जलझूलनी एकादशी पर आज प्रदेशभर में जल महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किये गये

Water festival programs were organized across the state today on Jaljhulani Ekadashi

रविवार दिल्ली नेटवर्क

भीलवाडा : जलझूलनी एकादशी पर आज प्रदेशभर में जल महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किये गये। सभी जिलों में जलाशयों के नजदीक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढाने के लिए गतिविधियां आयोजित की गई। इस क्रम में टोंक में जिला स्तरीय कार्यक्रम बीसलपुर बांध पर आयोजित हुआ।

भीलवाडा में मांडल तालाब पर जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें सांसद दामोदर अग्रवाल सहित जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए। अजमेर के फायसागर झील की पाल पर आयोजित कार्यक्रम में लोगों ने जल संरक्षण का संकल्प लिया। सवाईमाधोपुर के मानसरोवर बांध पर हुए कार्यक्रम में जल संसाधन विभाग की ओर से गतिविधियां आयोजित की गईं। स्कूली बच्चों ने कविता भाषण और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को जल संरक्षण के महत्व का संदेश दिया। झालावाड के गोमती सागर तालाब पर जिला प्रमुख प्रेमबाई और जिला कलेक्टर अजय सिंह की मौजूदगी में विभिन्न विभागों की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया।

सरहदी जिले जैसलमेर की मूलसागर पंचायत में बडे तालाब पर आयोजित जल महोत्सव में बड़ी संख्या में इलाके के लोग शामिल हुए। पाली के जवाई बांध को तिरंगा रोशनी से सजाया गया। कोटपूतली-बहरोड़ में भी जल संरक्षण को लेकर विभिन्न आयोजन हो रहे हैं। जलझूलनी एकादशी पर आज राज्यभर में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम भी हो रहे हैं। इस अवसर पर भगवान को जल विहार कराया जा रहा है। कई जगह मेले भी भर रहे हैं।

राजसमंद के चारभुजा नाथ मंदिर में सुबह मंगला दर्शन के साथ एकादशी मेला शुरू हुआ। कस्बे में आज ठाकुरजी की सोने की पालकी में शोभायात्रा निकाली गई। चित्तौडगढ के सांवलिया जी में आज से तीन दिन का जलझूलनी एकादशी मेला शुरू हुआ। बारां का प्रसिद्ध डोल मेला भी आज से शुरू हुआ। तीस सितम्बर तक चलने वाले मेले में रोजाना सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। शाहपुरा के कोटड़ी में पारम्परिक रूप से चारभुजा नाथ को नगर भ्रमण कराया जा रहा है।

प्रदेश के अन्य अंचलों से भी जलझूलनी एकादशी के धार्मिक श्रद्धाभाव के साथ मनाए जाने के समाचार हैं। कोटा में विभिन्न स्थानों से देव विमान निकाले गए। इस दौरान कईं जगह अखाड़े के साथ जुलूस और शोभा यात्राएं भी निकाली गई। मथुराधीश मंदिर में एकादशी मनाई गई।