भारत रोहित की कप्तानी में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में अपनी श्रेष्ठता बरकरार रखने उतरेगा

India will look to maintain its superiority in Test cricket against Bangladesh under the captaincy of Rohit

  • भारत के लिए डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने के लिए अगले दस टेस्ट अहम
  • ऋषभ पंत टेस्ट में भी अब फिर अपना जलवा दिखाने को बेताब
  • भारत को चेन्नै में पहले टेस्ट के लिए गेंदबाजी संयोजन को ले मंथन करना होगा
  • भारत को बांग्लादेश के मेहदी, शाकिब व रहीम से चौकस रहने की जरूरत

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : रोहित शर्मा की कप्तानी में करीब एक महीने के आराम के बाद भारतीय क्रिकेट टीम मेहमान बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नै के एम.ए. चिदाम्बरम स्टेडियम में बृहस्पतिवार से शुरू हो रहा दो टेस्ट मैचों की सीरीज पहला टेस्ट अपनी श्रेष्ठता बरकरार रखने के इरादे से उतरेगी।भारत ने मेहमान बांग्लादेश से अपने घर में तीनों टेस्ट सहित उससे अब तक 13 में से 11 टेस्ट जीते हैं जबकि दो बारिश के कारण धुल गए। भारत ने बीते 11 बरस में अब तक लगातार 17 टेस्ट सीरीज जीती हैं और इनमें मात्र चार टेस्ट ही हारे हैं। भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ अपने घर में अब तक खेले तीनों टेस्ट जीते हैं। चेन्नै में दो टेस्ट की सीरीज का पहला टेस्ट बांग्लादेश का मेजबान भारत के खिलाफ उसके घर में चौथा टेस्ट मैच होगा। भारत के लिए आने वाले तीन महीनों में मेहमान बांग्लादेश के खिलाफ मौजूदा दो टेस्ट की सीरीज के बाद नवंबर में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैच की सीरीज सहित अपने घर में कुल पांच तथा इसके बाद आठ हफ्तों में ऑस्ट्रेलिया में उसके घर में पांच टेस्ट की सीरीज सहित कुल अगले दस टेस्ट लगातार तीसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में पहुंचने के लिए बेहद अहम हैं। मेजबान भारत के पास मेहमान बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ और उसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसके घर में टेस्ट सीरीज में जरा भी भी ढील की गुंजाइश नहीं है। भारत के कप्तान रोहित शर्मा कहा, ‘हमारे लिए हर टेस्ट मैच अहम है क्योंकि बहुत कुछ दांव है। अभी भी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) अंक तालिका एकदम खुली है और हम हर टेस्ट मैच जीतना चाहते हैं। हमारे लिए यह मायने नहीं रखता कि हम आने वाले महीनों में कहां खेलेंगे। हम चेन्नै में यह टेस्ट जीतना चाहते हैं। हमने टी 20 विश्व कप के रूप में भले ही आईसीसी ट्रॉफी जीती है लेकिन हम जरा सी भी ढील गवारा नहीं कर सकते हैं। हम जानते हैं कि हम यदि बांग्लादेश से यह दो टेस्ट मैच की सीरीज नहीं जीते तो तब फिर से हमें लेकर नकारात्मक चर्चा शुरू हो जाएगी।’

30 दिसंबर, 2022 में भयंकर कार दुर्घटना में बाल बाल- बचे 26 वर्षीय ऋषभ पंत ‘दूसरा जीवन’ पाने के बाद खासतौर पर तीसरे नंबर पर बढ़िया बल्लेबाजी और चुस्त विकेटकीपिंग कर भारत को 2024 का टी -20 विश्व कप जिताने में अहम भूमिका अदा करने के बाद अब फिर टेस्ट में भी अपना जलवा दिखाने को बेताब हैं। ऋषभ पंत कुल 629 दिन के बाद चेन्नै में अपना पहला टेस्ट खेलेंगे। ऋषभ पंत मैच विनर हैं और वह अब तक कुल 33 टेस्ट खेल पांच शतकों और 11 अर्द्धशतक (नौ बार 90 रन के करीब पहुंच आउट हुए) के साथ 159* के सर्वोच्च स्कोर सहित कुल 2271 रन बना चुके हैं। ऋषभ ने अपना 33 वां आखिरी टेस्ट दिसंबर 22 से 25 तक खेला मीरपुर में बांग्लादेश के खिलाफ खेला और वहां पहली पारी मे पांच छक्कों और सात चौकों की मदद से 93 रन की पारी खेल तीन विकेट से जिता सीरीज 2-0 से अहम भूमिका जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। भारत टेस्ट क्रिकेट में वापसी पर ऋषभ पंत से बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज के पहले टेस्ट में मैच जिताउ पारी की आस लगाए है।अपने घर में भारत को खासतौर पर टेस्ट सीरीज में हराने का सपना दुनिया की हर बड़ी टीम देखती है और इसमें पिछले करीब एक दशक में ऐसा कमोबेश कम ही हुआ है। भारत पिछले पांच बरस में अपने घर में टेस्ट क्रिकेट में अजेय जरूर रहा है लेकिन उसके विराट कोहली, रोहित शर्मा और शुभमन गिल जैसे बल्लेबाजों को अपने घर में स्पिनरों के खिलाफ उम्मीद से ज्यादा संघर्ष करना पड़ा है।

