सिक्किम : बाढ़ से तबाह NH-10, हर रोज 100 करोड़ का नुकसान

Sikkim: NH-10 destroyed by flood, loss of Rs 100 crore every day

रविवार दिल्ली नेटवर्क

नई दिल्ली : भारी बारिश और बाढ़ से उत्तर पूर्व के राज्य सिक्किम को बड़ा नुकसान हुआ है। भूस्खलन के चलते राज्य की जीवनरेखा NH-10 पर यातायात बाधित हो गया है। जिसके चलते राष्ट्रीय राजमार्ग बंद है। ऐसे में राज्य को हर रोज 100 करोड़ का नुकसान झेलना पड़ रहा है।

मुख्यमंत्री पीएस गोले ने अपनी हालिया दिल्ली यात्रा के दौरान इस मुद्दे पर प्रकाश डाला, जहां उन्होंने प्रधान मंत्री और केंद्रीय मंत्रियों के साथ इस पर चर्चा की।

मुख्यमंत्री ने बताया कि भूस्खलन और उफनती तीस्ता नदी के कारण NH-10 को बार बार बंद करना पड़ रहा है। जिससे राज्य को भारी नुकसान पहुंच रहा है।

मु्ख्यमंत्री ने कहा कि एनएच 10 की समस्या न केवल सिक्किम बल्कि दार्जिलिंग और कलिम्पोंग जिलों को भी प्रभावित करती है। उन्होंने केंद्र से बेहतर रखरखाव और त्वरित समाधान के लिए एनएच 10 को केंद्रीय एजेंसी के तहत लाने सहित मजबूत कनेक्टिविटी विकल्पों पर विचार करने का आग्रह किया।

सिक्किम के सांसद इंद्र हैंग सुब्बा और दार्जिलिंग के सांसद राजू बिस्ता ने भी इस मुद्दे को केंद्र के समक्ष उठाया है। सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने हाल ही में NH 10 के मुद्दों के समाधान के लिए सिक्किम और पश्चिम बंगाल के अधिकारियों के साथ एक समन्वय बैठक की थी।

वहीं 24 जून को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी बैठक के दौरान, गोले ने विकल्प के रूप में पश्चिम बंगाल के बकराकोटे और सिक्किम के रोराथांग के बीच एक हिमालयी रेलवे लाइन का प्रस्ताव रखा था। इसके अतिरिक्त, गोले ने तीस्ता नदी की बाढ़ के बारे में चिंता जताई, जो पूरे क्षेत्र को प्रभावित करती है।

अक्टूबर 2023 की बाढ़ के कारण नदी का तल 10-15 मीटर बढ़ गया है। केंद्र ने नदी की आकृति विज्ञान का अध्ययन करने, बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने और गाद को कम करने के उपायों की सिफारिश करने के लिए 27 जून को जल शक्ति मंत्रालय द्वारा एक समिति का गठन किया है। समिति से दो महीने के भीतर अंतरिम रिपोर्ट और छह महीने में अंतिम रिपोर्ट सौंपने की उम्मीद है।