योगी सरकार को नहीं है कोई खतरा : योगेंद्र उपाध्याय

There is no threat to Yogi government: Yogendra Upadhyay

रविवार दिल्ली नेटवर्क

इटावा : इटावा में उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को कोई खतरा नहीं है। सरकार को जैसे चलना चाहिए वैसे ही हमारा नेतृत्व सरकार को चला भी रहा है।

उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय मां के नाम पेड़ लगाने के कार्यक्रम में मुख्यालय के बाबा साहब भीमराव अंबेडकर कृषि इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में पत्रकारों से बात कर रहे थे। दर्जा प्राप्त मंत्री सोनम किन्नर के इस्तीफा देने के मुद्दे पर योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि भले ही त्यागपत्र दे दिया गया हो लेकिन सरकार को किसी भी तरह का कोई खतरा नहीं है, सरकार जैसे चलनी चाहिए ठीक वैसे ही हमारा नेतृत्व सरकार को चला रहा है।

संसदीय चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में दस विधानसभा सीटों के उपचुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि पांच विधानसभा सीटें तो भारतीय जनता पार्टी के पास पहले ही थी जो बची हुई पांच सीटें है उनको पर भी भाजपा ही जीतेगी। इस तरह भारतीय जनता पार्टी सभी दसों सीटों पर जीत हासिल करेगी। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की पोल बुरी तरह से खुल चुकी है । चुनाव में उन्होंने जिस तरह से टकाटक टकाटक की रट लगाई थी, जो चुनाव के बाद जनता भली भांति समझ चुकी है। कर्नाटक में पेट्रोलियम पदार्थों के रेट बड़े पैमाने पर बढ़ा टकाटक वसूली करके भी कांग्रेस सरकार ने दिखा दिया है, जिससे इंडिया गठबंधन की पोल खुल करके सामने आ गई है।

उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन ने चुनाव के दौरान आरक्षण और संविधान का भ्रमजाल जनता के बीच फैलाया था अब जनता उसको भली-भांति समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,जो हम सब के नेता हैं उन्होंने एक पेड़ मां के नाम का संकल्प के साथ हर हिंदुस्तानी और हर भारतवासी से एक पेड़ लगाने ओर उसे सुरक्षित रखने का आवाहन किया है वह वाकई में लाजवाब है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ के अभियान के क्रम में प्रदेश में करीब साढे 36 करोड़ पेड़ लगाने का आवाहन किया है। इससे ना केवल हरियाली होगी,प्रदूषण खत्म होगा और जल का स्तर भी ऊपर उठेगा क्यों कि पेड़ ओर प्रकृति मां के समान है। प्रधानमंत्री जी के आवाहन पर मां के नाम पर पेड़ लगाने का यह अभियान निश्चित तौर पर अभिनंदनीय और वंदनीय है।