रविवार दिल्ली नेटवर्क
चंदौली : चंदौली के पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय बैराठ में कला शिक्षा के अंर्तगत पारंपरिक खिलौना निर्माण कार्यशाला का शुभारंभ प्रसिद्ध आर्टिजन रामेश्वर सिंह ने किया। शुभारंभ के मौके पर इनके साथ खिलौना कलाकार रेखा रानी गुप्ता, मोनिका सिंह मनीष सिंह मौजूद रहे।
एक माह तक चलने वाली इस कार्यशाला में पेपर मेशी, मिट्टी एवं लकड़ी के माध्यम से खिलौना बनाने का कौशल नवोदय विद्यालय के विद्यार्थियों को सिखाया जाएगा।
प्राचार्य संजय कुमार मिश्रा ने स्वागत भाषण में नवोदय विद्यालय में चल रहे विभिन्न कार्यक्रमों यूथ पार्लियामेंट ,कला शिक्षा कार्यक्रम , प्रेरणा उत्सव आदि के बारे में बताया। दृश्य कला शिक्षक विनोद कुमार ने इस कार्यक्रम के भरे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि नई शिक्षा नीति 2020 में कला एकीकृत पाठ्य योजना पर महत्व दिया गया है ।
छात्र छात्राओं को कला के विभिन्न कौशलो को सीखने के बाद पाठ्य योजना कार्य बनाने में समझ बढ़ेगी , विभिन्न कौशल सीखेंगे,सहयोग की भावना बढ़ेगी, मोबाइल की लत से छुटकारा मिलने में सहयोग मिलेगा, छात्र अपने परंपरा से आत्मसाथ हो सकेंगे और सबसे बड़ी बात बच्चो में सृजनशीलता का कौशल विकास हो सकेगा।
नवोदय विद्यालय समिति ने शिक्षा में कला कार्यक्रम के अंतर्गत रंगमंच कला,शास्त्रीय नृत्य,लोकनृत्य, वाद्य संगीत , दृश्य कला (द्विआयामी और त्रिआयामी ) और पारंपरिक खिलौना कला सीखने की कार्यशाला का आयोजन कराया गया है।पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय को पारंपरिक खिलौना कार्यशाला आवंटित किया गया है। अपने उद्बोधन में प्रसिद्ध आर्टिजन रामेश्वर सिंह ने अपने लकड़ी खिलौने की कला के इतिहास , तकनीक एवं इससे उत्पन्न रोजगार के बारे में विस्तार से चर्चा की,साथ ही उन्होंने बताया कि छात्र अपने कक्षा की परियोजनाओं में इस कला के कौशल का प्रयोग कैसे कर सकते हैं।