भारतीय पुरुष हॉकी टीम की कोशिश न्यूजीलैंड के खिलाफ जीत के साथ आगाज की

Indian men's hockey team's efforts begin with a win against New Zealand

  • कप्तान हरमनप्रीत बोले, न्यूजीलैंड के खिलाफ जरा भी ढील गवारा नहीं कर सकते
  • उपकप्तान हादिर्क ,हमने ओलंपिक खेलों जैसे मुकाबले में दबाव को झेलना सीख लिया है

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : दुनिया के बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर और फुलबैक हरमनप्रीत सिंह की अगुआई में 2020 के टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता भारतीय पुरुष हॉकी टीम 2024 के पेरिस ओलंपिक में पदक का रंग और चमकदार करने के मकसद से शनिवार को पूल बी में अपना अभियान न्यूजीलैंड के खिलाफ जीत के मकसद से करने होगी। भारत की पहली कोशिश अपने पूल में सबसे पहले शीर्ष चार में रह कर क्वॉर्टर फाइनल में स्थान बनाने की होगी। भारतीय टीम एक बार क्वॉर्टर फाइनल में पहुंच गई तो फिर कुछ भी मुमकिन है।ओलंपिक में भारत अपने पूल में ही नहीं किसी भी मैच को हल्के में लेने की गलती नहीं कर सकता है। भारत पेरिस ओलंपिक में मौजूदा चैंपियन बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, न्यूजीलैंड और आयरलैंड के साथ पूल बी मे हैं। वहीं नीदरलैंड, जर्मनी, ब्रिटेन,स्पेन, दक्षिण अफ्रीका और मेजबान फ्रांस पूल ए में है।

भारत को पूल बी में सबसे बड़ी चुनौती मौजूदा चैंपियन बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया और अर्जेंटीना से मिलेगी। भारत के गोलरक्षक पीआर श्रीजेश ने पेरिस ओलंपिक के बाद अंतर्राष्ट्रीय हॉकी को अलविदा कर दी है। मनप्रीत सिंह की तरह अपना लगातार चौथा ओलंपिक खेलने जा रहे गोलरक्षक पीआर श्रीजेश की कोशिश देश को लगातार दूसरी बार ओलंपिक पदक जिताने के साथ अपनी हॉकी टांगने की होगी। भारत को अपने पदक का रंग और चमकदार करना है तो पूर्व कप्तान मनप्रीत सिंह, नौजवान कलाकार राज कुमार पाल ,हार्दिक सिंह, शमशेर और विवेक सागर जैसे आक्रामक मिडफील्डरों के साथ अभिषेक, सुखजीत, मनदीप,गुरजंट और ललित उपाध्याय के खुद मैदानी गोल करने के साथ बराबर पेनल्टी कॉर्नर बनाने होंगे।

भारत ने ओलंपिक में लगातार छह और कुल आठ स्वर्ण, एक रजत और 2020 के टोक्यो ओलंपिक सहित तीन कांस्य पदकों सहित कुल 12 पदक जीते हैं। दुनिया के बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह की अगुआई में भारत की पुरुष हॉकी ओलंपिक में पदक जीतने की अपनी शानदार विरासत को आगे बढ़ाते हुए पेरिस ओलंपिक में भी पदक जीतने की पुरजोर कोशिश करेगी। आक्रामक मिडफील्डर मनप्रीत सिंह की अगुआई में भारत ने 2020 में टोक्यो ओलंपिक में चार दशक बाद कांसे के रूप में फिर पदक जीता था।

भारतीय टीम अपने घर में 2023 के विश्व कप में भुवनेश्वर में निर्धारित समय में तीन बार बढ़त लेने के बाद 3-3 की बराबरी पर मजबूर होने के बाद उससे सडनडेथ शूटआउट में 5-4 से हार क्वॉर्टर फाइनल में पहुंचने हसरत टूटने की टीस को अभी भी नहीं भूली है और ऐसे में उसे हल्के में लेना कतई गवारा नहीं कर सकती है। भारत की कोशिश बेशक न्यूजीलैंड से विश्व कप की हार का हिसाब चुकाने के साथ ओलंपिक जैसे सबसे बड़े मंच पर अपने अभियान का आगाज जीत के साथ करने की होगी।

