पिंकी सिंघल
जैसा कि शीर्षक से ही विदित हो रहा है कि आज हम अपने इस आलेख में पानी और इससे जुड़ी हुई रोचक जानकारियों के बारे में जानकारी साझा करेंगे। दोस्तों, आप सभी जानते हैं कि पानी हमारे जीवन का आधार है, बिना पानी के किसी भी जीव के जीवन की कल्पना करना असंभव है हम पानी पिए बगैर कुछ दिन तक रह सकते हैं किंतु एक लंबे अंतराल के पश्चात हमें पानी पीने की आवश्यकता महसूस होती है और यदि उस समय हमें पानी ना मिले तो हमारे प्राण भी निकल सकते हैं।
पानी जिसे अनेक नामों से जाना जाता है जैसे जल, नीर, सलिल इत्यादि, अपने में अनेक गुणों को समाहित किए हुए होता है जिनसे हम सभी भलीभांति परिचित हैं ।तो आलेख को ज्यादा पेचीदा ना बनाते हुए आज हम सिर्फ पानी की कुछ सामान्य विशेषताओं के बारे में बात करेंगे। हालांकि हम सभी पानी के गुणों से ,विशेषताओं से भली भांति परिचित हैं परंतु कभी-कभी ऐसा होता है कि हमें पता सब कुछ होता है परंतु अपने व्यस्त रुटीन के चलते हम उन गुणों को अपने जीवन में उतारने में असफल रहते हैं या यूं कहें कि हमारे पास वक्त ही नहीं होता कि हम इस विषय पर सोचें तो दोस्तों ,आज हम उन सभी जानकारियों पर प्रकाश डालेंगे और पानी से होने वाले फायदे जानकर उनको अपनाएंगे।
यह तो सभी को मालूम है कि दिन भर में 8 से 10 गिलास पानी पीना अनिवार्य है ,परंतु हम में से अधिकतर लोग इस अनिवार्यता को अनदेखा करते हैं और अपर्याप्त मात्रा में ही पानी पी पाते हैं। परंतु जब बात हमारे स्वास्थ्य की होती है तो हमें इन बातों को अनदेखा नहीं करना चाहिए और लगभग 8 से 10 गिलास पानी दिन भर में पी लेना चाहिए, ताकि हमारे शरीर में पानी की कमी न होने पाए।
दिन भर में सेवन किए जाने वाले पानी का 40% पानी यदि हम सुबह खाली पेट ही पी लें तो दिन भर पानी पीने का उतना ध्यान रखने की हमें जरूरत नहीं रह जाती है क्योंकि कई बार हम काम में इतने बिजी होते हैं कि पानी पीना ही ध्यान नहीं रहता कभी-कभी आलस के कारण भी हम ऐसा करते हैं और उसी वजह से हमें पानी की कमी से होने वाली परेशानियों का सामना करना पड़ जाता है।
पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से हमारे शरीर से अवांछित तत्वों का निकास होता है और हमारी आंतें और शरीर के अन्य आंतरिक अंग सहजता से अपना कार्य कर पाते हैं।एक बार शरीर से अवांछित और दूषित तत्वों के निकलने के पश्चात हमारा शरीर एकदम हल्का महसूस करता है जिसका असर हमारे बाहरी अंगों पर भी स्पष्ट देखने को मिलता है ।अक्सर देखने को मिलता है कि पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से हमारी त्वचा की रंगत भी खिलने लगती है, हालांकि इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है परंतु व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर ऐसा कहा जा सकता है। जितना अधिक हम पानी पीते हैं उतना ही अधिक हमें पसीना आता है और इसी वजह से हमारे शरीर से पानी उत्सर्जित होता रहता है और अंदर की सफाई होती रहती है और जब आंतरिक अंग साफ रहेंगे तो बाहरी रंगत अपने आप ही खिलने लगेगी।
पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से हमारी प्यास तो बुझती ही है ,साथ ही साथ हम पूरा दिन तरोताजा भी महसूस करते हैं, जिसका हमारे व्यक्तित्व पर सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है
