रविवार दिल्ली नेटवर्क
नई दिल्ली: पढ़ाई के लिए विदेश जाना अब कोई नई बात नहीं है। हर साल कई छात्र पढ़ाई के लिए विदेश जाते हैं। हालाँकि, विदेश में पढ़ाई करने जाने वाले इन छात्रों को कई बाधाओं का सामना करना पड़ता है। विदेश मंत्रालय ने पढ़ाई के लिए विदेश गए भारतीय छात्रों की मौत का आंकड़ा जारी किया है। इसके मुताबिक सबसे ज्यादा छात्रों की मौत कनाडा में हुई है।
विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने लोकसभा में पिछले पांच वर्षों में विदेश में मरने वाले भारतीय छात्रों की संख्या की घोषणा की। इन छात्रों की मौत के कई कारण सामने आए हैं। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, पिछले पांच साल में पढ़ाई के लिए विदेश गए 633 भारतीय छात्रों की मौत हो गई। इन छात्रों की मौत का कारण अलग-अलग है।
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, कनाडा में सबसे ज्यादा 172 भारतीय छात्रों की मौत हुई। इसके बाद अमेरिका- 108, यूनाइटेड किंगडम- 58, ऑस्ट्रेलिया- 57 और रूस के 37 छात्रों ने अपनी जान गंवाई है। भारतीय छात्र यूक्रेन में भी पढ़ने गए थे, जिस पर रूस ने हमला कर दिया था। हालांकि कुछ छात्र सुरक्षित बाहर निकलने में कामयाब रहे लेकिन 18 छात्रों की वहीं मौत हो गई। जर्मनी में 24 और जॉर्जिया, किर्गिस्तान और साइप्रस में 12 लोगों की मौत हो गई।