हैदराबाद को प्ले ऑफ की आस जिंदा रखने के लिए रिटर्न मैच में भी जीत को दोहराने की जरूरत

  • हैदराबाद को हार के ‘पंजे’से बचाने के लिए उमरान व भुवी को दिखानी होगी धार
  • अभिषेक व केन की जोड़ी को हैदराबाद को दिलानी होगी मजबूत शुरुआत
  • कोलकाता को अभी भी है सही सलामी जोड़ी की तलाश

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : लगातार दो हार से आगाज करने के बाद जीत के ‘पंजेÓ से उदय सनराइजर्स हैदराबाद के उम्मीदों के सूरज को लगातार चार हार से 2022 आईपीएल क्रिकेट में अचानक ‘ग्रहणÓ सा लगता लगता नजर आ रहा है। हैदराबाद को प्ले ऑफ पहुंचने की आस जिंदा रखने के लिए पुणे में शनिवार को कोलकाता नाइट राइडर्स(केकेआर) के खिलाफ रिटर्न मैच में भी ब्रेबॉर्न स्टेडियम में मिली सात विकेट की जीत को दोहराने की जरूरत है। सनराइजर्स हैदराबाद की गाड़ी सबसे पहले प्ले ऑफ के लिए क्वॉलिफाई करने वाली गुजरात टाइटंस से लीग के अपने आठवें मैच में पांच विकेट से हार से ऐसी पटरी से उतरी की उसके 11 मैचों में मात्र पांच जीत और छह हार से दस अंक ही रह गए हैं। हैदराबाद को अंतिम चार में जगह बनाने के लिए ध्यान कोलकाता के खिलाफ शनिवार के मैच सहित अपने अगले तीनों मैच जीतने पर लगाना होगा। मुंबई इंडियंस से अपना पिछला मैच जीतने के बावजूद कोलकाता के 12 मैचों में महज पांच जीत और सात अंक से दस अंक ही रह गए हैं। कोलकाता अब हैदराबाद के खिलाफ मैच सहित अपना 14 वां अंतिम लीग मैच भी जीत लेती है तो भी उसके अधिकतम 14 ही अंक ही हो पाएंगे और अंतिम चार में पहुंचने के लिए वह अगर मगर के फेर में फंसी रहेगी।

मौजूदा सीजन में दो अद्र्बशतक सहित रन बनाने में सबसे आगे चल रहे ओपनर अभिषेक शर्मा (331 रन) और अब तक मात्र एक अद्र्धशतक जडऩे वाले इस सीजन में ज्यादातर मैचों में रनों के लिए जूझने वाले कप्तान केन विलियमसन (199 रन) का पिछले दो मैचों सस्ते में आउट हैदराबाद की हार का बड़ा कारण रहा। अभिषेक और केन विलियमसन की सलामी जोड़ी के सस्ते में आउट होने के कारण हैदराबाद के शीर्ष और मध्यक्रम में अब तक सबसे ज्यादा तीन अद्र्धशतक जडऩे वाले एडन मरक्रम (326 रन), दो- दो अद्र्बशतक जडऩे वाले राहुल त्रिपाठी(308) और निकोलस पूरन(261 रन) तेज रन बनाने के दबाव में सस्ते में विकेट गंवा रहे हैं। हैदराबाद को जीत की राह पर वापस लौटना है तो अभिषेक शर्मा व कप्तान विलियमसन की सलामी जोड़ी को उसे मजबूत शुरुआत दिलानी होगी। कोलकाता के तुरुप के तेज गेदबाज उमेश यादव(15 विकेट), आंद्रे रसेल (14 विकेट), टिम साउदी-12 विकेट), पैट कमिंस(7 विकेट) मिस्ट्री स्पिनर सुनील नारायण (8 विकेट) व वरुण चक्रवर्ती(5 विकेट)को हैदराबाद के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों खासतौर पर अभिषेक, मरक्रम, त्रिपाठी और पूरन के विकेट जल्द चटकाने होंगे।

कोलकाता नाइट राइडर्स की सबसे बड़ी दिक्कत शुरू के 12 लीग मैचों के बाद अभी भी सही सलामी जोड़ी के जूझना है। कभी वेंकटेश अय्यर और एरोन फिंच, कभी फिंच व सुनील नारायण ,तो कभी रहाणे और वेंकटेश अय्यर(175 रन) की सलामी जोड़ी अब तक कोलकाता को बढिय़ा शुरुआत दिलाने में नाकाम रही है। इसी के चलते दो-दो अद्र्धशतक जड़ रन बनाने में कोलकाता के लिए पहले नंबर पर चल रहे कप्तान श्रेयस अय्यर (336 रन), दूसरे नंबर पर चल रहे नीतिश राणा (293 रन) को तेज रन बनाने की बजाय पारी को संभालने का दबाव ज्यादा रहा है। मध्यक्रम में पांच मैच खेलने का मौका मिलने के बावजूद रिंकू सिंह (129 रन) जरूर कोलकाता के लिएमैच के मिजाज छोटी पर अहम पारियां खेलने में कामयाब रहे हैं। एक एक अद्र्बशतक जडऩे वाले निचले क्रम में आकर ऑलराउंउर आंद्रे रसेल (281 रन) और कमिंस की मेहनत के बावजूद कोलकाता अक्सर बड़े स्कोर तक पहुंचने या फिर बड़े स्कोर का पीछा करने में बहुत कामयाब नहीं हो पा रही हैं। हैदराबाद को पिछले दोनों मैचों में पूरी तरह फिट नहीं होने के कारण बाहर रहे यॉर्कर किंग टी. नटराजन(17 विकेट) की कमी खासतौर पर आखिर के मारधाड़ वाले ओवरों में बेहद अखरी। हैदराबाद उम्मीद करेगी कि नटराजन फिट होकर उसे अब अगले तीनों मैचों के लिए उपलब्ध रहेंगे। मौजूदा आईपीएल में सबसे तेज गेंद फेंकने वाले रफ्तार के सौदागर उमरान मलिक (15 विकेट), अनुभवी स्विंग गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार (10 विकेट), अब फिट हो चुके ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर(चार विकेट) और कार्तिक त्यागी मिलकर शुरू से कोलकाता के शीर्ष क्रम को सस्ते में आउट करने में कामयाब रहे तो फिर जरूर हैदराबाद हार के ‘पंजेÓ से बचकर आखिर चार में स्थान बनाने की उम्मीदें कर सकती है। मिडलओवर में हैदराबाद के ऑफ स्पिनर सुंदर और लेफ्ट आर्म स्पिनर सुचित (छह विकेट) को स्पिन का जाल बुन कर रनों पर लगाम लगाने के साथ विकेट चटकाने होंगे।

मैच का समय : शाम साढ़े सात बजे से