ़ावा देने का मुख्य उद्देश्य बस्तर क्षेत्र के अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवाओं को कोसा बुनाई, धागा निर्माण, रंगाई, छपाई आदि कार्य में प्रशिक्षित कर उन्हें केन्द्र में ही नियोजित करना है। इसके अंतर्गत धागा निर्माण, कोसा फल क्रय, रीलिंग मशीन बुकिंग चौम्बर, हथकरघा क्रय, बुनाई प्रशिक्षण, ताना मशीन क्रय, रंगाई छपाई हेतु प्रशिक्षण व कच्चा माल क्रय, शोरूम का नवीनीकरण, अधोसंरचानात्मक कार्य करना शामिल है। इस रिटेल शोरूम के माध्यम से बस्तर आर्ट का विस्तार होगा एवं इसे एक विशिष्ट पहचान मिलेगी।

इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य अंत्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम के प्रबंध संचालक श्री पी.एस. एल्मा, विकास निगम के सचिव श्रीमती गायत्री नेताम सहित अन्य गणमान्य नागरिक तथा अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।