दीपक कुमार त्यागी
“‘नितिन गडकरी” देश-दुनिया की एक ऐसी दूरदर्शी विचारों वाली शानदार शख्सियत हैं, जिनके लिए हमेशा जनहित, देशहित व आधुनिक भारत का निर्माण सर्वोपरि रहा है। वह दूरगामी दृष्टिकोण से युक्त एक ऐसे कुशल प्रशासक हैं जिनका हर हाल में सकारात्मक परिणामों को हासिल करना लक्ष्य होता है। वह एक ऐसे विजनरी राजनेता हैं जो जनहित व देशहित की नीतियों का निर्माण करते हुए उनको धरातल पर मूर्त रूप देने में समक्ष हैं। वह देश में लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करते हुए लोकतंत्र को बनाए रखने और उसकी रक्षा करने की क्षमता रखने वाले एक कुशल राजनेता हैं। वह अच्छे से जानते हैं कि मानव सभ्यता के सर्वांगीण विकास के लिए व उसके जीवन को सरल बनाते हुए उसका आर्थिक विकास करने के लिए देश में छोटे-बड़े संपर्क मार्ग यानी सड़कों के जाल का बेहद महत्वपूर्ण स्थान है। गडकरी जानते हैं कि आदिकाल से लेकर के आज के आधुनिक काल तक में हर सभ्यता में सड़कें हमेशा उस क्षेत्र में सर्वांगीण विकास का सबसे सरल व सशक्त माध्यम बनती आयी हैं, यह स्थिति आज के आधुनिक समय में भी निरंतर जारी है। आज के आधुनिक युग की बात करें तो सम्पूर्ण विश्व में जहां-जहां भी बेहतरीन अच्छे ढंग से उच्च मापदंडों पर आधारित सड़कों का जाल बना हुआ है, वह क्षेत्र उस देश के आर्थिक विकास के लिए सरकारी कोष में बड़ा राजस्व देकर के अपना बड़ा आर्थिक योगदान देकर अहम भूमिका निभाने का कार्य कर रहा है। भारत में भी मौजूदा समय में हर तरफ विश्वस्तरीय अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस उच्च गुणवत्ता पूर्ण बेहतरीन सड़कों का जाल केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री “नितिन गडकरी” के कुशल नेतृत्व में “भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई)” के द्वारा बहुत तेजी के साथ बनाया जा रहा है, जिससे देश में आज व भविष्य के लिए एक बेहद मज़बूत विकास पथ मजबूत नींव के साथ तैयार हो रहा है।
*”21वीं सदी के आधुनिक भारत के विकास पथ की मज़बूत नींव रखने के कार्य को तेजी प्रदान करने का श्रेय भारत सरकार के केन्द्रीय मंत्री “नितिन गड़करी” की कार्यशैली व दूरगामी सोच को जाता है, क्योंकि उनके दिशानिर्देश व कुशल ओजस्वी नेतृत्व में आज “भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई)” देश में विश्वस्तरीय सड़कों का निर्माण करके, सड़क निर्माण के क्षेत्र में सफलता के नित-नये विश्वस्तरीय आयाम स्थापित करने का कार्य कर रहा है।”*
आज 21वीं सदी के आधुनिक भारत को विकास पथ पर तेज रफ्तार देने के लिए केन्द्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री “नितिन गडकरी” दिन-रात एक करके पूरी टीम के साथ कार्य कर रहे हैं। क्योंकि “नितिन गडकरी” यह अच्छे से जानते हैं कि किसी भी देश के आर्थिक विकास का मार्ग वहां पर सड़कों के बेहद मजबूत जाल के आधारभूत ढांचे के निर्माण से ही निकलता है। आज देश में उनके नेतृत्व में सड़क निर्माण के क्षेत्र में नित-नये विश्व रिकॉर्ड बनाने का काम किया जा रहा है। वहीं “नितिन गडकरी” देश में बढ़ते क्रूड ऑयल के खर्च को कम करने के लिए निरंतर प्रयास करने का कार्य कर रहे हैं, वह देश में ईंधन के वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों व उनके प्रयोग का पता लगाने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। इसी विजन के तहत “नितिन गडकरी” ने मेथनॉल को डीजल का विकल्प बताते हुए, इसे डीजल से सस्ता ईंधन बताया है और डीजल इंजन को मेथनॉल से चलने वाले इंजन में बदलने की तकनीक को बढ़ावा देने का सुझाव दिया है, उनका मानना है मेथनॉल बेस्ड फ्यूल सिस्टम को बढा़वा देने से निश्चित रूप से देश के लिए सकारात्मक परिणाम होगा। वह देश में निरंतर इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन देने का कार्य कर रहे हैं और वह इन वाहनों की कीमत कम करने व सुरक्षा के मानदंडों पर खरा उतरने के लिए लगातार वाहन निर्माता कंपनियों से कार्य करवा