रंग में चल रहे भारत का पलड़ा भारी, पर उसे पाक से चौकस रहना होगा

India has the upper hand, but it will have to be cautious of Pakistan

  • फुल्टन की भारतीय पलटन को भावनाओं पर काबू रखना होगा
  • स्ट्रक्चर के साथ खेलना व प्रोसेस पर यकीन भारत की सबसे बड़ी ताकत
  • भारत और पाक के मैच में हॉकी प्रेमियों को कलात्मक हॉकी की आस

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम के सुखजीत सिंह, राज कुमार पाल व अभिषेक नैन जैसे अनुभवी स्ट्राइकरों के साथ उत्तम सिंह और अरिजित सिंह हुंदल जैसे नौजवान स्ट्राइकरों के लहरों की तरह हमले बोल उसके द्वारा मोकी(चीन) में चल रही पुरुष एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी में शुरू के चार मैचों में दागे कुल १९ गोल में से १३ मैदानी गोल कर दर्शाया की आक्रमण ही सर्वश्रेष्ठ रक्षण है।अपने शुरू के चारों मैच जीत सेमीफाइनल में अपना स्थान पक्का करने वाली भारतीय हॉकी टीम ने मौजूदा टूर्नामेंट में अब तक मात्र तीन गोल खाए हैं। यह दर्शाता है कि दीवार गोलरक्षक पीआर श्रीजेश के पेरिस ओलंपिक के बाद अंतर्राष्ट्रीय हॉकी को अलविदा कहने के बावजूद बतौर गोलरक्षक कृष्ण बहादुर पाठक और दक्षिण कोरिया के खिलाफ पिछले मैच में मुस्तैदी दिखा बेहतरीन बचाव कर मैन ऑफ च् मैच रहे सूरज करकेरा ने भारत के किले की मजबूत चौकसी की है। भारत के लिए सबसे सुखद बात यह कि उसके कप्तान दुनिया के बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह ने अपने नौजवान साथी ड्रैग फ्लिकर जुगराज सिंह और संजय को पेनल्टी कॉर्नर लेने का ज्यादा मौका करने के बावजूद दक्षिण कोरिया के खिलाफ इकलौते कुछ संघर्षपूर्ण मैच में दो गोल दागने सहित कुल तीन गोल किए हैं। जुगराज और संजय भी भारत के लिए पेनल्टी कॉर्नर पर एक एक गोल कर दिखाया की उसके तूणीर में हर लक्ष्य को भेदने के लिए पर्याप्त तीर हैं।

मौजूदा और चार बार के चैंपियन भारत के सामने शनिवार को अंतिम लीग मैच में कभी एशिया की दिग्गज और अब पुराना गौरव पाने को जूझ रही चिर प्रतिद्वंद्वी तीन बार की चैंपियन पाकिस्तान की टीम होगी। भारत और पाकिस्तान दोनों की ताकत कलात्मक हॉकी है। रंग में चल रहे भारत का पलड़ा भारी है, पर इसके बावजूद उसे पाकिस्तान टीम से चौकस रहना होगा। मैच में भले ही भारत जीत के दावेदार के रूप में उतरेगा लेकिन चीफ कोच फुल्टन की पल्टन इस बात से वाकिफ है कि उसे अपनी भावनाओं पर काबू रखना होगा क्योंकि पाकिस्तान की टीम दिन उसका रहा तो उलटफेर कर सकती है। शनिवार को दोनों चिर प्रतिद्वंद्वियों के बीच हॉकी प्रेमियों को कलात्मक हॉकी देखने को मिलेगी। स्ट्रक्चर के साथ खेलना और प्रोसेस पर यकीन करना बीते एक दशक से भारतीय हॉकी टीम की सबसे बड़ी ताकत बन चुकी है और इसके पाकिस्तान के नए चीफ कोच तारिक जमां तक भी कायल हैं। वहीं पाकिस्तान टीम अभी भी ज्स्ट्रक्चरच् के साथ खेलने को तरस रही है।एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में अब तक दोनों देशों के बीच ११ मुकाबलों में सात भारत ने और मात्र दो पाकिस्तान ने जीते जबकि दो मैच ड्रॉ रहे। भारत ने चेन्नै में पिछले संस्करण में पाकिस्तान को ४-०से हराया था। भारत ने मौजूदा कप्तान हरमनप्रीत सिंह की अगुआई में उनके हैट्रिक सहित चार गोल की बदौलत २०२३ में हांगजू एशियाई खेलों में १०-२ से अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की। भारत की मौजूदा टीम में २०२३ के एशियाई खेलों में शिरकत करने वाली टीम के ११ खिलाड़ी शामिल हैं। वहीं पाकिस्तान की टीम सूफयान खान और जिकिरिया हयात के रूप में उसकी २०२३ के एशियाई खेलों में भारत से हारने वाली टीम के आधा दर्जन खिलाड़ी शामिल हैं।

