रविवार दिल्ली नेटवर्क
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में आयोजित अब तक की सबसे बड़ी पुलिस आरक्षी भर्ती की लिखित परीक्षा प्रक्रिया शनिवार को सकुशल संपन्न हो गई। पूरे प्रदेश में पुलिस विभाग के 60,244 आरक्षी पदों के लिए जारी लिखित परीक्षा प्रक्रिया के समापन पर अभ्यर्थियों के चेहरे खिले हुए दिखे। उनकी आंखों में उज्ज्वल भविष्य की उम्मीद दिखी। वहीं, सेंटर के बाहर परीक्षाथियों के अभिभावकों की भी भीड़ देखने को मिली, जो अपने बच्चों की मेहनत को सराहते हुए उनके बेहतर कल को लेकर आश्वस्त दिखे। इस आश्वाशन का सबसे बड़ा कारण उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ हैं, जिनके कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में पूरे प्रदेश में पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा प्रक्रिया बिना किसी व्यवधान के सकुशल संपन्न हो गई। सीएम योगी ने खुद कुछ दिनों पहले अपने संबोधनों में प्रदेश की जनता को आश्वासन दिया था कि पुलिस भर्ती परीक्षा नजीर बनने जा रही है। प्रदेश में अब तक पुलिस विभाग में इतने बड़े स्तर पर भर्ती प्रक्रिया नहीं हुई थी। साथ ही, पूरी प्रक्रिया पारदर्शी होगी, बिना किसी भेदभाव के पूर्ण होगी और सॉल्वर गैंग समेत कोई भी अराजक व आपराधिक तत्व युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ नहीं कर पाएगा इस बात को सीएम योगी पूरी प्रतिबद्धता से कहते रहे हैं। उनकी यही प्रतिबद्धता प्रदेश भर में हुई लिखित परीक्षा प्रक्रिया के दौरान उत्तम प्रशासनिक, शासनिक और परिवहन व्यवस्थाओं और सेवाओं के रूप में भी देखने को मिल रही है। यही कारण है कि एक ओर परीक्षार्थी प्रक्रिया का हिस्सा बनकर बेहद प्रसन्न हैं, वहीं दूसरी ओर वह इसका सारा क्रेडिट योगी आदित्यनाथ को देते हुए एक स्वर में कह रहे है, ‘योगी हैं तो यकीन हैं’।
5 दिनों तक 2 चरणों में हुई प्रक्रिया, प्रदेश के हर जिले में प्रक्रिया हुई संपन्न
पुलिस बल के 60,244 पदों के लिए हुई लिखित परीक्षा का आयोजन प्रदेश के सभी जनपदों में 5 दिनों तक प्रतिदिन 2 चरणों के अंतर्गत हुआ। सीएम योगी के विजन व कुशल मार्गदर्शन में परीक्षा के आयोजन के दौरान सभी आवश्यक व्यवस्थाओं का पालन किया गया, जिससे परीक्षार्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा। प्रदेश के सभी सेंटरों पर 1,97,859 पुलिसकर्मियों को तैनाती की गई, वहीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस सीसीटीवी के प्रयोग ने सॉल्वर गैंग व अराजक तत्वों के हौसलों को पस्त कर दिया। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी बड़े स्तर पर पुलिस भर्ती प्रक्रिया लिखित परीक्षा प्रक्रिया को सकुशल पूर्ण किया गया। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में परीक्षा केंद्रों का संचालन किया गया जहां चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था देखने को मिली। कमोबेश, यही नजारा प्रदेश के हर जनपद में देखने को मिला जहां लिखित परीक्षा में भाग ले रही परीक्षार्थियों का हौसला देखते ही बनता था। खास बात ये भी है कि इस बार पुलिसबल में महिलाओं को 20 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान भी दिया गया है जिससे प्रदेश की नारी शक्ति की पुलिस बल में सहभागिता तो बढ़ेगी ही, साथ ही जमीनी स्तर पर उतर कर उन्हें प्रदेश की कानून व्यवस्था का अंग बनने और अराजकत तत्वों से मुकाबला करने का मौका मिलेगा। लिखित परीक्षा प्रक्रिया के अंतर्गत पेपर देने वाली ज्यादातर महिला परीक्षार्थियों ने भी इसी बात पर फोकस करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ के कदम की जमकर प्रशंसा की।
