रविवार दिल्ली नेटवर्क
कोलकाता। हिंदी रंगमंच की इस समय सर्वाधिक सक्रिय संस्था लिटिल थेस्पियन जहां नियमित नाटकों के प्रदर्शन तथा रंग महोत्सव करती है, वहीं रंगमंच के प्रति आकृष्ट होने वाले युवाओं के लिए प्रशिक्षण के नियमित सत्र भी आयोजित करती है।
इस बार रवीन्द्र जयंती के मौके पर लिटिल थेस्पियन ने हाजरा के सुजाता विद्या मंदिर में लगाया रवीन्द्र अड्डा, जिसमें पारंगत तथा प्रशिक्षु युवा रंग कर्मियों ने रवीन्द्र की कविताओं तथा लघु कहानियों का अभिनयात्मक पाठ किया।
रवीन्द्र नाथ की कहानी पोस्ट मास्टर का पाठ जहां पार्वती कुमारी साव तथा इंतखा़ब वारसी ने किया, वहीं छुट्टी का पाठ चंद्रेयी दत्ता मित्रा ने किया।इसके अलावे कर्ण और कुंती के संवाद का भावपूर्ण पाठ किया प्रियंका सिंह और मनोहर कुमार जैन ने तथा जन्म कथा का किया रितेश यादव ने ।
लिटिल थेस्पियन की निदेशक तथा रंगकर्मी उमा झुनझुनवाला सभी प्रस्तुति देने वाले रंग कर्मियों का विशेष परिचय दे रहीं थीं।
इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति तथा उनके आशीर्वचनों से सभी रंगकर्मी लाभान्वित हुए । इस विशिष्ट उपस्थिति में शामिल थे- रंग समीक्षक रावेल पुष्प, साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त अनुवादक श्यामल भट्टाचार्य, स्कॉटिश चर्च कॉलेज की प्राध्यापिका तथा लेखिका गीता दुबे, साहित्य टाईम्स के निदेशक तथा भारतीय भाषा परिषद के सचिव केयूर मजमूदार, कवि देवेंद्र कौर, अल्पना सिंह,तथा प्रकाश गुप्ता।
लिटिल थेस्पियन द्वारा लगाए गए इस रवीन्द्र अड्डे में रवीन्द्रनाथ के कई नए गीतों तथा संवादों से सभी समृद्ध हुए और बंगाल की अड्डा संस्कृति को सार्थकता भी प्रदान की।