- राजस्थान की कोशिश गुजरात से लगातार दो हार का हिसाब चुकता करने की
- गुजरात के लिए राजस्थान के बटलर के तूफान को रोकना सबसे बड़ी चुनौती
- राजस्थान के बल्लेबाजों को गुजरात के चतुर शमी और रशीद से चौकस रहना होगा
- गुजरात को हार्दिक, मिलर, साहा और शुभमन से बल्ले से दमदार प्रदर्शन की आस
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : हार्दिक पांडया की अगुआई में पहली बार शिरकत कर रही गुजरात टाइटंस की निगाहें अब राजस्थान रॉयल्स को रविवार को अहमदाबाद में फाइनल में भी हरा जीत की हैट-ट्रिक के साथ आईपीएल 2022 क्रिकेट खिताब जीतने पर लगी हैं। कप्तान हार्दिक और किलर दÓ मिलर की तूफानी पारियों से गुजरात टाइटंस ने राजस्थान रॉयल्स पर मुंबई में लीग मैच में 37 रन से जीत के बाद कोलकाता में सांस रोक देने वाले बड़े स्कोर वाले क्वॉलिफायर 1 में मात्र तीन गेंदों के बाकी रहते सात विकेट से जीत दर्ज की थी। बतौर कप्तान हार्दिक ने बल्ले और गेंद से अनुकरणीय खेल दिखाने के साथ अपनी गुजरात टाइटंस टीम के साथियों को बेहतरीन प्रदर्शन किया है। २००८ में पहले संस्करण की चैंपियन राजस्थान रॉयल्स की कोशिश चार शतक और चार अद्र्धशतक सहित रन बनाने में सबसे आगे चल रहे जोस बटलर (824) के बूते फाइनल जीत गुजरात टाइटंस से मौजूदा सीजन में मिली लगातार दो हार का हिसाब चुकता करने की होगी।
वहीं गुजरात के लिए नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले जाने वाले फाइनल में सबसे बड़ी चुनौती भी राजस्थान के बटलर के बल्ले से रनों के तूफान को रोकने की होगी। राजस्थान को फाइनल में गुजरात पर जीत दर्ज करनी है तो पिछले दो मैचों में सस्ते में आउट होने के बावजूद अब तक दो -दो अद्र्बशतक जड़ चुके यशस्वी जायसवाल (236) व कप्तान संजू सैमसन (444 रन), एक-एक अद्र्बशतक जडऩे वाले देवदत्त पड्डïीकल(374) और शेमरॉन हेटमायर को भी बड़ी पारियां खेलनी होंगी। गुजरात के चतुर अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (19 विकेट) और दुनिया के सबसे चतुर खतरनाक लेग स्पिनर रशीद खान (18 विकेट) से राजस्थान के बटलर, संजू सैमसन ,पड्डïीकल और शेमरॉन हेटमायर को चौकस रहना होगा। गुजरात टाइटंस की सही मायनों में ताकत उसकी विविधतापूर्ण गेंदबाजी है। गुजरात के पास चतुर शमी और रशीद के साथ , बाएं हाथ के नवोदित गेंदबाज यश दयाल (10 विकेट), अपनी रफ्तार से चौंकाने में सक्षम लॉकी फर्गुसन(12 विकेट), अल्जारी जोसेफ (7 विकेट) के साथ बीच के ओवर में विकेट चटकाने में सक्षम कप्तान हार्दिक पांडया हैं। हार्दिक पांडया गेंद और बल्ले से मैच का रुख गुजरात टाइटंस की ओर मोडऩा जानते हैं और फाइनल में उनकी टीम उनसे उम्मीद भी यही करेगी।
राजस्थान के खिलाफ अब तक अजेय रहे चार अद्र्बशतकों सहित रन बनाने में आगे चल रहे कप्तान फिनिशर हार्दिक पांडया (453 ) और दो अद्र्बशतक जडऩे डेविड मिलर(449 रन) से गुजरात टाइटंस फाइनल में पिछले दो मैचों के बढिय़ा प्रदर्शन को दोहराने के साथ चार अद्र्धशतक जड़ चुके शुभमन गिल (436) और तीन अद्र्बशतक जड़ चुके रिद्धिमान साहा (312) की सलामी जोड़ी से रविवार को बढिय़ा आगाज की आस करेगा। फाइनल के नतीजे में राजस्थान के बटलर और गुजरात टाइटंस के हार्दिक और डेविड मिलर सरीखे सही वक्त पर गियर बदल कर पारी खेल मैच का रुख अपनी ओर मोडऩे का हुनर जानने वाले बल्लेबाजों की भूमिका खासी अहम रहेगी। गुजरात टाइटंस के खिलाफ बटलर पिछले दोनों मैच में अद्र्बशतक जडऩे में कामयाब रहे हैं। वहीं राजस्थान के खिलाफ पिछले दोनों मैच में कप्तान हार्दिक पांडया ने अजेय अद्र्बशतक जडऩे के साथ मौजूदा आईपीएल के सबसे कामयाब गेंदबाज राजस्थान के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल (26 विकेट) के साथ ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को निशाना बनाया। खासतौर पर डेविड मिलर ने जिस तरह क्वॉलिफायर 1 के आखिरी ओवर में राजस्थान के खासे कामयाब रहे तेज गेंदबाज प्रसिद्ध प्रसिद्ध कृष्णा (15 विकेट) की शुरू की तीन गेंदों पर छक्के उड़ा गुजरात टाइटंस को जीत दिला सबसे पहले फाइनल में पहुंचाया वह उसी प्रदर्शन को रविवार को फाइनल में भी दोहरा कर उसे खिताब जिताने के मकसद से उतरेंगे। बढिय़ा आगाज करने के बाद अचानक राह भटकने के बाद गुजरात के शुभमन गिल ने जिस तरह सही वक्त पर रंगत पाई ली है। ऐसे में राजस्थान के रफ्तार के सौदागर ट्रेंट बोल्ट (12 विकेट) और ओबेद मेकॉय के लिए शुरू के ओवर में गुजरात के शुभमन गिल और आखिरी के मारधाड़ ओवरों में कप्तान हार्दिक और मिलर को रोकना खासा मुश्किल होगा।
फाइनल का समय : रात आठ बजे से