भारत के चीफ कोच क्रेग फुल्टन खासतौर पर अपने स्ट्राइकरों के मौजूदा टूर्नामेंट में गोल की झड़ी लगाने से जरूर खुश होंगे क्योंकि पेरिस ओलंपिक में कप्तान ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह के पेनल्टी कॉर्नर पर सबसे ज्यादा कुल दस गोल कर अपना कांसा बरकरार रखने के बावजूद टीम के कम मैदानी गोल करने की कमी उन्हें अखरी थी। हॉकी के जादूगर दद्दा ध्यानचंद (कुल ५७६ गोल), बलबीर सिंह दोसांज (कुल २४६ गोल) के बाद हरमनप्रीत सिंह (कुल २०१ गोल) बृहस्पतिवार को एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में दक्षिण कोरिया के खिलाफ दो गोल कर भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय हॉकी में सबसे ज्यादा गोल दागने में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। भारत की तरह पाकिस्तान की टीम दो मैच ड्रॉ खेलने के बाद दो जीत इस टूर्नामेंट में भले ही अजेय रहने वाली दूसरी टीम है। पाकिस्तान ने मलयेशिया और दक्षिण कोरिया के खिलाफ शुरू के दो मैच दो-दो से ड्रॉ खेलने के बाद जापान से अपना मैच बमुश्किल २-१ से जीतने के बाद चीन पर ५-१ से जीत दर्ज की। पाकिस्तान ने शुरू के चार मैचों में कुल ११ में से ९ मैदानी गोल किए हैं और इनमें उसके लिए स्ट्राइकर हन्नान शहिद ने सबसे चार, अहमद नदीम ने तीन तथा अब्दुल रहमान और जिकिरिया हयात ने एक -एक मैदानी गोल किया है जबकि ड्रैग फ्लिकर सूफयान खान ने दो पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला। रोलैंट ओल्टमैंस के आखिरी समय चीफ कोच की जिम्मेदारी संभालने से इनकार करने के बाद एफआईएच के मास्टर कोच पूर्व ओलंपियन ताहिर जमां के मार्गदर्शन में पाकिस्तान के खिलाड़ियों ने हॉकी की कलाकारी दिखा कर मेरे साथ इंटरव्यू में इस बात को अब तक सही साबित किया है कि उनके पास हॉकी का पर्याप्त कौशल है। ताहिर जमां ने भले ही उनकी पाकिस्तान टीम भारत को हरा उलटफेर करने का दम रखती है यह हकीकत कम अपनी टीम के खिलाड़ियों के लिए हौसला बढ़ाने की कवायद से ज्यादा कुछ नहीं है।

