रविवार दिल्ली नेटवर्क
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से राहुल गांधी की फैन फॉलोइंग बढ़ रही है। लोग उन्हें संजीदगी से ले रहें हैं । हालिया हुए मूड ऑफ दी नेशन के सर्वे से भी इसकी पुष्टि हुई की चुनाव से पहले और बाद के आंकड़ों के बीच राहुल गांधी को पसंद करने वाले लोगों में 8 प्रतिशत ग्रोथ हुआ हैं । हालांकि इसी सर्वे से पीएम मोदी आज भी लोगो के पहली पसंद साबित हुए लेकिन उनको चाहने वालों में कमी आई है । अभी बीजेपी इन्हीं आंकड़ों के बीच कैसे अपनी पकड़ और मजबूत बनाए के फॉर्मूले पर काम कर रही है की राहुल गांधी पर अक्सर तीखे हमलों के लिए जानी जाने वाली अमेठी की पूर्व सांसद स्मृति ईरानी का एक बयान सुर्खियां बटोर रहा है जिसमे वो राहुल गांधी की तारीफ करती देखी जा सकती हैं । अमेठी से पूर्व सांसद स्मृति ईरानी द्वारा एक पॉडकास्ट को दिए गए इंटरव्यू के दरम्यान लीडर ऑफ अपोजिशन राहुल गांधी के संदर्भ में बयान ने सबके जेहन में कौतूहल पैदा कर दिया है की वो स्मृति जिनके ज्यादातर संबोधन और राजनीतिक बयानबाजी में निशाने पर राहुल ही होते थे अचानक राहुल गांधी को लेकर उनकी सोच बदल कैसे गई। राहुल को लेकर पूछे सवाल में स्मृति ने कहा की ” राहुल गांधी की पॉलिटिक्स में एक चेंज आया है, वो सोचते हैं की उन्होंने सफलता चख ली है, वो पहली बार इतना इंस्ट्रुमेंटल बोल रहे हैं राहुल गांधी की राजनीति बदल गई हैं, वो अलग राजनीति कर रहें हैं चाहे आपको अच्छी लगवाया नही , लेकिन वो अलग हैं। “
साल 2019 के लोकसभा चुनावो में अमेठी से राहुल को हराने के बाद से स्मृति अक्सर राहुल पर तीखे हमले करती रहीं हैं। हालांकि चुनावो में राहुल गांधी तो अमेठी से मैदान में नही उतरे लेकिन कांग्रेस के ही पुराने कार्यकर्ता किशोरी लाल शर्मा के अमेठी से चुनाव लड़ने और स्मृति को हराने के बाद स्मृति जम कर ट्रोल हुई। लोगों ने यहां तक कहां राहुल की जमानत जब्त होने का दावा करने वाले प्यादे से ही मात खा गई । दिलचस्प ये रहा की जब स्मृति को ट्रोल किया जा रहा था तो राहुल ने नाम लिए बगैर उनका बचाव किया और कहां चुनाव में हार जीत चलती रहती है ट्रोलिंग गलत है।
शायद जिस राहुल को समूचा बीजेपी खेमा पप्पू साबित करने पर तुला था वो पप्पू परिपक्व हो चुका है ये स्मृति को भी बखूबी समझ आ चुका है इसलिए स्मृति ने राहुल को लेकर अपनी बात रखते हुए कहा ” वो संसद में टी शर्ट पहन रहें हैं, वो जानते हैं की सफेद टी शर्ट से वो युवाओं को क्या संदेश देना चाह रहें हैं । वो कई मायनों में सोच विचार कर कदम उठाते हैं। हम इस गलतफहमी में न रहें की वो कोई भी कदम उठा रहें हैं.. चाहे वो कदम आपको अच्छा लगे या बुरा लगे , वो बचकाना लगे … लेकिन वो अब अलग राजनीति कर रहे हैं “
आगे स्मृति ईरानी कहती हैं, “राहुल गांधी चर्चा में बने रहने के लिए ऐसी बयानबाजी करते हैं जिस पर विवाद हों। मिस इंडिया कांटेस्ट में दलित या आदिवासी प्रतिभागियों की कमी को लेकर उनका दिया बयान भी ऐसा ही है। राहुल जानते हैं कि मिस इंडिया का सरकार गठन से कोई लेना देना नहीं है लेकिन वो फिर भी सोशल मीडिया में इस तरह की बातें रखते हैं जिससे हेडलाइन्स बने ” ।
बीते दिनों मूड ऑफ नेशन के सर्वे में राहुल गांधी की पॉपुलैरिटी में इजाफा हुआ हैं और मोदी की लोकप्रियता में कुछ कमी आई हैं इस पर भी स्मृति ने बात रखते हुए कहा की “प्रधानमंत्री कभी कमजोर नही हो सकते । मैने उनको 20 सालों में जितना देखा है वो कभी कमजोर नहीं थे । नरेंद्र भाई को मैने हमेशा पॉलिटिकली देखा हैं, पर्सनली नही देखा । वो 73 साल के हैं , बतौर प्रधानमंत्री उन्होंने देश को 10 साल दिए हैं उनकी अलग प्रतिष्ठा है उसका सम्मान बनाए रखना चाहिए । आंखड़ों पर वो आगे कहती हैं कि पीएम मोदी ने अपना जीवन ग्राफ में नही समेटा है ।