सशक्त हो रही बेटियांः कृषि संकाय चुनने पर बेटियों को मिल रही 15 से 40 हजार की प्रोत्साहन राशि

Daughters are getting empowered: Daughters are getting incentives of 15 to 40 thousand for choosing agricultural faculty

रविवार दिल्ली नेटवर्क

जयपुर : कृषि क्षेत्र में बुवाई से लेकर रोपण, सिंचाई और कटाई जैसे कार्यों में महिलाएं अग्रणी भूमिका निभाती हैं। इस क्षेत्र में उनके सशक्तिकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा अभूतपूर्व फैसले किए गए हैं। ’कृषि विषय में अध्ययनरत छात्राओं को देय प्रोत्साहन राशि योजना’ भी बालिकाओं की कृषि क्षेत्र में प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित करने की ऐसी ही एक योजना है।

राज्य सरकार का उद्देश्य है कि बालिकाएं कृषि के क्षेत्र की नवीनतम विधाओं का अध्ययन करें और औपचारिक शिक्षण- प्रशिक्षण प्राप्त करें, जिससे न केवल उनके परिवार की आय बढ़ेगी बल्कि वे राज्य और देश की समृद्धि में भी योगदान देंगी। योजना के तहत कृषि संकाय से अध्ययन के लिए 11 वीं कक्षा से लेकर पीएचडी कर रही छात्राओं को 15 हजार से 40 हजार की राशि प्रतिवर्ष दी जा रही है।

कृषि संकाय चुनने पर प्रोत्साहन-

कृषि आयुक्त श्री कन्हैया लाल स्वामी ने बताया कि योजना के तहत राज्य में कृषि विषय लेकर अध्ययन करने वाली 11वीं एवं 12वीं कक्षा की छात्राओं को प्रतिवर्ष 15 हजार की राशि प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि कृषि विज्ञान से स्नातक के विषयों जैसे कि उद्यानिकी, डेयरी, कृषि अभियांत्रिकी, खाद्य प्रसंस्करण के साथ ही स्नातकोत्तर (एम.एससी.कृषि) में अध्ययन करने वाली छात्राओं को 25 हजार रुपए प्रतिवर्ष दिये जाते हैं। इसी प्रकार कृषि विषय में पीएचडी करने वाली छात्राओं को 40 हजार रुपये प्रतिवर्ष (अधिकतम 3 वर्ष) प्रोत्साहन राशि दिये जाने का प्रावधान किया गया है।

19 हजार 662 छात्राओं को मिला 35 करोड़ की राशि का प्रोत्साहन-

कृषि आयुक्त ने बताया की योजना के तहत 21 दिसंबर 2023 से जुलाई 2024 तक अध्ययनरत 19 हजार 662 छात्राओं को 35 करोड़ 62 लाख रुपये का आर्थिक संबल दे कर कृषि संकाय लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।

कृषि संकाय में अनामिका और विभा को मिला संबल-

कृषि संकाय में स्नातक की शिक्षा प्राप्त कर रही अनामिका शर्मा, उदयपुर के जनार्दन राय नागर विश्वविद्यालय में बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं। वे बताती हैं कि योजना के तहत बीएससी के प्रथम वर्ष में राज्य सरकार द्वारा 25 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई थी। वे बताती हैं कि उन्हें शुरू से ही कृषि के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने की इच्छा थी। वे चाहती थीं कि वे कृषि के क्षेत्र में उन्नत तकनीकों के बारे में जानें और अपने परिवार की आय बढ़ाने में सहयोग करें। राज्य सरकार का धन्यवाद् देते हुए अनामिका कहती हैं कि वे स्वयं तो सक्षम हुई हीं हैं और अब वे पढ़ाई के साथ-साथ किसानों को खेती करने की उन्नत तकनीकों, बीज, उर्वरक जैसी सहायक सामग्रियों के बारे में उचित जानकारी भी देती हैं।

इसी विश्वविद्यालय में अध्ययनरत बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा विभा प्रजापत भी इस योजना के लिए मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा का आभार जताते हुए नहीं थकतीं। वे कहती हैं कि इस योजना के कारण उन्हें कृषि विषय पढ़ने के लिए प्रोत्साहन मिला है। वे चाहती हैं कि वे कृषि की नवीनतम तकनीकों के बारे में ज्यादा से ज्यादा सीखें और इस क्षेत्र में कोई नवाचार करें, जिससे किसानों का कृषि कार्य मे परिश्रम कम हो और उनकी आय में वृद्धि हो सकें।