भारत ने आयरलैंड को दी शिकस्त, हरमनप्रीत के दो गोल

India defeated Ireland with Harmanpreet's two goals and goalkeeper Sreejesh's promptness

  • आक्रमण ही सर्वश्रेष्ठ रक्षण की नीति से टीम खेली

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : अनुभवी मनदीप सिंह ललित उपाध्याय के साथ नौजवान गुरजंट सिंह और अभिषेक ने आक्रामक सेंटर हाफ विवेक सागर प्रसाद और अपना लगातार चौथा ओलंपिक खेल रहे मनप्रीत सिंह ,हार्दिक द्वारा बराबर आगे बढ़ाई गेंद पर भारत की आयरलैंड के गोल पर शुरू से हमले बोल कर उसे दबाव में रखने की रणनीति कारगर रही। आक्रमण ही सर्वश्रेष्ठ रक्षण की रणनीति अपनाने हुए कप्तान ड्रैग फ्लिक हरमनप्रीत सिंह के शुरू के दो क्वॉर्टर में पहले पेनल्टी स्ट्रोक पर और फिर चौथे पेनल्टी कॉर्नर पर दागे एक -एक गोल और गोलरक्षक पीआर श्रीजेश की खासतौर पर तीसरे क्वॉर्टर में मुस्तैदी दिखा रोके आधा दर्जन पेनल्टी कॉर्नर की बदौलत भारत की पुरुष हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में ग्रुप बी के अपने तीसरे मैच में मंगलवार को 2-0 से हरा तीन मैचों में दो जीत और एक ड्रॉ के साथ अजेय रह सात अंक हासिल किए। हरमनप्रीत सिंह तीन मैचों में चार गोल कर  शीर्ष पर पहुंच गए हैं। आक्रामक हॉकी खेलने के साथ  गेंद को अपने कब्जे  में रखने और दोनों से हमले बोलने की भारतीय रणनीति कारगर रही। भारत के लिए फिलहाल तीन मैचों में कुल पांच गोल किए और इनमें एक भी मैदानी गोल नहीं किया। भारत को अब अपने पूल में बाकी दो मैचों मौजूदा चैंपियन बेल्जियम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना और इसमें उसे मैदानी गोल भी करने होंगे। भारत ने आयरलैंड को दस पेनल्टी कॉर्नर दिए  उसे बेल्जियम के खिलाफ इससे बचना होगा।  कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने गुरजंट और मनदीप के प्रयास  पर मिले पेनल्टी स्ट्रोक को मैच के 11 वें मिनट में गोल में बदल कर 1-0 की बढ़त ली और फिर दूसरे क्वॉर्टर के चौथे मिनट में चौथे पेनल्टी कॉर्नर पर निचले फ्लिक के  गोल कर हाफ टाइम तक 2-0 की बढ़त दिला दी और इसे अंत तक बरकरार रख जीत हासिल की।

भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा, ’मैं खुश हूं कि हमारी टीम ने बेहतर खेल दिखा अब तक अजेय रह तीन मैचों में दूसरी जीत हासिल की। जहां तक हमारे अब तक एक भी मैदानी गोल नहीं कर पाने की बात है तो मैं भी चाहता कि हमारे स्ट्राइकर गोल करें। मुझे इस बात की बेहद खुशी है कि हमारी टीम में हर कोई अपनी तय जिम्मेदारी निभा रहा है। भले ही हमारे स्ट्राइकर ने अब तक एक भी मैदानी गोल नहीं किया लेकिन वे बराबर पेनल्टी कॉर्नर बनाने में कामयाब रहे हैं। हम तीसरे क्वॉर्टर में आयरलैंड को बहुत पेनल्टी कॉर्नर ,हम अपने आगे के मैचों में और मुस्तैदी दिखा इससे जरूर बचना चाहेंगे। साथ ही हमारी कोशिश अगले बाकी दो पूल मैचों में मैदानी गोल करने की भी होगी।

तेज तर्रार हरियाणवी स्ट्राइकर अभिषेक ने दाएं से तेज हमला बोला और भारत को दूसरे मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला दिलाया लेकिन कप्तान हरमनप्रीत सिंह के तेज फ्लिक को आयरलैंड के गोलरक्षक मैथ्यू नेल्सन ने रोक लिया।  गुरजंट को शेप ओ‘ डॉन्गी ने गलत ढंग से रोकने पर भारत को 11 वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक मिला था और इस पर कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने गोल कर अंतत: टीम को 1-0 से आगे कर दिया। भारत की रक्षापंक्ति में गोलरक्षक पीआर श्रीजेश और फुलबैक अमित रोहिदास और जर्मनप्रीत सिंह ने  मजबूती से अपने किले की चौकसी की। हालांकि जर्मनप्रीत को आठवें मिनट में रफ टैकल पर अंपायर ने चेतावनी भी दी। आयरलैंड के मार्शल ने भारत के गुरजंट, मनदीप और अनुभवी ललित उपाध्याय को रोकने की कोशिश जरूर कोशिश की लेकिन बहुत कामयाब नहीं रहे।

भारत को सुखजीत और ललित उपाध्याय के अभियान पर सुखजीत को गलत ढंग से रोकने पर तीसरे क्वॉर्टर के मिनट   में मैच का पांचवां पेनल्टी कॉर्नर मिला इस पर कप्तान हरमनप्रीत सिंह की इनडायरेक्ट गोल कर अपनी हैट्रिक पूरी करने की हसरत पूरी नहीं हुई क्योंकि वह गेंद को रोक ही नहीं पाए और आयरलैंड के ग्रीन ने गेंद को रोक आयरलैंड की टीम पर आया खतरा टाला। दो मिनट बाद राज कुमार पाल की डी में घुसने की कोशिश आयरलैंड की रक्षापंक्ति ने नाकाम करा  दिया। आयरलैंड ने तीसरा क्वॉर्टर खत्म होने से पांच मिनट तीन पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन भारत के गोलरक्षक पीआर श्रीजेश ने इन्हें रोक कर नाकाम कर दिया। भारत ने दो मिनट बाद मैच का अपना छठा पेनल्टी कॉर्नर किया लेकिन इस पर हरमनप्रीत ने तिरछा पास रोहित के लिए दिया लेकिन यह बेकार गया। आयरलैंड ने तीसरा क्वॉर्टर खत्म होने से पहले तीन और पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन श्रीजेश सहित भारत की रक्षापंक्ति ने मुस्तैदी दिखा इन्हें रोक कर नाकाम कर दिया। चौथे और आखिरी क्वॉर्टर में आयरलैंड ने गोल करने की पुरजोर कोशिश कर तीन पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन रशर  के रूप में मनप्रीत और अमित रोहिदास के साथ गोलरक्षक पी आर श्रीजेश ने उनकी गोल की हर कोशिश नाकाम कर दी। आखिरी क्वॉर्टर में गोलरक्षक पीआर श्रीजेश की मुस्तैदी ने शुरू के दो क्वॉर्टर की 2-0की  बढ़त को बरकरार  मैच जीत लिया।