रविवार दिल्ली नेटवर्क
जयपुर : विश्व आदिवासी दिवस पर कोटा के जय मीनेश आदिवासी विश्वविद्यालय में उर्जा मंत्री श्री हीरालाल नागर के मुख्य आतिथ्य में समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में समाज, प्रदेश एवं राष्ट्र के विकास में आदिवासियों के योगदान को यादकर पौधारोपण किया गया एवं विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।
ऊर्जा मंत्री श्री हीरालाल नागर ने कहा कि यह गौरव की बात है कि विश्व का पहला आदिवासी विश्वविद्यालय कोटा में है और कोटा की स्थापना भी कोटिया भील द्वारा की गई है। उन्होंने कहा आदिवासी समाज के हर छोटे-बड़े व्यक्ति के सहयोग से इस विश्वविद्यालय का इतना भव्य निर्माण हुआ है जो इस बात का साक्षी है कि आज आदिवासी समाज भी समाज एवं विकास की मुख्य धारा से जुड़कर विकास की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जो भारत को 2047 तक विकसित होने का संकल्प लिया है वह इसी तरह पूर्ण होगा। उन्होंने कहा भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी आदिवासी समाज से हैं और यह समस्त भारत के लिए गर्व का विषय है।
उन्होंने कहा जय मीनेश आदिवासी विश्वविद्यालय के विकास में उनके द्वारा जो भी सहयोग संभव होगा वह करेंगे। उन्होंने कहा यह सब की जिम्मेदारी है कि सब अपनी क्षमता अनुसार सहयोग कर आदिवासियों के विकास में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा इस बार के बजट में आदिवासियों के विकास के लिए भी कई प्रावधान किए गए हैं जो उनको आत्मनिर्भर बनाएंगे।
श्री नागर ने कहा कि विश्वविद्यालय में जो अंतरराष्ट्रीय स्तर का खेल संकुल बनाया जा रहा है वह समस्त हाड़ौती क्षेत्र, राजस्थान एवं पूरे भारत के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि वह पूर्ण प्रयास करेंगे की यहां के स्टेडियम का लोकार्पण राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू के कर कमलों द्वारा कराया जाए।
कार्यक्रम के अतिथि कोटा दक्षिण विधायक श्री संदीप शर्मा ने कहा कि भारत एवं राजस्थान में आदिवासियों का योगदान सराहनीय है। उन्होंने कहा जल, जंगल, ज़मीन, वन्यजीव, पहाड़ों की सुरक्षा में आदिवासियों का योगदान अतुलनीय है। उन्होंने कहा जय मीनेश आदिवासी विश्वविद्यालय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर युवाओं को शिक्षा, सभ्यता संस्कृति के साथ विकास एवं समृद्धि पथ पर अग्रसर करेगा।
शाहाबाद से विधायक श्री ललित मीणा ने कहां की यह विश्वविद्यालय आदिवासी समाज के लिए मिल का पत्थर साबित होगा क्योंकि शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जिससे सभ्यता, संस्कृति की सुरक्षा के साथ विकास का मार्ग प्रशस्त हो सकता है। उन्होंने कहा वह अपने विधानसभा क्षेत्र में भी युवाओं को इस विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
संभागीय आयुक्त श्रीमती उर्मिला राजोरिया ने सभी को आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा रोजगार परक कोर्स के माध्यम से आदिवासी युवाओं को राष्ट्र के विकास से जोड़ा जाए ताकि भारत का हर वर्ग, जाति, समूह विकसित हो सके।
एसीईओ श्री राजेश मीणा ने कहा इस विश्वविद्यालय का निर्माण बहुत उच्च मानकों पर किया गया है एवं वह दिन दूर नहीं जब इस विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण करने के लिए विश्व एवं भारत के हर कोने से छात्र आएंगे और इसमें शिक्षा ग्रहण करके गर्व महसूस करेंगे।
मीनेश आदिवासी विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन श्री आरडी मीणा ने बताया कि इस विश्वविद्यालय को सभी समाज एवं जनप्रतिनिधियों का भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ है और उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के हर कोर्स में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है ताकि इस विश्वविद्यालय से पास हुए सभी छात्र भविष्य में भारत एवं विश्व के विकास में अपना योगदान दे सकें। कोटा की पूर्व जिला प्रमुख श्रीमती कमला मीणा ने कहा की यह विश्वविद्यालय मात्र आदिवासी समाज के लिए ही नहीं बल्कि हाड़ौती क्षेत्र के सभी छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां पर गुणवत्ता पूर्ण रोजगार परक कोर्स कराए जा रहे हैं जो भविष्य में आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सच साबित करेंगे।
कार्यक्रम में पूर्व विधायक स्वर्गीय श्री अमृतलाल मीणा के आकस्मिक निधन पर मौन रखकर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में जय मीनेश आदिवासी विश्वविद्यालय के वीसीडी श्री के तिवारी, कुल सचिव श्री एन.के. शर्मा सहित समस्त स्टाफ एवं समाज के प्रबुद्ध एवं सम्माननीय सदस्य उपस्थित रहे।