रविवार दिल्ली नेटवर्क
भोपाल : आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना के अनुरूप मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशन में प्रदेश में अमृत सरोवर के निर्माण का कार्य तेज गति से चल रहा है। प्रत्येक जिले में कम से कम 100 अमृत सरोवर बनाये जायेंगे।
अभी तक प्रदेश में 5 हजार 638 अमृत सरोवर के लिये स्थल चयन किया गया है, जिनमें 5 हजार 449 पर निर्माण कार्य जारी है। इनमें 29 अमृत सरोवरों के निर्माण का कार्य 75 प्रतिशत से अधिक, 134 का 50 प्रतिशत से अधिक, 1204 का 25 प्रतिशत से अधिक एवं 4 हजार 82 अमृत सरोवरों का 25 प्रतिशत तक निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
ये सभी अमृत सरोवर वृहद स्वरूप में और गुणवत्तापूर्ण बनाये जा रहे हैं। इनका उपयोग सिंचाई, मत्स्य-पालन, सिंघाड़ा उत्पादन आदि प्रयोजन में किया जायेगा। न्यूनतम भण्डारण क्षमता 10 हजार घन मीटर होगी। ये महात्मा गाँधी नरेगा एवं अन्य शासकीय योजनाओं के अभिसरण से बनाये जा रहे हैं। लाभार्थी ग्रामीणों के जल उपयोगकर्ता समूहों का गठन भी किया गया है। अमृत सरोवर योजना में नयी जल-संरचनाओं के निर्माण के साथ स्थानीय लोगों को मनरेगा में रोजगार भी मिल रहा है।
मुरैना जिले की ग्राम पंचायत खिरिका, जनपद पंचायत सबलगढ़ एवं मण्डला जिले के ग्राम बड़हर, जनपद पंचायत मण्डला में अमृत सरोवर के निर्माण में पिचिंग का कार्य पूरा कर लिया गया है। वहीं बड़वानी जिले की ग्राम पंचायत सांपखड़की एवं पिपरानी जनपद पंचायत पानसेमल, खण्डवा जिले के ग्राम मिरीखेड़ी और बालाघाट जिले के ग्राम टिगीपुर जनपद पंचायत बिरसा में बनाये जा रहे अमृत सरोवरों की पडल खुदाई का कार्य हो गया है। नरसिंहपुर जिले की ग्राम पंचायत बिलहेरा जनपंचायत चावरवाठा के अमृत सरोवर के निर्माण का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है।