वहीं हांगजू एशियाई खेलों में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने अपने चीफ कोच क्रेग फुल्टन के मार्गदर्शन में ही पाकिस्तान के खिलाफ १०-२ से अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी। फुल्टन की भारतीय पल्टन की सबसे बड़ी ताकत यह है कि वह दे दनादन अंदाज में जहां गोल करने का दम रखती है वहीं उसे मैच की रफ्तार को अपने मुताबिक नियंत्रण करने के साथ अपने किले की चौकसी करना भी खूब आता है। भारत के चीफ कोच फुल्टन की अपनी पलटन को सबसे बड़ी हिदायत यही है कि हर मैच में शिद्दत से जीत के लिए उतरे लेकिन किसी भी क्षण अपने किसी भी प्रतिद्वंद्वी को हल्के न लें। शीर्ष पर चल रही लगातार चार जीत के साथ अजेय रह अपने अंतिम लीग मैच से पहले ही सेमीफाइनल में पहुंचने वाली भारतीय हॉकी टीम फुल्टन के इसी गुरुमंत्र के साथ जीत का च्पंजाज् लगा लीग का समापन करने के मकसद से उतरेगी। पाकिस्तान के लिए भारत की तेज तर्रार अग्रिम पंक्ति के साथ खासतौर उसके कप्तान हरमनप्रीत सिंह को रोकना सबसे बड़ी चुनौती होगा। भारत ने शुरू के चार मैचों में सात ग्रीन लिए जबकि पाकिस्तान ने छह ग्रीन और पांच येलो कार्ड लिए हैं। भारत के खासतौर पर गुरजोत सिंह और सुखजीत जैसे स्ट्राइकर को पाकिस्तान के खिलाफ चौकस रह छोटी से छोटी से बचने की कोशिश करनी होगी। जोश में बेवजह असमय होश पर काबू रखना भारतीय हॉकी के लिए सबसे बढ़िया होगा।

पाक के खिलाफ पिछले मैचों के नतीजे मायने नहीं रखते : हरमनप्रीत सिंह
भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा, ज् भारत और पाकिस्तान के बीच मैच हमेशा करीबी और रोमांचक रहे हैं। जब हम पाकिस्तान के खिलाफ खेलने उतरते हैं तो हमारे लिए पिछले मैचों के नतीजे मायने नहीं रखते हैं। पाकिस्तान एक मजबूत टीम है और उसमें किसी भी समय मैच में वापसी करने की क्षमता है। हमें पाकिस्तान के खिलाफ बढ़िया मैच की उम्मीद है। मैं जब भारत की जूनियर टीम के लिए खेलता था तभी से मैं कुछ पाकिस्तानी टीम के खिलाड़ियों के खिलाफ खेलता रहा हूं और हमारा उनके साथ खास रिश्ता है। ये मेरे लिए भाइयों की तरह है। मैदान पर पाकिस्तान के खिलाफ इस मैच को किसी भी अन्य प्रतिद्वंद्वी टीम के मैच की तरह लेंगे। हमारी पूरी कोशिश होगी कि भावनाओं पर काबू रखें। दुनिया में हॉकी में भारतीय और पाकिस्तान टीमों के बीच प्रतिद्वंद्विता अप्रतिम है। मुझे पूरा विश्वास है कि दुनिया भर के हॉकी प्रेमी इस भारत-पाकिस्तान मैच का बेताबी से इंतजार करेंगे।च्

भारत के खिलाफ निगाहें अनुशासित हॉकी खेलने पर : बट
के कप्तान अम्माद बट ने कहा, भारतीय टीम अब तक एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में निर्विवाद रूप से खिताब जीतने की प्रबल दावेदार के रूप में खेली है। हमारा खेल हर मैच के साथ बेहतर हुआ है। हमने खासी अनुशासित हॉकी खेली है और हमारी निगाहें शनिवार को भारत के खिलाफ भी अनुशासित हॉकी खेलने पर लगी है।पिछले कुछ मैचों से हमने अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ मजबूती से अपने किले की चौकसी की है। हम भारत के खिलाफ भी खासतौर पर पेनल्टी कॉर्नरों को खासतौर पर पूरी मुस्तैदी से रोकना चाहेंगे।

शनिवार का मैच : भारत वि. पाकिस्तान, दोपहर डेढ़ बजे से।