नारी शक्ति स्वावलंबन के साथ ही मील का पत्थर साबित होगा सीएम योगी का कदम
हरदोई की रहने वाली ज्योति पाल लखनऊ में बने परीक्षा सेंटर में लिखित परीक्षा प्रक्रिया में हिस्सा लिया। पूरी लिखित परीक्षा प्रक्रिया को लेकर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती प्रक्रिया में महिलाओं को 20 प्रतिशत आरक्षण देने की सीएम योगी की पहल ने न केवल नारी शक्ति का सम्मान बढ़ाया है बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि वह पुलिस बल का हिस्सा बन महिलाओं के प्रति होने वाले अपराथों और समाज के अराजक तत्वों से लोहा ले सकेंगी। लखनऊ की पलक गुप्ता ने भी इस बात पर सहमति व्यक्त करते हुए पारदर्शी तरीके से हुए पुलिस भर्ती प्रक्रिया को लेकर सीएम योगी का आभार व्यक्त किया। कानपुर की सुजाता श्रीवास्तव ने इस बात पर जोर दिया कि भर्ती परीक्षाएं पहले भी होती रही हैं, मगर इस बार की पुलिस भर्ती परीक्षा में सीएम योगी के विजन अनुसार जिस प्रकार की व्यवस्था की गई वह सराहनीय है और एक सार्थक नजीर पेश कर रही है। बिहार के बक्सर जिले से लखनऊ परीक्षा देने आई वंदना कुमारी का कहना है कि सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही इस बार पेपर भी परीक्षार्थियों के लिए अच्छा आया था और रीजनिंग में स्कोर करने के पर्याप्त मौके क्वेश्चन पेपर में उपलब्ध थे। बिहार के ही गोपालगंज से परीक्षा देने परिजनों संग आई मुस्कान ने सीएम योगी के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा, योगी हैं तो मुमकिन है। उनके मुताबिक सुरक्षा व्यवस्था इतनी बढ़िया थी कि यह पूर्ण पारदर्शिता के साथ प्रदेश की पुलिसबल से जुड़ने के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देगा जिसमें बिना सोर्स व पैरवी के केवल टैलेंट को ही अवसर देने का मार्ग सुनिश्चित होगा।
परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में नहीं हुई दिक्कत, उत्तम परिवहन व्यवस्था को लेकर भी परीक्षार्थी प्रसन्न
अंबेडकर नगर के विवेक अग्रहरी ने लिखित परीक्षा प्रक्रिया के दौरान उत्तम परिवहन व्यवस्था को लेकर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सरकारी बसों में यात्रा के लिए परीक्षार्थियों को न केवल तरजीह दी जा रही है बल्कि उनसे यात्रा शुल्क भी नहीं लिया जा रहा है जो कि स्टूडेंट्स के लिए एक बड़ी मदद है। उनका यह भी मानना है कि परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने के लिए भी उन्हें या उनके ग्रुप में आए किसी अभ्यर्थी को कोई परेशानी नहीं हुई। जबकि, कानपुर के राजू पाल, बाराबंकी के सूरज सोनकर और उन्नाव के विवेक कुलश्रेष्ठ ने माना कि इस बार की लिखित परीक्षा बहुत हाइटेक स्तर पर आयोजित हुई। परीक्षा में नकल रोकने के लिए उच्च तकनीक के इस्तेमाल के साथ ही स्थानीय प्रशासन ने परीक्षार्थियों की हर प्रकार की मदद सुनिश्चित की। गोण्डा के सौरभ द्विवेदी, बिहार के नावादा से आए प्रदीप रंजन और सिवान से आए चंदन राय ने भी इस बात को स्वीकारते हुए प्रदेश सरकार द्वारा की गई उत्तम व्यवस्था की तारीफ की। वहीं, बाराबंकी के विवेक सिंह का कहना है कि इस बार लिखित परीक्षा के आयोजन का आधार ही उच्च मानक रहे।
एक अन्य परीक्षार्थी मोहित कुमार साहू ने कहा कि अगर इसी प्रकार प्रदेश में सभी परीक्षाओं का आयोजन होगा तो पेपर लीक जैसी समस्या कभी सर नहीं उठा सकेंगी। पेपर छूटने के बाद प्रदेश भर में रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर परीक्षार्थियों की भारी भीड़ देखने को मिली, मगर वह सभी सीएम योगी द्वारा की गई उत्तम व्यवस्था का लाभ लेकर अपने गंतव्यों पर सुरक्षित यात्रा को लेकर आश्वस्त दिखे।