रविवार दिल्ली नेटवर्क
देहरादून : एसएसजे परिसर, अल्मोड़ा में प्रथम राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस का रंगारंग कार्यक्रमों के साथ समापन हो गया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि कुलपति श्री सतपाल सिंह बिष्ट ने कहा कि यहां से प्रेरणा लेकर हमारे शिक्षार्थी अगर वैज्ञानिक बन पाएंगे तो ये कार्यक्रम सफल माना जाएगा। विशिष्ट अतिथि एनसीसी कमांडिंग अधिकारी कर्नल मनोज कांडपाल ने कहा कि आने वाला दौर ज्ञान और विज्ञान का ही है। जिसके पास ज्ञान और विज्ञान है वह सफल है। विषय विशेषज्ञ के तौर पर एरीज के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. मोहित जोशी ने ऑडियो विजुअल प्रस्तुति के साथ उपस्थित लोगों को समझाया कि कैसे अंतरिक्ष में भारत की उपलब्धियों का फायदा चिकित्सा से लेकर तकनीक में भारत के आम आदमी को मिल रहा है।
वरिष्ठ वैज्ञानिक श्री नवीन जोशी ने कहा कि प्रदर्शनी, प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से साइंस को रोचक बनाकर पेश करना अनूठी पहल है।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ वैज्ञानिक श्री एसएस सामंत ने कहा कि विज्ञान को लेकर इतना सजीला, रोचक और ज्ञानवर्धक कार्यक्रम पहली बार देखने को मिला।
कार्यक्रम में डीन साइंस प्रोफेसर एसके जोशी, बॉटनी के डॉ. धनी राम, हिंदी की डॉ. प्रीति आर्या, मनोविज्ञान की डॉ. मधु नयाल सहित विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रोफेसर शामिल रहे। आयोजन स्थल पर हुई वाद विवाद प्रतियोगिता में शारदा पब्लिक स्कूल के मलय जोशी प्रथम, हर्षिता द्वितीय, अक्षत तृतीय रहे।
जूनियर वर्ग भाषण प्रतियोगिता में श्रीवांश भट्ट प्रथम, मनाफ़ उर रहमान द्वितीय, हृदया को तृतीय पुरस्कार मिला। सीनियर वर्ग भाषण प्रतियोगिता में एसएसजे की आंचल राज प्रथम, मयंक कुमार द्वितीय, तनुजा पाठक तृतीय रहे। जूनियर वर्ग चित्रकला प्रतियोगिता में भावेश शाह प्रथम, प्रदीप सिंह द्वितीय, शिक्षा बिष्ट तीसरे स्थान पर रहीं। सभी विजेताओं को विभाग की तरफ से पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र दिए गए। कार्यक्रम के आयोजक क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी नीरज कुमार भट्ट ने सभी का धन्यवाद किया।
एनसीसी 24 बालिका वाहिनी की संयोजक डॉ. ममता पंत ने कहा कि कम समय में एनसीसी के कैडेट्स सहित पूरे विश्वविद्यालय के अभूतपूर्व सहयोग की वजह से भारत सरकार के साथ हम ये कार्यक्रम सफलतापूर्वक कर पाए। कार्यक्रम का संचालन श्रद्धा गुरुरानी तिवारी ने किया।
कार्यक्रम के संयोजक भास्कर जोशी ने प्रतियोगिताओं के निर्णायक मंडल में शामिल डॉ. गीता खोलिया, डॉ. प्रज्ञा वर्मा, डॉ. कौशल कुमार, डॉ. शर्मा का धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में केंद्रीय संचार ब्यूरो के दीवान सिंह और भूपेंद्र सिंह जड़ौत का विशेष सहयोग रहा।