- भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह द. कोरिया के फिर दिखानी होगी चमक
- भारत को योजना पर काबिज रह किले की मजबूत चौकसी की जरूरत
- भारत के द. कोरिया के ड्रैग फ्लिकर जिहुन यांग से चौकस रहना होगा
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : कप्तान दुनिया के बेहतरीन ड्रैग फ्लिकरों में से एक हरमनप्रीत सिंह के अनुकरणीय खेल की बदौलत अपने सभी पांचों लीग मैच जीत शीर्ष पर रहे मौजूदा और चार बार के चैंपियन अजेय भारत की निगाहें अब पुरुष एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी के सेमीफाइनल में सोमवार को चीन के हुलुनबुइर के मोची बेस में दक्षिण कोरिया के खिलाफ लीग मैच की ३-१ की जीत को दोहरा कर फाइनल में स्थान बनाने पर लगी हैं। भारत ने अपने पांच लीग मैचों में कुल २१ गोल किए हैं और मात्र तीन गोल किए हैं। पेरिस सहित लगातार दो बार की ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारत के लिए उसके स्ट्राइकर-सुखजीत सिंह, अरिजित सिंह हुंदल, उत्तम सिंह, राज कुमार पाल ने तीन-तीन, अभिषेक ने दो तथा गोल किए हैं जबकि उसके कप्तान ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह पेनल्टी कॉर्नर पर पांच गोल कर मौजूदा संस्करण में दक्षिण कोरिया के ड्रैग फ्लिकर जिहुन यांग (सात गोल) के बाद दूसरे नंबर पर हैं। भारत के लिए पेनल्टी कॉर्नर पर संजय और जुगराज सिंह ने एक-एक गोल किया है।
भारत को अपने किले की मजबूत चौकसी के साथ जवाबी हमले बोल गोल करने में यकीन करने वाली दक्षिण कोरिया के खिलाफ सोमवार को अहम सेमीफाइनल में जीत के लिए अपने चीफ कोच क्रेग फुल्टन की योजना पर काबिज रह गेंद को बेहतर ढंग से अपने कब्जे मे रखने की जरूरत है। भारत के लिए सेमीफाइनल से पहले पाकिस्तान के खिलाफ अंतिम लीग मैच में कड़े संघर्ष के बाद मिली जीत खासतौर पर नींद से जगाने वाली है। भारत २०२४ के पेरिस ओलंपिक में अपना कांसा बरकरार रखने वाली टीम के दस खिलाड़ियों और आठ कम अनुभवी खिलाड़ियों के साथ मौजूदा टूर्नामेंट में खेलने उतरा है।
नौजवान स्ट्राइकर अरिजित सिंह हुंदल और उत्तम सिंह ने तीन तीन गोल कर और इस टूर्नामेंट से भारत के लिए अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर का आगाज करने वाले गुरजोत सिंह ने कोई गोल न करने के बावजूद बहुत संभावनाएं जगाई हैं। भारत को खासतौर दक्षिण कोरिया के लिए पेनल्टी कॉर्नर पर सबसे ज्यादा सात गोल करने वाले ड्रैग फ्लिकर जिहुन यांग से चौकस रहना होगा। दक्षिण कोरिया के लिए दो गोल करने वाले हयुनहोंग किम तथा पार्क की पहुंच से गेंद को दूर रखनी होगी। पेरिस ओलंपिक में गोलरक्षक पीआर श्रीजेश के साथ भारत की रक्षापंक्ति की रीढ़ रहे फुलबैक जर्मनप्रीत सिह बहुत समय बाद पाकिस्तान के खिलाफ अहम कई बार गच्चा खाते दिखे। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर पर ड्रैग फ्लिक से दो गोल करने के साथ फ्रीमैन सुमित और अमित रोहिदास के साथ मिलकर सही समय पर पाकिस्तान के खिलाफ गेंद को अपने गोल से बाहर कर भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा की। भारत को दक्षिण कोरिया को सेमीफाइनल में हरा जीत के ज्छक्केच् के साथ फाइनल में स्थान बनाना है तो अनुभवी कप्तान ड्रैग फ्लिकर को उसके और पाकिस्तान के खिलाफ लीग मैच की चमक फिर दिखानी होगी।
वहीं दक्षिण कोरिया मौजूदा टूर्नामेंट में इकलौती जीत चीन के खिलाफ ३-२ से हासिल की जबकि उसे अकेली हार भारत के खिलाफ चौथे मैच में १-३से मिली। दक्षिण कोरिया ने मलयेशिया के खिलाफ अंतिम लीग मैच सहित अपने तीन मैच ड्रॉ खेल लीग में पांच मैचों से कुल छह अंक हासिल कर चौथे स्थान पर सेमीफाइनल में भारत से भिड़ने का हक हासिल किया। वहीं अजेय भारत को अपने अंतिम दो लीग मैचों में दक्षिण कोरिया और चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को २-१ से हराने के लिए जिस तरह कड़ा संघर्ष करना पड़ा वह सेमीफाइनल से पहले उसके लिए जरूर जीत की खुमारी से जगाने वाला साबित होगा। पाकिस्तान के खिलाफ भारत की संघर्षपूर्ण जीत में मैन ऑफ दच् मैच रहे आक्रामक मिडफील्डर नीलकांत शर्मा ने एकदम सही कहा कि पाकिस्तान से मैच जीतने के बावजूद टीम इससे खुश नहीं थी क्योंकि बराबर गेंद गंवा दिक्कत में फंसते रही। भारत के अनुभवी स्ट्राइकर सुखजीत सिंह और नवोदित गुरजोत सिंह मौजूदा टूर्नामेंट में अब तक दो- दो बाद ग्रीन कार्ड और मौजूदा भारतीय टीम के सबसे अनुभवी डिफेंसिव सेंटर हाफ मनप्रीत सिह ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच खत्म होने से दो मिनट पहले येलो कार्ड लिए, उससे दक्षिण कोरिया के खिलाफ सेमीफाइनल में बचना जरूरी होगा।
सेमीफाइनल : भारत वि. दक्षिण कोरिया, शाम साढ़े तीन बजे से।