कप्तान हरमनप्रीत के दो गोल से अजेय भारत ने जड़ा जीत का ’पंजा‘

Invincible India set the 'claw' of victory with two goals from captain Harmanpreet

  • पिछड़ने के बाद भारत ने चिर प्रतिद्वंद्वी पाक को दी 2-1 से शिकस्त

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : कप्तान ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह पेनल्टी कॉर्नर पर दागे दो बेहतरीन गोल और अपने दोनों गोलरक्षकों कृष्ण बहादुर पाठक और सूरज करकेरा की मुस्तैदी की बदौलत मौजूदा और चार बार के चैंपियन अजेय भारत ने पहली बार पिछड़ने के बावजूद चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को शनिवार को चीन के मोची, हुलुनबुइर में पुरुष एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी में अपने पांचवें और आखिरी लीग मैच में 2-1 से हरा जीत के ’पंजे‘ के साथ शीर्ष स्थान पाया। एफआईएच रैंकिंग में दुनिया की पांचवें नंबर की टीम भारत को पाकिस्तान के खिलाफ अपने पांचवें और आखिरी लीग मैच में जीत के लिए उम्मीद से ज्यादा मेहनत करनी पड़ी। पाकिस्तान ने जब मैच के आठवें मिनट में अहमद नदीम के गोल से 1-0 की बढ़त हासिल की तब उसके नवनियुक्त चीफ कोच ताहिर जमां की यह बात सच होती लगी कि उनकी टीम भारत को हरा कर उलटफेर कर सकती है। भारत और पाकिस्तान की टीमें अपने आखिरी लीग मैच से पहले ही सेमीफाइनल में स्थान पक्का चुकी थी । उम्मीदों के मुताबिक भारत और पाकिस्तान के बीच रोचक हॉकी देखने को मिली । पाकिस्तान ने जीत के लिए ’रफ‘ खेलने से भी गुरेज नहीं किया।

पाकिस्तान के चीफ कोच ताहिर जमां की भारत के तेज स्ट्राइकर सुखजीत सिंह, अभिषेक नैन, अरिजित सिंह हुंदल, उत्तम सिंह की शुरू से मजबूत चौकसी की रणनीति कुछ हद तक कारगर रही। पाकिस्तान के खिलाड़ियों ने जीत की कोशिश में खासा रफ खेल दिखाया। पाकिस्तान के सूफयान खान को तीसरा क्वॉर्टर खत्म होने से पहले भारत के नीलकांत शर्मा को गिराने पर ग्रीन कार्ड और वहीद अशरफ राणा को भारत के जुगराज सिंह को खतरनाक से गिराने पर येलो कार्ड दिखाकर खेल खत्म होने से दस मिनट पहले मैदान से बाहर भेज दिया गया। भारत के फुलबैक मनप्रीत सिंह को भी मैच खत्म होने से पहले येलो कार्ड दिखाकर मैदान से बाहर भेजा गया था।

भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पहला क्वॉर्टर खत्म होने से तीन मिनट पहले पहले पेनल्टी कॉर्नर पर गोल कर भारत को बराबरी दिलाने के पास दूसरे क्वॉर्टर के शुरू में मौका ताड़ कर लौटती गेंद को लपक कर गोल में डाल अपनी टीम को 2-1 से आगे कर दिया। हरमनप्रीत सिंह ने बतौर ड्रैग फ्लिकर बेहतरीन प्रदर्शन कर दो गोल दागने के साथ पाकिस्तान के स्ट्राइकर हन्नान शाहिद, रहमान अब्दुल और अहमद नदीम को अपनी 25 गज की रेखा से बाहर की रोकने की पुरजोर कोशिश की। भारत की रक्षापंक्ति में शनिवार को फुलबैक जुगराज सिंह और जर्मनप्रीत सिंह को अपने तेज रफ्तार से पाकिस्तान के हन्नान शाहिद और अहमद नदीम ने कई बार छकाया। भारतीय टीम अपने चीफ कोच क्रेग फुल्टन की योजना और ’स्ट्रक्चर‘ के मुताबिक नहीं खेल पाइ। खासतौर पर मध्यपंक्ति में मौजूदा टूर्नामेंट में अपना पहला मैच खेल रहे मिडफील्डर आमिर अली और मोहम्मद रहील मौसीन न तो अपने साथ स्टाइकरों अभिषेक और सुखजीत सिंह के लिए आगे हमले बोलने के लिए गेंद बढ़ा पाए और न ही पाकिस्तान के स्ट्राइकरों को अपने गोल से पहले रोकने में सफल हो पाए। मैन ऑफ द‘ मैच आक्रामक सेंटर हाफ नीलकांत शर्मा और उपकप्तान विवेक सागर प्रसाद के साथ लिंकमैन के रूप में राज कुमार पाल ने जरूर सही समय पर गेंद को पाकिस्तानी स्ट्राइकरों के कब्जे से निकाल अपनी टीम को बचाया।

