राजस्थान में प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद अब भजन लाल मंत्रिपरिषद के विस्तार की तैयारियां

After the appointment of State President in Rajasthan, now preparations for expansion of Bhajan Lal Council of Ministers

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

राजस्थान में जहां भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद से सीपी जोशी के इस्तीफे के बाद अप्रत्याशित ढंग से अब इस पद की कमान मारवाड़ के एक ओबीसी नेता राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ के हाथ में दे दी गई है । साथ ही प्रदेश में भाजपा प्रभारी और सह प्रभारी की भी नियुक्तिया भी कर दी गई है। सांसद डा. राधा मोहन दास अग्रवाल को अरुण सिंह के स्थान पर राजस्थान का प्रभारी और विजया रहाटकर को सह प्रभारी नियुक्त किया गया है । विजया रहाटकर पहले भी
सह प्रभारी ही थी।

राजनीतिक हलको में खबर है कि अब राजस्थान की भजन लाल सरकार में कैबिनेट का जल्द ही विस्तार किया जा सकता है। इसमें बड़े फेरबदल की भी सुगबुगाहट तेज हो गई है। जानकारों की मानें तो राजस्थान विधानसभा सत्र के समाप्त होने के बाद कभी भी मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल की कार्यवाही हो सकती है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा हाल ही दिल्ली यात्रा करके गए हैं और उनकी अमित शाह और अन्य केन्द्रीय नेताओं से मुलाकात भी हुई थी। इसके बाद ही शुक्रवार रात में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान किया गया। ऐसे में माना जा रहा है कि अब भजनलाल मंत्री परिषद में फेरबदल होना भी तय है चूकि वरिष्ठतम मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा का इस्तीफा हो चुका है और यदि यह मंजूर नहीं किया गया तो ऐसे में उन्हें नया मंत्रालय देकर खुश किया जा सकता है, जो उनके मन मुताबिक हो. इसके अलावा कुछ नए अनुभवी चेहरों को भी मौका दिया जा सकता है ।

राजस्थान में जल्द ही पांच विधानसभा सीटों पर उप चुनाव भी होने वाले है। ऐसे में इसे भी ध्यान रखकर कैबिनेट का विस्तार किया जा सकता है। वर्तमान में भजन लाल सरकार मेवमुख्यमंत्री समेत मंत्रिपरिषद में 24 मंत्री मेंशामिल है. लेकिन मान जा रहा है कि हर वर्ग को खुश करने के लिए कैटगरी के साथ-साथ युवा वर्गों पर भी ध्यान दिया जा सकता है। नियमानुसार मुख्यमंत्री समेत 30 मंत्री बनाए जा सकते हैं। इस लिहाज से अभी भी 6 पद रिक्त है।

उल्लेखनीय है कि राजस्‍थान में विधानसभा की कुल 200 सीटें हैं। सीटों की कुल विधायकों के 15 प्रतिशत सदस्‍य मंत्री बनाए जा सकते हैं। ऐसे में 30 विधायक मंत्री बनते हैं। अभी सीएम समेत मंत्रियों के 24 पद भरे हुए हैं। छह मंत्री नए बनाए जा सकते हैं। एक मंत्री किरोड़ी लाल मीणा पहले ही पद से इस्‍तीफा दे चुके हैं।

लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों का असर राजस्‍थान मंत्रिमंडल विस्‍तार पर देखने को मिल सकता है, क्‍योंकि साल 2014 और 2019 में भाजपा ने राजस्‍थान की सभी 25 सीटें जीती थी, मगर इस बार भाजपा सिर्फ 14 सीटों पर ही सिमट गई थी। 11 सीटें हाथ से निकल गईं।

भाजपा प्रदेश लीडरशिप कई बार यह कह भी चुका है कि लोकसभा चुनाव 2024 में जिन विधायकों के इलाके में अच्‍छा प्रदर्शन होगा, उन्‍हें मंत्री पद से नवाजा जाएगा। इसी तरह से लोकसभा चुनाव में खराब परिणाम देने वाले मंत्रियों से उनका पद छीना जा सकता है।

अब देखना है कि भजन लाल मंत्रिपरिषद का विस्तार जब होता है और उनमें किन किन विधायकों को जगह मिलेगी!