रविवार दिल्ली नेटवर्क
नई दिल्ली: देशभर में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग ने शिवसेना, उद्धव बाला साहेब ठाकरे (यूबीटी) की पार्टी, शरद पवार की एनसीपी पार्टी और अजित पवार की एनसीपी पार्टी को तगड़ा झटका दिया है। इन तीनों पार्टियों से राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा वापस ले लिया गया है और उनकी पार्टी को क्षेत्रीय पार्टी का दर्जा दे दिया गया है। वहीं आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल गया है।
अगले कुछ महीनों में महाराष्ट्र के साथ-साथ हरियाणा और अन्य राज्यों में भी विधानसभा चुनाव होंगे। इसी पृष्ठभूमि में यह निर्णय लिया गया है।
शिवसेना और एनसीपी के बीच विभाजन के बाद, पार्टी शरद पवार के साथ चली गई और उद्धव ठाकरे को नाम और प्रतीक के लिए लड़ना पड़ा। इसके बाद इन पार्टियों को सिंबल मिल गया तो अब इन पार्टियों को चुनाव आयोग ने राज्य स्तरीय पार्टी का दर्जा दे दिया है। चुनाव आयोग द्वारा किसी भी पार्टी को क्षेत्रीय या राष्ट्रीय पार्टी के रूप में मान्यता देते समय उस पार्टी के जन प्रतिनिधियों को मिले वोटों की संख्या को ध्यान में रखा जाता है। इसके लिए 1968 के नियमों के मानदंडों को माना जाता है।