हरमनप्रीत सिंह ने पहले ही मिनट में रिवर्स हिट जमाई लेकिन डी के भीतर भारत के अभिषेक ने गेंद को अपनी स्टिक पर लिया लेकिन पाकिस्तान के डिफेंडर आगे आ गेंद को संभाल अपनी टीम पर आया खतरा टाल दिया। वहीद अशरफ राणा के बाएं से बढ़िया पास ने मोइन शकील ने शॉट जमाया लेकिन गेंद बाहर निकल गई। हन्नान शाहिद मैच के आठवें मिनट में बीच मैदान से गेंद को लेकर डी की ओा बढ़े और दाएं से तेजी से डी में पहुंचे पास पर मैच के आठवें मिनट अडी के पहुंचे अहमद नदीम ने गेंद को अपनी स्टिक पर ले भारत के गोलरक्षक कृष्ण बहादुर पाठक को छका गोल का पाकिस्तान को 1-0 से आगे कर दिया। यह इस टूर्नामेंट में लीग चरण में पहला मौका था जब भारत ने पहला गोल खाया। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पहला क्वॉर्टर खत्म होने से दो मिनट पहले मिले पहले पेनल्टी कॉर्नर पर अचूक ड्रैग फ्लिक से गोल कर भारत को एक एक की बराबरी दिला दी। हरमनप्रीत सिंह ने दूसरे क्वार्टर के चौथै मिनट में छठे पेनल्टी कॉर्नर पर मैच का अपना दूसरा भारत को 2-1 से आगे कर दिया। हरमनप्रीत सिंह का यह अंतर्राष्ट्रीय हॉकी में यह 203 वां गोल था।पाकिस्तान ने दूसरा क्वॉर्टर खत्म होने से कुछ सेकंड पहले मैच का पहला पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया इस पर सूफयान खान के ड्रैग फ्लिक को भारत के गोलरक्षक सूरज करकेरा ने रोक अपनी टीम पर आया खतरा टाला।

भारत ने तीसरे क्वॉर्टर में दोनों छोर से हमले बोल मैच पर अपनी पकड़ बनाई। पाकिस्तान के सूफयान खान अपनी डी के भीतर गेंद को अपनी स्टिक पर लेने से और अरिजित हुंदल को गलत ढंग से रोकने पर भारत को मैच का तीसरा पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन इस पर हरमनप्रीत सिंह के ड्रैग फ्लिक के पाकिस्तान के रशर ने रोक कर लिया। पाकिस्तान ने भारत के गोल पर बराबर हमले बोल कई पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन भारत के गोलरक्षक गोलरक्षक कृ्ष्ण बहादुर पाठक ने रोक कप्तान अम्माद बट और सूफयान खान की गोल करने की सभी कोशिशें नाकाम कर दी। तीसरा क्वॉर्टर खत्म होने से पांच पहले नीलकांत शर्मा को गिराने पर पाकिस्तान के सूफयान खान को अपायर ने ग्रीन कार्ड दिखा कर मैदान से बाहर भेज दिया। भारत ने चौथे और आखिरी क्वॉटर में अपनी बढ़त ब़ान में ताकत झोंकी अर उत्तम, सुखजीत और अभिषेक के पास पर भारत न मैच का छठा पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया इस जुगराज सिंह के ड्रैग फ्लिक को पाकिस्तान के गोलरक्षक मुनीब ने रोका लेकिन एक और पेनल्टी कॉर्नर पर जुगराज के एक और फ्लिक को 17रोक का बेकार किया। चौथे क्वॉर्टर के पांचवे मिनट में जुगरज को खतरनाक से गिराने पर अंपायर ने पाकिस्तान के राणा वहीद को अंपायर ने येलो कार्ड दिखा मैदान से दस मिनट के मैदान से बाहर भेज दिया। खेल खत्म होने से दो मिनट पहले रफ टेकल पर भारत के मनप्रीत सिंह को भी पीला कार्ड दिखा अंपायर ने मैदान से बाहर भेज दिया और दोनों टीमों ने मैच का समापन दस दस खिलाड़ियों के साथ किया।

हीरो मैन आफॅ द‘ मैच भारत के नीलकांत शर्मा ने मैच के बाद कहा, ’मुझे मालूम है कि जब मेरे पास गेंद तो मुझे इसे गंवान नहीं है और इसे अपने कब्जे में रखा और मकसद यही था। पाकिस्तान ने हमें कड़ी टक्कर दी। हम भले पाकिस्तान से मैच जीतने में सफल रहे लेकिन हम इससे खुश नहीं हैं क्योंकि हम बराबर मैच में गेंद गंवा दिक्कत में फंसते रहे। हमे अपनी अपनी खामी को दूर कर आने वाले मैचों में गेंद को बेहतर ढंग से अपने कब्जे मे रखने की जरूरत है।‘