रविवार दिल्ली नेटवर्क
नैनीताल : पहले राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के उपलक्ष्य में चित्र प्रदर्शनी, प्रतियोगिताओं और जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है। केंद्रीय संचार ब्यूरो, नैनीताल की तरफ से आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत DRDO के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. पीएस नेगी, परिसर निदेशक श्री प्रवीण बिष्ट, पूर्व कुलपति प्रोफ़ेसर जगत बिष्ट, प्रोफ़ेसर देव सिंह पोखरिया ने संयुक्त रूप से की। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रोफेसर शेखर जोशी ने कहा कि हमारा सपना है कि उत्तराखण्ड का लोक पर्व हरेला एक दिन अंतरिक्ष में मनाया जाय। उन्होंने चंद्रयान की सफलता पर बनी नखक्षत पेंटिंग केंद्रीय संचार ब्यूरो को भेंट की। निदेशक श्री प्रवीण सिंह बिष्ट ने कहा कि केंद्रीय संचार ब्यूरो की चित्र प्रदर्शनी में सीखने के लिए बहुत कुछ है। इस तरह के कार्यक्रम से विज्ञान की तरफ आमजन का लगाव बढ़ेगा। इस मौके पर परिसर में आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में शारदा पब्लिक स्कूल के भावेश कुमार को प्रथम, श्रेया रंजन को द्वितीय और ऐंजल आर्या को तृतीय पुरस्कार मिला। वहीं मन्नत खान, तरन्नुम खान और दिवीजा बिष्ट को भी पुरस्कार दिए गए। प्रतियोगिताओं के संयोजक केंद्रीय संचार ब्यूरो के श्री भास्कर जोशी ने बताया कि एसएसजे परिसर के स्नातक के चित्रकला प्रतिभागियों की संख्या करीब 60 रहने की वजह से आज परिणाम नहीं आ पाए। परिणाम आने के बाद पुरस्कार समापन समारोह में दिए जाएंगे। क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी श्री नीरज भट्ट ने बताया कि पहले दिन के कार्यक्रम में एसएसजे परिसर के अलावा शारदा पब्लिक स्कूल और अल्मोड़ा इंटर कॉलेज की छात्र-छात्राएं शामिल हुए। कार्यक्रम में हरेला पीठ डॉ. प्रीति आर्या, डॉ. बलवंत कुमार, डॉ. धनी आर्या, डॉ. ममता पंत सहित विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रोफ़ेसर व शहर के गणमान्य नागरिक शामिल हुए।
राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर उत्तराखण्ड के विभिन्न जिलों में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बागेश्वर जिले के अटल उत्कृष्ट पदम सिंह परिहार राजकीय इंटर कॉलेज वज्यूला में छात्र-छात्राओं ने भाषण, क्विज प्रतियोगिता के साथ ही पोस्टर प्रतियोगिता के जरिए विज्ञान की बारिकियों को समझा। चंद्रयान-3 के मॉडल को बनाकर उसके प्रक्षेपण के बारे में छात्रों को जानकारी दी गई। साथ ही बताया गया कि आने वाले समय में चंद्रयान मिशन 3 के माध्यम से, भारत न केवल चंद्रमा की सतह के बारे में ज्ञान का खजाना हासिल करेगा, बल्कि भविष्य में मानव निवास के लिए इसकी क्षमता भी हासिल करेगा। इसके साथ ही चन्द्रयान 3 द्वारा चांद की सतह पर मौजूद तत्वों का गुणात्मक और मात्रात्मक विश्लेषण किया जाएगा। इस मौके पर छात्र भी काफी उत्साहित नजर आए। उन्होंने कहा कि उन्हें प्रतियोगिताओं से काफी कुछ सीखने को मिला। उधर, राजकीय महाविद्यालय रुद्रप्रयाग में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों को अंतरिक्ष के संबंध में जानकारी दी गई।