एक पखवाड़े से भी ज्यादा पहले यूरोप पहुंची हरमनप्रीत सिंह की अगुआई वाली भारतीय टीम स्विटजरलैंड में तीन दिन के कंडीशनिंग कैंप के बाद पेरिस पहुंची। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पेरिस पहुंचने से पहले नीदरलैंड, मलयेशिया, नीदरलैंड और ब्रिटेन के खिलाफ अभ्यास मैच खेले। भारतीय टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच से पहले विश्वास से भरी नजर आई। भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने भुवनेश्वर में 2023 के विश्व कप में क्रासओवर में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच की हार की बाबत कहा, ’न्यूजीलैंड की टीम हमेशा ही मजबूत प्रतिद्वंद्वी माना है। न्यूजीलैंड की टीम की बाबत टीम बैठक में विस्तार से चर्चा की। न्यूजीलैंड के खिलाफ 2023 के विश्व कप मैच में शूटआउट में मिली हार की बाबत चर्चा करना इसलिए जरूरी है क्योंकि इससे हमें याद रहेगा कि उसके खिलाफ मैच में जरा सी ढील गवारा नहीं कर सकते हैं। हमारे लिए न्यूजीलैंड के खिलाफ बढ़िया आगाज कर उस दबाव बनाना जरूरी है। हमारे लिए अच्छी बात यह है कि हमने पेरिस आने से पहले हमने स्विटजरलैंड में कई अच्छे अभ्यास मैच खेले। हमारे टीम और इकाई के रूप में बढ़िया प्रदर्शन किया। हम जेहनी और शारीरिक रूप से अपना अभियान बढ़िया ढंग से शुरू करने को तैयार हैं। पेरिस में ओलंपिक में खेल गांव में माहौल बहुत बढ़िया है।हमने अपने भारतीय दल के अन्य खेलों में शिरकत कर रहे खिलाड़ियों से भी मुलाकात की। इससे हमें और बेहतर करने की प्रेरणा मिलेगी।‘

पेरिस ओलंपिक भारत के उपकप्तान हार्दिक सिंह ने कहा, ’ हम जिस क्षण का इंतजार कर रहे वह अंतत: आ गया और हमारी टीम टीम ओलंपिक में खेलने को ले बेहद रोमांचित है। बेशक कुछ बैचेनी भी है और हर बड़े मैच से पहले यह बैचेनी हमेशा अच्छी है। हमने ओलंपिक खेलों जैसे दुनिया के सबसे बड़े मुकाबले में दबाव को झेलना सीख लिया है। पेरिस ओलंपिक में हमारा मकसद टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक का रंग बदल इसे और चमकदार बनाना है। हम मुश्किल पूल में हैं और हमारी पूल में पदक कई मजबूत दावेदार टीमें हैं। हम इस सोच के साथ आएं है बेहतर दिन हम बाकियों से बेहतर साबित हुए हैं।‘

दुनिया के बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह भारत की तुरुप के इक्के साबित होंगे यौन शौषण के आरोपों के चलते टीम में नहीं चुने जाने वाले ड्रैग फ्लिकर वरुण कुमार की गैरमौजूदगी में चीफ कोच क्रेग फुल्टन की कोशिश यह होनी चाहिए की हरमनप्रीत सिंह पर बतौर ड्रैग फ्लिकर जरूरत से ज्यादा दबाव न आए और अमित रोहिदास को पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करने के मौके मिले उन्हें पूरी तरह इस्तेमाल करेंगे।‘

ओलंपिक के लिए 16 सदस्यीय भारतीय पुरुष हॉकी टीम:गोलरक्षक : पीआर श्रीजेश। रक्षापंक्ति : हरमनप्रीत सिंह(कप्तान), जर्मनप्रीत सिंह, अमित रोहिदास, सुमित, संजय। मध्यपंक्ति : हार्दिक सिंह (उपकप्तान), मनप्रीत सिंह,शमशेर सिंह, राज कुमार पाल, विवेक सागर प्रसाद। अग्रिम पंक्ति: अभिषेक, सुखजीत सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, मनदीप सिंह, गुरजंट सिंह।

वैकल्पिक खिलाड़ी : नीलकांत शर्मा, जुगराज सिंह, कृष्ण बहादुर।

भारत पूल बी में अपने अभियान का आगाज 27 जुलाई को न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच से करेगा, 29 जुलाई को अर्जेंटीना से, 30 जुलाई को आयरलैंड से, 1 अगस्त को बेल्जियम से तथा 2 अगस्त को अर्जेंटीना से खेलेगा। दो ग्रुप से शीर्ष चार चार टीमें क्वॉर्टर फाइनल में पहुंचेगी । चारों क्वॉर्टर फाइनल 4 अगस्त को खेले जाएंगे जबकि दोनों सेमीफाइनल 6 अगस्त को खेले जाएंगे। स्वर्ण पदक के लिए फाइनल और कांसे के लिए तीसरे स्थान का मैच 8 अगस्त को खेला जाएगा।

27 जुलाई : भारत वि. न्यूजीलैंड, रात 9 बजे (भारतीय समयानुसार)