भारत ने सुपर 4 में जापान को हरा पूल मैच की हार का हिसाब चुकाया

भारत की जीत में जीत और पवन राजभर का एक एक मैदानी गोल

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : युवा तुर्क मंजीत और पवन राजभर के बेहतरीन मैदानी गोल की बदौलत भारत ने जकार्ता में पुरुष हॉकी एशिया कप में अपने पहले सुपर 4 मैच में जापान को 2-1 से हराकर शानदार अंदाज कर उससे पूल ए में मिली 2-5 की हार का हिसाब चुकता कर दिया। भारत के दस से ज्यादा खिलाडिय़ों ने इस टूर्नामेंट से सीनियर टीम के लिए अपने करियर का आगाज किया। मलयेशिया ने एक अन्य सुपर 4 मैच में दक्षिण कोरिया को दो-दो की बराबरी पर रोक अंक बांटे। मौजूदा चैंपियन भारत रविवार को अपने दूसरे सुपर चार में पिछले उपविजेता मलयेशिया से भिड़ेगा।

टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक भारत की टीम के दो खिलाड़ी कप्तान बीरेंद्र लाकरा और चोट के बाद वापसी करने वाले सिमरनजीत सिंह के रूप में मात्र दो खिलाड़ी ही मौजूदा एशिया कप टीम के दो ही खिलाड़ी जकार्ता में शिरकत कर रही भारतीय टीम में शामिल है। भारत ने मेजबान इंडोनेशिया पर पूल ए में अंतिम मैच में 16-0 से नाटकीय जीत के साथ पाकिस्तान को एशिया कप से बाहर कर सुपर 4 में जगह बनाने के साथ अगले साल भुवनेश्वर और राउरकेला में होने वाले विश्व कप से बाहर कर दिया था।जापान को मैच में पांच पेनल्टी कॉर्नर मिले और उसने मैच का अपना अकेला गोल पहले पेनल्टी कॉर्नर पर किया। भारत को मैच में मात्र एक पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन नीलम संजीप खेल के फ्लिक को जापान के गोलरक्षक ने रोक कर नाकाम कर दिया।

भारत की इस जीत में भुवनेश्वर में जूनियर विश्व कप में शिरकत करने वाले मंजीत, आक्रामक मिडफील्डर उत्तम सिंह और विष्णुकांत सिंह जैसे खिलाडिय़ों के साथ लंबे स्ट्राइकर पवन राजभर ने अहम भूमिका निभाई। मंजीत का मैच के आठवें मिनट दागा गोल हॉकी कलाकारी का बेहतरीन नमूना था। मंजीत ने बाएं से गेंद संभाल जापान की पूरी रक्षापंक्ति को छका भारत को बढ़त दिलाई। ताकुमा नीवा ने दूसरे क्वॉर्टर के तीसरे मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर भारत के गोलरक्षक सूरज करकेरा के पैड से लगकर लौटती गेंद को गोल में डाल जापान को एक एक गोल की बराबरी दिला।

उत्तम सिंह के बाएं से बेहतरीन अभियान पर गेंद को डी में लंबे कद के स्ट्राइकर पवन राजभर ने संभाल चतुराई से गोल में डाल कर भारत को 2-1 से आगे कर दिया। पवन राजभर ने जापान के खिलाफ पूल मैच में एक खूबसूरत मैदानी गोल किया था। इस जीत में रक्षापंक्ति में खासतौर पर गोलरक्षक सूरज करकेरा, फुलबैक कप्तान बीरेंद्र लाकरा, यशदीप सिवाच और डिप्सन टिर्की ने बहुत मुस्तैद खेल दिखाया। खासतौर पर 2-1 की बढ़त के बाद भारतीय खिलाडिय़ों ने जापानी खिलाडिय़ों की मजबूत घेरेबंदी कर उन्हें अपने गोल शॉट ही नहीं लेने दिया।