पानी का एक विशेष गुण यह भी है कि पानी हमारे खाद्य पदार्थों को सहजता से पचाने में बहुत अधिक मदद करता है। खाना खाने के कुछ समय पश्चात यदि पानी पिया जाता है तो हमारे द्वारा खाया गया भोजन तेजी से पचने लगता है जिससे हमारी भूख भी बढ़ती है और हम तंदुरुस्त रहते हैं।
बीमारी या अस्वस्थ होने की स्थिति में हमें कभी ना कभी दवाइयों का सेवन करना ही पड़ता है ,उस समय हमें पानी पीने का विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि पानी कम पीने से दवाइयां अपना असर देरी से दिखाती हैं और हमारे शरीर के भीतर विषैले तत्व इकट्ठा होना शुरू हो जाते हैं तो ऐसा ना हो इसलिए हमें पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए।
बिना किसी रंग, आकार तथा स्वाद के भी पानी का नैसर्गिक गुण है कि पानी हमारी प्यास बुझाने के साथ-साथ काफी हद तक हमारी भूख को भी शांत करता है ।अक्सर आपने देखा होगा कि घर के बाहर जब हमारे पास खाने को कुछ नहीं हो तो हम पानी का ही सेवन करते हैं जिससे कुछ समय के लिए हमारी क्षुधा शांत हो जाती है। पानी पीने से हमारे शरीर की अनावश्यक चर्बी भी घटने लगती है चर्बी को कम करने के लिए गुनगुना पानी बहुत उपयोगी माना जाता। स्मरण रहे कि फ्रिज से निकाला हुआ आवश्यकता से अधिक ठंडा पानी और सामान्य पानी में बर्फ डाल कर पीना स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं माना जाता। दूसरी और महत्वपूर्ण बात यह भी है कि हमें कभी भी खड़े होकर पानी नहीं पीना चाहिए इससे घुटनों में दर्द की समस्या होनी शुरू हो जाती है पानी हमेशा एक स्थान पर बैठकर धीरे-धीरे घुट घुट भर कर पीना चाहिए।
पानी पीने का कोई निश्चित समय नहीं होता जब भी प्यास लगे अथवा आपको महसूस हो कि आपने पिछले 2 घंटे में पानी का सेवन नहीं किया है ,आप पानी पी सकते हैं ।पानी एकमात्र ऐसी चीज है जिसे पीने का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता।हमारी बॉडी ,हमारे शरीर पर अधिक पानी पीने से कोई दुष्प्रभाव नहीं होता। हां,जिन लोगों को किडनी संबंधी समस्याएं होती हैं उनको दिन भर में कितने पानी का सेवन करना चाहिए, इसके लिए अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए क्योंकि हम जितना अधिक पानी पीते हैं हमारी किडनी को भी उतना ही अधिक कार्य करना पड़ता है।
पीने के साथ-साथ पानी हमारे अनेक कार्यों में प्रयोग में लाया जाता है जिसकी सूची बनाना लगभग असंभव ही है ,क्योंकि बिना पानी के किसी कार्य को संपन्न नहीं किया जा सकता ।पानी हमारे जीवन का आधार कहा जाता है और बिना पानी के सब सूना सूना प्रतीत होता है।
जिस प्रकार पानी पीने के हमारे शरीर को अनेक फायदे होते हैं उसी प्रकार यदि पानी साफ ना हो तो उसके नुकसान भी उतने ही अधिक होते हैं ।दूषित पानी का सेवन करने से हमें अनेक प्रकार की बीमारियां घेर लेती हैं ,जिनमें हैजा और टाइफाइड मुख्य बीमारियां हैं।इसलिए हमें सदैव साफ, ताज़े, स्वच्छ, निर्मल और उबले हुए पानी का ही प्रयोग पीने के लिए करना चाहिए और अपने प्रति,अपने स्वास्थ्य के प्रति और अपने राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी पूरी शिद्दत से निभानी चाहिए।