पीलीभीत में दो दिन भारी बरसात का जारी हुआ अलर्ट

Alert issued for two days of heavy rain in Pilibhit

रविवार दिल्ली नेटवर्क

पीलीभीत : भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, मौसम विज्ञान विभाग मौसम केन्द्र, लखनऊ ने प्रदेश के पीलीभीत जिले में दिनांक 12.09.2024 व 13.09.2024 को भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। जनपद को रेड जोन में दिखाया गया है। जनपद में भारी वर्षा के साथ वज्रपात/आकाशीय विद्युत (लाइटनिंग) हो सकती है। जिला प्रशासन ने वज्रपात/आकाशीय विद्युत (लाइटनिंग) से बवाच के संबंध में क्या करें और क्या न करें एडवाइजरी को सोशल मीडिया, प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया एवं समस्त दैनिक समाचार पत्रों के माध्यम से निःशुल्क प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है।

वज्रपात/आकाशीय विद्युत (लाइटनिंग) से बचाव हेतु एडवाइजरी जारी करते हुए आम-जनमानस से अपील की जाती है कि ज्यादा से ज्यादा दामिनी व सचेत एप डाउनलोड कर प्रयोग करें भारी वर्षा/खराब मौसम में वज्रपात/आकाशीय विद्युत की घटनाएं घटित होने की सम्भावनाएं काफी बढ़ जाती है, जिससे जनहानि एवं पशुहानि व मकान क्षति तथा व्यक्ति के घायल होने की घटनाए प्रायः होती है। भारी वर्षा/वज्रपात के दौरान ऊॅंची इमारमों, पेड़ों, मनुष्यों, जानवारों आदि पर बिजली गिरने की घटनाएं होती हैं, जिससे जान-माल का नुकसान होता है।

सावधानी और तैयारी ही एकमात्र तरीका है जिसके द्वारा वज्रपात/आकाशीय विद्युत (लाइटनिंग) के खतरे को कम किया जा सकता है या उसके प्रभाव से बचा जा सकता है। वज्रपात/आकाशीय विद्युत की सम्भावना होने पर क्या करें-खुले मैदान या ऊॅचे स्थानों से दूर रहें। तालाब, नदी तट आदि जैसे जल निकासी से दूर रहें। बिजली चमकने/आंधी आने पर पेड़ के नीचे से हट जायें। जितना जल्दी हो सके उतनी जल्दी पक्की छत के नीचे शरण लें। बिजली गिरने के दौरान किसान कभी खुले मैदान या खेत में न खड़े हों। कोशिश करें कि किसी सुरक्षित पक्की छत के नीचे पहुॅच जाएं। यदि समूह में हैं तो दूर-दूर रहें। यदि आप खुली जगह में हैं तो, अपने शरीर को उंकडू कर एड़ियों को सटा कर कान बंद कर बैठ जायं। यदि आप किसी वाहन में सफर कर रहें तो अपने वाहन में ही रहें। जिनके पास स्मार्ट मोबाइल फोन है वे सभी दामिनी एप डाऊनलोड करें व उससे प्राप्त सूचनाओं का पालन करें और आस-पास के लोगों तक पंहुचाएं। कम्प्यूटर, लैपटाॅप, रेफ्रिजरेटर, टेलीविजन, कूलर, एयर कंडीशनर एवं अन्य बिजली से चलने वाले उपकरणों को बन्द कर दें। दरवाजे, खिड़कियाॅ, धातु की बाल्टी और नल इत्यादि से दूर रहें। साइकिल, मोटरसाइकिल या कृषि वाहन इत्यादि बिजली को आकर्षित कर सकती हैं, इसलिए उनसे उतर जाएं अथवा दूर रहें। वर्षा व वज्रपात होने की सम्भावना हो तो, क्या न करें- पेड़ के नीचे शरण न लें। पानी भरे खेतों में न जायें। बच्चों को बाहर खेलने न दें। छत पर न जायें। यदि आप खुले में हैं तो जमीन पर कदापि न लेटें। बिजली, टेलीफोन या मोबाइल टावर के नजदीक न जायें और न ही उसका कोई सहारा लें। लोहे की डंडी वाले छाते का प्रयोग न करें। तालाब, नदी, नहर या किसी भी जल निकाय में जानवारों को नहलाने या मछली पकड़ने न जायें। बिजली के उपकरणों का प्रयोग न करें। यदि आप घर में हैं तो खिड़की के किनारे या दरवाजे के बाहर न खड़े रहें। वाहन के अंदर किसी भी धातु से बने हिस्से को न छुऐं। गाड़ी की खिड़कियाॅ ऊपर कर लें, पेड़ों और बिजली लाइनों व खम्भों के पास न जायें ओर वाहन ना खड़ा करें। वज्रपात के बाद-घर के अन्दर तब तक रहें जब तक कि आसमान साफ न हो जाए। स्थानीय प्रशासन को क्षति और मृृत्यु की जानकारी दें। अगर कोई व्यक्ति वज्रपात की चपेट में आ गया है, तो तुरंत 108 पर काॅल करें और यथाशीघ्र पीड़ित को नजदीकी अस्पताल ले जाए। आग लगने की स्थित में 112 या 101 का काॅल करें।