रविवार दिल्ली नेटवर्क
मुंबई: हर साल 11 जुलाई को दुनिया भर में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। यह दिन अन्य दिनों से खास है क्योंकि यह तेजी से बढ़ती जनसंख्या और उससे जुड़ी चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का दिन है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि 2050 तक दुनिया की आबादी कितनी बढ़ने वाली है और सबसे अधिक आबादी वाले भारत की आबादी कितनी होने वाली है?
विश्व जनसंख्या दिवस
विश्व के सभी देशों में 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। दरअसल यह दिन हम सभी को बताता है कि जनसंख्या नियंत्रण कितना जरूरी है और सभी देशों को इस मुद्दे पर कितनी गंभीरता से काम करना चाहिए। भारत दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश है। दूसरे स्थान पर चीन है।
विश्व की बढ़ती जनसंख्या
बढ़ती जनसंख्या चिंता का विषय बन गई है। 2050 तक शेष विश्व के साथ-साथ भारत और चीन की जनसंख्या भी तेजी से बढ़ेगी। नवंबर 2022 में, विश्व की जनसंख्या आधिकारिक तौर पर आठ अरब लोगों तक पहुंच गई। 1955 में पृथ्वी पर 2.8 अरब लोग थे। लेकिन आज अकेले भारत और चीन की आबादी ही इतनी ज्यादा है।
2050 तक जनसंख्या
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2050 तक नाइजीरिया भारत और चीन के बाद दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा। इसके बाद क्रमशः अमेरिका, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, ब्राजील, कांगो, इथियोपिया और बांग्लादेश होंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2050 तक दुनिया की आबादी 9.7 अरब तक पहुंच जाएगी। इसमें अकेले भारत की आबादी 1.67 अरब हो जायेगी। इसके बाद चीन की आबादी 1.31 अरब और नाइजीरिया की आबादी 37.7 करोड़ तक पहुंच जाएगी।
प्रतिदिन कितने बच्चे पैदा होते हैं?
2022 में दुनिया भर में 134 मिलियन बच्चों का जन्म हुआ। यानी हर दिन लगभग 367,000 नवजात शिशु पैदा होते हैं। इस बीच ये संख्या बहुत ज़्यादा लग सकती है। लेकिन असल में नवजात शिशुओं की यह संख्या 2001 के बाद से सबसे कम है।
मरने वालों की संख्या बढ़ी
दुनियाभर में मौत का आंकड़ा भी बढ़ रहा है. 1990 के दशक से पहले यह संख्या 50 मिलियन से कम थी और 2019 में यह बढ़कर 58 मिलियन हो गई। इस बीच कोरोना के दौरान मौत का आंकड़ा काफी बढ़ गया था। 2020 में 63 मिलियन मौतें दर्ज की गईं। इसके बाद 2021 में रिकॉर्ड 69 मिलियन मौतें हुईं। 2022 में लगभग 67 मिलियन मौतें दर्ज की गईं।