भारत को बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नै में लाल मिट्टी के मैदान पर अपनी अंतिम एकादश में खासतौर पर गेंदबाजी संयोजन को लेकर खासा मंथन करेगा। कप्तान रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, विराट कोहली ,शुभमन गिल, केएल राहुल, ऋषभ पंत, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन के रूप में आठवें नंबर तक बल्लेबाजी है। भारत को सबसे ज्यादा मशक्कत इस बात को लेकर करनी पड़ रही है। भारत की एकादश में अश्विन व जडेजा के रूप में दो स्पिनरों और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के रूप में चार गेंदबाजों का चयन तय है। वहीं बड़ा सवाल यह है कि वह पांचवें गेंदबाज को लेकर है और इसके लिए तीसरे के रूप में कुलदीप यादव उपलब्ध हैं और तीसरे तेज गेंदबाज के रूप बाएं हाथ के यश दयाल और आकाशदीप हैं।

बांग्लादेश की टीम ने मेजबान भारत से उसके घर में अब तक खेले तीनों टेस्ट हारे ही हैं इनमें से दो में उसे पारी से हार झेलनी पड़ी। अपने मुल्क में बड़े सियासी उलटफेर और तख्ता पलट के बावजूद नजमल हसन शांतों की अगुआई में बांग्लादेश के हौसले पहली बार पाकिस्तान से उसके घर में दो टेस्ट मैचों की सीरीज 2-0 से जीत इतिहास रचने से बहुत बुलंद हैं। बावजूद इसके रोहित शर्मा की अगुआई वाली भारतीय टीम को टेस्ट में हराने का बांग्लादेश का सपना पूरा होता नहीं लगता है। बांग्लादेश को पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज जिताने में उसके सदाबहार स्पिन ऑलराउंडर -शाकिब अल हसन और मेहदी हसन मिराज के साथ विकेटकीपर बल्लेबाज मुशफिकुर रहीम, दो बरस टेस्ट टीम में वापसी करने वाले शादमान और जाकिर खान की सलामी जोड़ी के साथ नए गेंद से कहर ढाने वाले लंबे कद के तेज गेंदबाज नाहिद राणा और हसन महमूद की जोड़ी ने कहर बरपा वहां उसके खिलाफ एक टेस्ट की एक पारी में सभी दस विकेट चटका अहम भूमिका निभाई थी। गेंद और बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन कर पाकिस्तान के खिलाफ दो टेस्ट की सीरीज में मैन ऑफ द’ सीरीज मेहदी हसन मिराज बांग्लादेश की इससे पहले भारत में तीन टेस्ट खेलने वाली टीम के सदस्य रहे ही उन्होंने भारत में हुए वन डे विश्व कप में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। भारत को बांग्लादेश के मेहदी, शाकिब व रहीम से चौकस रहने की जरूरत है।

ऐसे में भारत कप्तान रोहित शर्मा की अगुआई और अपने नए चीफ कोच गौतम गंभीर के मार्गदर्शन में खासतौर पर अपने क्रिकेटरों खासतौर पर तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट सीरीज के लिए तरोताजा रखने के लिए ‘वर्कलोड’ पर पूरा ध्यान देकर उतरेगा। भारत के लिए बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले अपने बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल का रंगत खोना है। हालांकि विराट कोहली जैसे भारत के धुरंधर बल्लेबाज, नए चीफ कोच गौतम गंभीर ने पिछले एक बरस से खासे कामयाब रहे सलामी बल्लेबाज यशस्वी के जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, आकाशदीप और बाएं हाथ के यश दयाल जैसे तेज गेंदबाजों के खिलाफ नेटस पर जूझने पर उनकी खामी बताने के साथ उनमें पूरा भरोसा जताया है। नए चीफ कोच गौतम गंभीर, नए बॉलिंग कोच मॉर्नी मॉर्केल और सहायक कोच दाएइत्श के रूप में टीम इंडिया के नए कोचों की त्रिमूर्ति जरूर नई रणनीति , नई सोच और भरोसे के साथ उसे आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।