रविवार दिल्ली नेटवर्क
गिरी नदी पर बने रज्जू मार्ग के स्थान पर झूला पुल बनाने की मांग गिरी नदी पर तीन रज्जू मार्ग है ,जान जोखिम में डाल आने जाने को मजबूर लोग
सिरमौर जिला के श्री रेणुकाजी क्षेत्र में गिरी नदी पर कई स्थान ऐसे हैं जहां लोग झूले से नदी के आर-पार जा रहे हैं ,ये झूले काफी खतरनाक भी हो सकते हैं और इनमे जोखिम भी बहुत रहता है। उप मंडल संगड़ाह के अंतर्गत आने वाले गांव सियूं में बरसात के दिनों में लोगों को गिरी नदी पार करने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है इस समस्या से यहां के लोग पिछले कई दशकों से जूझ रहे हैं।
हालांकि यह गांव श्री रेणुका बांध परियोजना के डूब क्षेत्र में आता है लेकिन बांध प्रबंधन द्वारा जब तक विस्थापितों को पुनर्स्थापित नहीं किया जाता तब तक क्षेत्र के लोगों ने प्रशासन एवं सरकार से मांग की है कि यहां पर रज्जु मार्ग पर पुल बनाया जाएताकि लोगों को गिरी नदी पार करने में परेशानी का सामना न करना पड़े।
मौजूदा समय में लोग अपनी जान हथेली पर रखकर रज्जू मार्ग के सहारे इस आर से उसे पार जाते हैं जिसमें अधिकतर स्कूलों के बच्चे आते जाते हैं।
स्थानीय निवासी योगेंद्र कपिला ने बतायाकि संगड़ाह क्षेत्र में सियुं का यह रज्जु मार्ग कई गाओं को जोड़ता है और बरसात में खासकर लोगो को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है और झूले पल से जोखिम लेकर नदी पार करनी पड़ती है ,स्कूलों के बच्चे भी इसी से होकर जाते हैं। हालाँकि यह क्षेत्र रेणुका बांध में डूब क्षेत्र में आता है। जबतक यहां से लोगो को यहां से विस्ताफित नहीं किया जाता तबतक कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जनि चाहिए ताकि लोगो को सुविधा मिल सके।
स्थानीय जय प्रकाश ने बताया कि गिरी नदी पर बने इन रज्जु मार्गों के स्थान पर सरकार कोई वैकल्पिक पुल इत्यादि बनाए ताकि यहां को लोगो के नदी के आरपार जाने में सुविधा हो सके। उल्लेखनीय हैकि इस समय जिला में भारी वर्षा का क्रम भी जारी है और बांध के दुब क्षेत्र के ये लोग जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को मजबूर हैं और सरकार से वैकल्पिक वयवस्था की मांग कर रहे हैं।