रहे हैं। “नितिन गडकरी” देश में वैकल्पिक ऊर्जा को प्रोत्साहन देने पर लगातार काम कर रहे हैं, इस योजना के अंतर्गत ही कुछ दिन पहले ही उन्होंने देश के सामने पहली हाईड्रोजन ईंधन बेस कार पेश करके ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में एक बड़ी पहल करने का कार्य किया था, विजनरी गडकरी यह अच्छे जानते हैं कि हाईड्रोजन ईंधन देश-दुनिया में क्रूड ऑयल का भविष्य में बेहद अहम विकल्प बन सकता है, वह परिवहन व्यवस्था का भविष्य है, इसलिए इस तकनीक पर समय से कार्य करना बेहद आवश्यक है, जिसके दम पर भारत हाईड्रोजन ईंधन आधारित तकनीक में देश का लाभ करते हुए दुनिया को राह दिखाते हुए आर्थिक रूप से संपन्न हो सकता है। “नितिन गडकरी” ने ही देश में माल ढुलाई के लिए विभिन्न जलमार्गों को बढ़ावा देने का कार्य किया है, क्योंकि वह अच्छे से जानते हैं यह देश में एक बेहद सस्ता विकल्प मौजूद है, जिसका उपयोग करके धन, समय व पर्यावरण को होने वाले नुक़सान से बचा जा सकता है।
*”वैसे केन्द्रीय मंत्री “नितिन गडकरी” की कार्यशैली को देखा जाये तो प्रत्येक आम आदमी को भी यह स्पष्ट रूप से नज़र आयेगा कि उनका लक्ष्य देश में जल्द से जल्द वैश्विक मानकों के अनुरूप राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क का निर्माण करके अत्याधुनिक सड़कों का जाल बिछाकर, राष्ट्र की मौजूदा व भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करते हुए, भारत सरकार के द्वारा तय मानदंडों के रणनीतिक ढांचे के भीतर सबसे अधिक समयबद्ध ढंग से, कम से कम लागत में विश्व स्तरीय राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण व रखरखाव करते हुए, देश में सड़क पर चलने वाले प्रत्येक आम व खास वर्ग के हर उपयोगकर्ता की अपेक्षाओं को पूरा करते हुए, वाहन प्रदूषण को कम करते हुए, देशवासियों के जीवन को सड़क पर चलते हुए सुरक्षित रखते हुए, उन्हें विश्वस्तरीय उच्च गुणवत्ता पूर्ण सुविधाएं देना और देश के विकास के पथ की नींव को मज़बूत करके देश में आर्थिक विकास के नित-नये आयाम स्थापित करना है, जिसके लिए वह लगातार कार्य कर रहे हैं।”*
देश में दिन-प्रतिदिन गंभीर होती प्रदूषण की समस्या के निदान के लिए “नितिन गडकरी” ने ही देश में जैव-ईंधन, ई-रिक्शा, इलेक्ट्रिक वाहन को बढ़ावा देकर प्रदूषण में कटौती करने के लिए धरातल पर एक ठोस कारगर पहल करने का कार्य किया है। “नितिन गडकरी” ने देश में सड़क किनारे वृक्षारोपण के लिए हरित राजमार्ग नीति की वर्ष 2015 में शुरूआत करके देश में ग्रीन नेशनल हाईवे कारिडोर प्रोजेक्ट शुरू करने का कार्य किया है, जिससे भविष्य में लोगों को रोजगार मिलने व पर्यावरण संरक्षण होने के दोनों कार्य होंगे।
वर्ष 2017 में जब “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी” ने भारत के अब तक के सबसे बड़े राष्ट्रीय राजमार्ग विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत “भारतमाला परियोजना” की घोषणा की थी, तो उस वक्त भारी भरकम बजट वाली “भारतमाला परियोजना” की सफलता पर देश के बहुत सारे लोगों को विश्वास नहीं हो रहा था, क्योंकि इसके प्रथम चरण के अंतर्गत ही 5,35,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर 34,800 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों को अपग्रेड करने की एक बहुत बड़ी चुनौती खड़ी थी। जिस चुनौती को केन्द्रीय मंत्री “नितिन गडकरी” ने स्वीकार किया और फंड की व्यवस्था करवाकर “भारतमाला परियोजना” पर “एनएचएआई” को दिशानिर्देश देकर युद्धस्तर पर कार्य करने का निर्देश देकर धरातल पर निर्माण कार्य को तेजी के साथ शुरू करवा दिया, इस परिजनों की कार्यक्रम की अवधि वर्ष 2017-2018 से वर्ष 2021-2022 तक है। जिसके चरण-1 में कुल 34,800 किलोमीटर सड़कों का विकास होना है, जिसमें से 5,000 किलोमीटर राष्ट्रीय कॉरिडोर, 9,000 किलोमीटर आर्थिक कॉरिडोर, 6,000 किलोमीटर फीडर कॉरिडोर और इंटर कॉरिडोर, 2,000 किलोमीटर सीमावर्ती सड़कें 2,000 किलोमीटर तटवर्ती सड़कें एवं बंदरगाह संपर्क सड़कें, 800 किलोमीटर हरित क्षेत्र एक्सप्रेस वे और 10,000 किलोमीटर अधूरे सड़़क निर्माण कार्य शामिल हैं।
