- मल्टी मोडल ट्रांसपोर्ट हब को सीएम योगी के विजन अनुसार किया जा रहा है विकसित, विस्तृत कार्ययोजना के जरिए विभिन्न प्रक्रियाओं को मिलेगी गति
- 358 एकड़ क्षेत्र में हो रहा है विकास, दिल्ली-हावड़ा रेल लाइन पर स्थित बोड़ाकी आईएसबीटी, एलबीटी व नोएडा मेट्रो कनेक्टिविटी का बनेगा सिंगल प्वॉइंट
- ईपीसी व पीपीपी माध्यम के जरिए इंटर स्टेट बस टर्मिनल व लोकल बस टर्मिनल के विकास प्रक्रिया को दी जा रही है गति
- पैसेंजर टर्मिनल, रेल ओवर ब्रिज, अंडरपास समेत विभिन्न रेल परियोजनाओं को भी मल्टी मोडल ट्रांसपोर्ट हब के अंतर्गत किया जा रहा है विकसित
रविवार दिल्ली नेटवर्क
लखनऊ/ग्रेटर नोएडा : उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार प्रदेश को तेजी से एक ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने की ओर बढ़ रही है। प्रदेश में औद्योगिक निवेश के प्रति सकारात्मक माहौल और अवसंरचना सुधारों के जरिए उद्योगों को बढ़ावा देने की प्रक्रिया को बल मिला है। वहीं, प्रदेश की पैसेंजर हैंडलिंग केपेबिलिटीज में भी बड़े स्तर पर सुधारों के जरिए इजाफा किया जा रहा है। इसी क्रम में, ग्रेटर नोएडा के बोड़ाकी को वर्ल्ड क्लास इंटीग्रेटेड पैसेंजर हैंडलिंग फैसिलिटी के तौर पर विकसित करने की प्रक्रिया को गति दी जा रही है। दादरी में मल्टी मोडल लॉजिस्टिक्स हब व ग्रेटर नोएडा में ही इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप के विकास कार्यों को भी गति दी जा रही है जिससे पूरा क्षेत्र विकास की नई यात्रा की ओर अग्रसर है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली-हावड़ा रेल रूट पर स्थित बोड़ाकी को एनएच-91 से भी जोड़ा जा रहा है। ऐसे में, बोड़ाकी को रेलवे, हाइवे, बस टर्मिनल और मेट्रो से जोड़कर सिंगल प्वॉइंट कनेक्टिविटी वेन्यू के तौर पर विकसित किया जा रहा है। इन सभी प्रक्रियाओं की प्रगति की लगातार मॉनिटरिंग हो रही है और सीएम योगी के विजन अनुसार तैयार की गई विस्तृत कार्ययोजना के जरिए क्रियान्वित किया जा रहा है।
आईएसबीटी-एलबीटी के विकास के लिए डीपीआर तैयार
बोड़ाकी को 358 एकड़ क्षेत्र में मल्टी मोडल ट्रांसपोर्ट हब के तौर पर विकसित किया जा रहा है। इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए विभिन्न चरणों में कार्य चल रहा है। एक ओर, यहां इंटर स्टेट बस टर्मिनल (आईएसबीटी) और लोकल बस टर्मिनल (एलबीटी) के विकास के लिए मास्टर डीटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरीडोर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एनआईसीडीसी) द्वारा तैयार कर लिया गया है। इन सभी कार्यों को पूरा करने के लिए जनरल कंसल्टेंट्स को अप्वॉइंट कर दिया गया है जो सर्वे, डिजाइन, मास्टर प्लान व ईपीसी डॉक्यूमेंट्स के निर्माण व क्रियान्वयन प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं।
रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर व बिजनेस हब के विकास की प्रक्रिया पर भी जोर
बोड़ाकी को स्टेट ऑफ द आर्ट रेलवे टर्मिनल के तौर पर विकसित करने के साथ ही पैसेंजर्स की सीमलेस मूवमेंट को बढ़ावा देने की दिशा में बड़े स्तर पर कार्य जारी हैं। यहां पैसेंजर टर्मिनल, स्टेशन बिल्डिंग, प्लेटफॉर्म्स, मेंटिनेंस यार्ड, ट्रैक्स व स्टाफ क्वॉर्टर्स को नॉर्थ सेंट्रल रेलवे की देखरेख में पूरा किया जा रहा है। वहीं, रेल ओवर ब्रिज (आरओबी), अंडर पास व यूटिलिटी इंफ्रास्ट्रक्चर्स को विकसित करने के लिए भी नॉर्थ सेंट्रल रेलवे की ओर से एस्टिमेशन प्रक्रिया पर कार्य किया जा रहा है। नोएडा मेट्रो रेल से कनेक्टिविटी के लिए एक्वा लाइन को डिपो स्टेशन तक लाने के लिए भी नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (एनएमआरसी) द्वारा डीपीआर तैयार कर लिया गया है जिसे योगी सरकार द्वारा स्वीकृत भी कर लिया गया है।
रोड कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए लैंड एक्वायरिंग प्रक्रिया पर फोकस
बोड़ाकी मल्टी मोडल ट्रांसपोर्ट हब को एनएच-91 से जोड़ने के लिए 105 मीटर की मुख्य रोड व 60 मीटर रोड का विकास ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है। इस क्रम में, फिलहाल रोड के विकास के साथ ही सेक्टर लैंब्डा में फ्लाईओवर व ग्रेटर नोएडा में एनएच-91 के ऊपर रेल ओवर ब्रिड के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है जिसे उत्तर प्रदेश सेतु निगम द्वारा पूरा किया जा रहा है। इन सभी अवसंरचनाओं के विकास के साथ ही पूरे क्षेत्र को लार्ज स्केल कमर्शियल हब के तौर पर भी विकसित किया जा रहा है। परियोजना के अंतर्गत बोड़ाकी में ऑफिस स्पेसेस, रीटेल सेंटर्स, होटल, शॉपिंग मॉल व मल्टी लेवल पार्किंग जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर्स के विकास को गति दी जा रही है।