यह परियोजना देश में महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे के अंतराल को कम करके देशभर में सड़क यातायात गतिविधि की क्षमता को बढ़ाने का वादा करती है। इस परियोजना के माध्यम से “एनएचएआई” ने देश के दूरदराज के क्षेत्रों को जोड़ने और देश के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए नए रास्ते खोलने के लिए नए बहुत ही शानदार ग्रीन कॉरिडोर के विकास की भी परिकल्पना की है। “एनएचएआई” की इस महत्वाकांक्षी परियोजना का लक्ष्य देश में लॉजिस्टिक्स की लागत को कम करने, मल्टीमॉडल और कुशल परिवहन, उपलब्ध करवाते हुए, देश में अंतिम छोर तक संपर्क मार्ग और मौजूदा आपूर्ति श्रृंखला के बुनियादी ढांचे में सुधार करने पर केंद्रित है। यह परियोजना भविष्य में देश में विकास की नयी गाथा लिखने का कार्य करेगी। आज कोरोना काल की भयावह महामारी के भयंकर दौर के बाद भी इस महत्वाकांक्षी “भारतमाला परियोजना” का कार्य तेजी के साथ निरंतर चल रहा है, जो अपने आप में एक नज़ीर है। अधिकांश देशवासियों का मानना है कि आज हमारे देश में सड़कों का विश्वस्तरीय बेहतरीन जाल बुन देने के लिए केन्द्रीय मंत्री “नितिन गडकरी” के दूरगामी विजन का कमाल है, देशवासी उनके बेहद अनमोल योगदान को हमेशा याद रखेंगे।
कुछ समय पूर्व लोकसभा में वर्ष 2022-2023 के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के नियंत्रणाधीन अनुदानों की मांगों पर हुई चर्चा के वक्त केन्द्रीय मंत्री “नितिन गडकरी” ने राष्ट्रीय राजधानी में लगने वाले जाम का उल्लेख करते हुए लोकसभा को बताया था कि किस प्रकार से उन्हें और अन्य लोगों को पहले दिल्ली हवाई अड्डा जाने और वहां से आने के क्रम में धौलाकुआं में यातायात जाम का सामना करना पड़ता था। लेकिन आज धरातल पर हम लोग स्थिति जाकर देखें तो वहां पर एक विश्वस्तरीय बेहतरीन सड़क निर्माण के चलते अब बेहद व्यस्त रहने वाले इस मार्ग पर यात्रा करना जाम मुक्त व बेहद आसान हो गया है।
*”एक चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री “नितिन गडकरी” ने लोकसभा में कहा था कि अमेरिकी की सड़कें इसलिए अच्छी नहीं हैं, क्योंकि अमेरिका अमीर है, अमेरिका अमीर है, क्योंकि अमेरिकी सड़कें अच्छी हैं, भारत को समृद्ध बनाने के लिए, मैं सुनिश्चित करता हूं कि दिसंबर 2024 से पहले भारत का सड़क ढांचा अमेरिका जैसा होगा।”*
यह विचार उनके स्पष्ट दृष्टिकोण, दृढ़संकल्प, कार्यशैली और देश व समाज हित की दूरगामी सोच को प्रदर्शित करने का कार्य करती है, क्योंकि बेहतरीन सड़कें समृद्ध भारत का निर्माण करने का सबसे सशक्त व कारगर माध्यम हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि आज देश की जनता की अदालत में केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री “नितिन गडकरी” की छवि ऐसी बन गयी है कि वह जो कहते हैं उस पर अमल अवश्य करते हैं, देश में मतदाताओं के एक बहुत बड़े वर्ग का तो यह मानना है कि वर्ष 2019 में दोबारा “नरेंद्र मोदी” की सरकार बनवाने में “नितिन गडकरी” के द्वारा किए गए सड़क निर्माण के कार्यों का सबसे बड़ा योगदान है, लोकसभा की चुनावी रणभूमि में “नितिन गडकरी” के द्वारा किए गए विकास कार्यों ने जनता की बीच चीख-चीख कर गवाही देकर देश के मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए आकर्षित करने का कार्य किया था, आज देश में लोगों का एक बहुत बड़ा तबका “नितिन गडकरी” को विकास पुरुष की उपाधि से सम्मानित करने का कार्य करता है, जो कि किसी भी समाजसेवा व राजनीति के क्षेत्र के व्यक्ति के लिए सबसे अनमोल सम्मान होता है, देश की जनता “नितिन गडकरी” की कार्यशैली व विजन की मुरीद हैं, वह चाहती है कि “नितिन गडकरी” पर ईश्वर का आशीर्वाद हमेशा बना रहे, जीवन पथ पर चलते हुए गडकरी यूं ही सफलता के नित-नये आयाम स्थापित करते हुए देशवासियों का मार्गदर्शन करते रहें।